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हमारे समाज में अंतरंग रिश्तों में होने वाली हिंसा या दुर्व्यवहार को लेकर अजीब मान्यताएँ हैं, इसलिए, अंतरंग रिश्तों में अब्यूज़ या दुर्व्यवहार के लक्षणों को पहचानें और सतर्क रहें।
You can also read this article on intimate partner abuse in English here.
अभी हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ जहाँ एक युवक अपनी भूतपूर्व प्रेमिका को पीट रहा है और उसका दोस्त इसका वीडियो बना रहा है। उस लड़के की भर्तसना से ज़्यादा, लोग लड़की को ही दोष देने लगे कि उठकर मुक़ाबला क्यों नहीं किया, वापिस क्यों नहीं मारा उसने? इससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि आज भी हमारे समाज में अंतरंग रिश्तों में होने वाली हिंसा या दुर्व्यवहार को लेकर कितनी अजीब मान्यताएँ हैं।
मनोवैज्ञानिक ये सिद्ध कर चुके हैं कि अक्सर यौन हिंसा या अंतरंग हिंसा सिर्फ सेक्स से सम्बंधित न होकर, एक ताकतवर इंसान की दूसरे कमज़ोर इंसान पर, सिर्फ अपनी ताक़त दिखने का एक ज़रिया होती है। मनोविज्ञान एक और मानसिक स्तिथि भी समझाता है जिसे कहते हैं लर्नड हेल्पलेस्सनेस, यानि, अक्सर महिलाओं या समाज के कमज़ोर तबकों को सिखाया जाता रहा है कि वो अपने शोषक का कुछ नहीं बिगाड़ सकते। ऐसा कहकर कि लड़के तो ऐसे ही होते है, पति/पिता/भाई को आपको मारने का अधिकार है, हम लड़कियों को दुर्व्यवहार को सहज समझने की शिक्षा देते हैं और हिंसा का सामान्यकरण करते हैं। ऐसे में, एक दिन अचानक उनका अपने बचाव के लिए, अपने से सशक्त के आगे विरोध में खड़े होना लगभग असंभव ही होता है।
स्वीडन के स्टॉकहोल्म दक्षिण जनरल हस्पताल की कारोलिंस्का इंस्टिट्यूट में की गयी रिसर्च से पता चलता है कि अक्सर यौनिक हिंसा/बलात्कार के मामलों में पीड़ित जड़ हो जाते हैं, ये टॉनिक इम्मोबिलिटी कहलाता है और जानवरों में भी पाई जाने वाली एक प्राकृतिक सहज वृति है जिस में कोई भी प्राणी खुद को भक्षक से बचाने के लिए बिल्कुल जड़ हो जाता है।
समाज को ये समझना होगा कि जहाँ बेटियों को शारीरिक रूप से समर्थ बना ज़रूरी है वहीं अगर कोई लड़की अपनी जान बचाने को प्राथमिकता देती है और किसी भी कारण से हिंसा का विरोध नहीं कर पाती तो उसे दोष देना सही नहीं होगा। इसके साथ, ख़ास कर लड़कियों और महिलाओं को, अंतरंग रिश्तों में अब्यूज़ या दुर्व्यवहार के लक्षणों के बारे में सतर्क करना भी आवश्यक है।
-आपकी भावनाओं को निरंतर अनदेखा करता है
-आपको ऐसा महसूस करवाता है कि आप फैसले लेने में अक्षम हैं
-आपके धर्म, विश्वास/आस्था, जाति, सामाजिक परिस्तिथयों का मज़ाक उड़ाता है
-डरा धमकाकर आपसे सहमति लेता है
-आपको कहता है कि आप उसके बिना कुछ नहीं
-आपको धक्का देता है, ज़ोर से हाथ या बाज़ू पकड़ता है, मारता है, या कुछ भी ऐसा करता है जिससे आपको दर्द हो जैसे बाल ज़ोर से खींचना, इत्यादि
-आपके साथ शारीरिक ताक़त हिंसक तरीके से आज़माता है, जैसा की अक्सर लड़ाई वाले खेलों में होता है
-आपको बार-बार फ़ोन करके ये सुनिश्चित करता है कि आप कहाँ हो, या स्वयं ही देखने आ जाता है कि आप जहाँ बता रही हो वहां हो या नहीं
-जलन से भरा रहता है और आपके बेवफा होने की कल्पनाएं घड़ता है
-अपने बुरे बर्ताव या भावनाओं के लिए आपको दोष देता है
-आपके दोस्तों/परिवार वालों की बेइज़्ज़ती करता है
-आपको, जो आप करना चाहती हैं-दोस्तों/परिवार से मिलना, बाहर जाना, उससे रोकता है
-आपको झूठ बोल के फुसलाता है
-ज़ोर देता है कि आप वो पहनें जो वो चाहता है या वैसी दिखें जैसा वो चाहता है, वज़न कम करें, इत्यादि
-बुरे बर्ताव का लिए शराब या किसी और नशे को एक बहाने की तरह इस्तेमाल करता है
-सेक्स में आपसे वो करने के लिए दबाव डालता है जिस में आप सहज नहीं हैं
-आपसे ज़बरदस्ती सेक्स करता है (ये बलात्कार है) या आपको सेक्स में वो ज़बरदस्ती करवाता है जो आप नहीं चाहती
-किसी लड़ाई के बाद या तो आपको ज़बरदस्ती जाने नहीं देता या किसी जगह छोड़ आता है, सबक सिखाने के लिए
-आपसे पैसे या गाडी की चाबियाँ छीन लेता है
-आपको ऐसा महसूस करवाