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एक बार आप भी देखिए! ये तो मल्टीप्ल चॉइस क्वेश्चन से भी ज़्यादा चोइसेस वाला पेपर मालूम पड़ता है। इतनी वैरायटी! समझ नहीं आ रहा कि सेलेक्ट कैसे करूँ?
एक बार आप भी देखिए! ये तो मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन से भी ज़्यादा चॉइसेस वाला पेपर मालूम पड़ता है। इतनी वैरायटी! समझ नहीं आ रहा कि सेलेक्ट कैसे करूँ?
पति परमेश्वर, स्वामी, नाथ, घरवाला, हस्बैंड, बैटर हाफ और आपके ‘वो’……
हर प्रकार और हर मूड वाले पति हमारे यहाँ पाए जाते हैं! देखिए, चुनिए, तसल्ली करिए और घर ले जाइए!
आइए-आइए! शर्माइए नहीं! एक बार आप भी देखिए!
जैसे पत्नियों की वैरायटी होती है, हमारे यहाँ अलग-अलग किस्म के पतियों की लंबी फेहरिस्त है।
ये अपनी पत्नी को किसी देवी से कम नही समझते। धूप-बत्ती लेकर आरती नहीं उतारेंगे किन्तु आपकी पूजा, अर्चना, वंदना पूरी निष्ठा से करेंगे। रह-रह कर आपके गुणगान करते रहेंगे, प्रेम की बौछार निरंतर होती रहेगी, आपके विचारों से इनकी सहमति बनी रहेगी, आपकी सलाह और अनुमति के बिना ये कोई कदम नहीं उठाएंगे, आपकी सभी जिम्मेदारियों में पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे, बर्तन, झाड़ू, पोचा, कपड़े, खाना, और बाहर के कामों में निःसंकोच आपका हाथ बटाएंगे। और तो और, अपने मायके जाने की ज़िद भी नहीं करेंगे, निहायती घरेलू और टिकाऊ किस्म के जीव।
जैसे सूरज सुबह-सवेरे अपनी एंट्री लेना कभी नहीं भूलता, उसी प्रकार ये ‘पत्नीव्रता पति’ अपना कर्तव्य पूरी आस्था और प्रेम भाव से निभाते हैं।
आप कह सकते हैं-एक आज्ञाकारी गाय!
ऐसे डेडिकेटेड हस्बैंड्स की काफी डिमांड रहती है। आजकल इनकी शॉर्टेज चल रही है। आइए और फर्स्ट-कम-फर्स्ट बेसिस पे बुकिंग कराइए। नो बुकिंग अमाउंट रिक्वायर्ड।
परफेक्शनिस्ट टाइप का लार्जर-दैन-लाइफ पत्नीव्रता पति नहीं चाहिए तो ये देखिए आपकी सबसे बड़ी शिकायत दूर करते हुए हम लाए हैं-
ये केवल अपनी पत्नी की सुनते हैं। फिक्र मत करिए अपनी माँ की बिलकुल नहीं सुनते। अपनी माँ के बहकावे में आकर आपको खरी-खोटी नही सुनाएंगे। माँ की चुगलियों पर ध्यान नहीं देंगे। उन्हें नज़र अंदाज़ करते हुए अथवा अपने कानों का सही इस्तेमाल करते हुए अपना सारा ध्यान केवल आप पर केंद्रित रखेंगे।
एक आवाज़ लगाइए और हाज़िर हो जाएँगे बोतल में बंद किसी जिन्न की तरह! आप कह सकते हैं एक आज्ञाकारी घरेलु पीअन!
एक बीवी की और क्या मुराद हो सकती है? उसका शौहर उसकी हर बात सुन ले। उसके कान उसकी एक पुकार से ऐसे कनेक्टेड रहें जैसे पतंग की लगाम डोरी से बंधी रहती है।
अरे मोहतरमा! जोरू के गुलाम वाली फीलिंग नही चाहिए है तो आगे बढ़ते हैं। हमारे यहाँ कौन सी कमी है!
आपकी दिन-प्रतिदिन गुब्बारे सी फूलती शॉपिंग की अत्यंत महत्वपूर्ण लत…..माफ़ कीजिए….ज़रुरत को पूरा करने के लिए ‘शॉपाहोलिक पति’ ही ठीक रहेंगे। अपनी आमदानी का एक बड़ा हिस्सा आपकी पर्सनल ग्रूमिंग पर ख़र्च करेंगे। बिना टैग्स चेक किए, आपके महँगे ब्रांडेड कपड़ों, जूतों, बैग्स, कॉस्मेटिक्स कास्मेटिक इत्यादि का खर्च उठाएंगे, आपके पार्लर के बिल चुकाएंगे। आपकी घंटों लंबी शॉपिंग में आपका साथ देंगे, बिना ज़रुरत की चीज़ों को लेने पर भी आपत्ति नहीं जताएंगे। मुंह नहीं बनाएँगे, आँखें नहीं दिखाएंगे, आपको अन्य पत्नियों की फालतू टाइम-पास शॉपिंग का हवाला नहीं देंगे। किसी स्टेचू की तरह मौन रहकर अपने शॉपाहोलिक पति होने का दायित्व निभाएंगे। यही नहीं आपको देश-विदेश की यात्रा भी रेगुलर इंटरवल में कराते रहेंगे। लीजिए बोनस के साथ उपलब्ध पति! आपका अपना वाइफ-फ्रेंडली एटीएम हस्बैंड!
अरे क्या सोच रही हैं, हमारे यहाँ ये ‘रोक-टोक रहित पति’ भी पाए जाते हैं!
ये पति अपनी पत्नियों को सोचने, कहने, मुंह खोलने, कहीं भी आने-जाने, घूमने-फिरने, लेट-नाईट आउटिंग्स करने, नौकरी पर जाने, और तो और अपनी सहेलियों के साथ देश-विदेश में हॉलीडेज़ पर जाने से भी नहीं रोकते। निहायती खुश-मिजाज़, बड़े अक्षरों में लिखा यस-मैडम का बोर्ड परमानेंटली पकड़े हुए। ज़ुबान पर हैरिसन का ताला लगाए, सदा अपनी पत्नी की ख़ुशी को सर्वोपर मानते हुए उसकी किसी भी डिमांड एप्लीकेशन को रद्द न करते हुए, उसकी तमन्नाओं के सजदे में दिन-रात सर झुकाए रहते हैं। ये रोक-टोक रहित पति भी काफी पसंद किए जाते हैं। वो क्या है न, पत्नियों की एक बड़ी समस्या तो इन्हें पाते ही हल हो जाती है।
वैसे अगर ‘ब्रेनलेस-दुम-हिलाते-हस्बैंड्स’ से बेहतर कुछ चाहिए तो ये एक इंटेलीजेंट, अंडरस्टैंडिंग, रेस्पोंसिबल किस्म के रेअरेस्ट-ऑफ़-रेअर की केटेगरी में से पेश है-‘होमवर्क-फ्रेंडली पति’!
अब देखिए न, आप भी तो घर के चुनिंदा कामों से, किट्टी-पार्टीज़, आउटिंग्स, शॉपिंग, पार्लर-विजिट्स और ऐसी ही कितने दिनचर्या के महत्वपूर्ण कामों को कर-कर के आखिर थक जाती होंगी। अब बच्चों को होमवर्क भी आप ही कराएँगी क्या? स्कूल प्रोजेक्ट्स, डिकटेशन्स, टेस्ट्स, एक्साम्स, पेरेंट-टीचर मीटिंग्स…….अरे-अरे…..इतना स्ट्रेस मत लीजिए! होमवर्क-फ्रेंडली पति लीजिए!
ये होमवर्क के अलावा आपके बच्चों को साइकिलिंग, स्विमिंग, स्केटिंग, डांसिंग, क्रिकेट, फुटबॉल, कराटे, थिएटर और ऐसी सभी एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज़ पर स्वयं ले जाएंगे। लीजिए, आपके पास खुद पर ध्यान देने के लिए समय ही समय। अब उम्र से पहले अगर झुर्रियां आ गईं, तो आपकी सहेलियाँ क्या सोचेंगी?
हाँ, मगर ये शायद उतने पत्नीव्रता, पत्निश्रवण और शॉपाहोलिक न हों।
अरे परेशान ना होइए! हमारे पास एक और किस्म है ‘मिश्रित-योग्यता वाले पतियों’ की!
ये कुछ हद्द तक पत्नीव्रता भी हैं, अपनी माँ की बजाय आप पर अधिक गौर करेंगे, आपके एटीएम भी बने रहेंगे, अपना बटुआ भी आपके हवाले कर देंगे, आपको आपके फैसले भी खुद ही लेने की आज़ादी देंगे, बीच-बीच में तोहफे भी दिया करेंगे, तारीफें भी करेंगे और तारीखें भी याद रखेंगे और हाँ, किसी और महिला की तरफ नज़र भर कर भी नहीं देखेंगे।
अरे! रुकिए-रुकिए!
ये तो मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन से भी ज़्यादा चॉइसेस वाला पेपर मालूम पड़ता है। अरे बाप रे! इतनी वैरायटी! किसी फ़ूड कोर्ट का मेनू है क्या? समझ नहीं आ रहा कि सेलेक्ट कैसे करूँ? जैसे कोई सीज़नल सेल। फ्लैट 50% वाली फीलिंग ऑटोमेटिकली आ गई है।
बस कुछ ऐसे ही अदभुत अनुभवों की अनुभूति अभी मेरे भीतर घर करने ही लगी थी कि एक आवाज़ आई, “सोती ही रहोगी क्या, अब उठ भी जाओ। मेरी चाय का समय हो गया है और तुम्हे नींद सूझ रही है। बच्चों को भी पढ़ाना है। धोबी आया था उसका हिसाब भी करना है। और, हो सके तो रात को खाने में कोफ्ते बना लो, बड़े दिन से मन कर रहा है। अरे सुन रही हो क्या?”
लो कर लो बात! अब ज़्यादा हँसिये नहीं। मुझे पता है कि आपको अब तक पता चल गया है कि ये मात्र एक अविस्मरणीय किन्तु असंभव सपना ही था। और कुछ भी नहीं।
बस किसी-किसी में झलक ही देखी है। कभी सामना नहीं हुआ! रियलिटी-वर्सस-ड्रीम्स की खींचतान में!
वैसे ये सपना था बड़ा हसीं। ख्वाबों में ही सही, हृदय के तार झंकृत हो उठे और उम्मीदों के पंख लगाकर मैं उड़ ही चली थी। खैर छोड़िए! पति ही तो हैं, परिकल्पना से मीलों दूर एक खट्टी-मीठी सी हकीकत।
जनाब सर्वगुण संपन्न पत्नियां नहीं मिलती, सर्वगुण संपन्न पति कहाँ से लाइएगा?
मूल चित्र: Canva
I writer by 'will' , 'destiny' , 'genes', & 'profession' love to write as it is the perfect food for my soul's hunger pangs'. Writing since the age of seven, beginning with poetry, freelancing, scripting and read more...
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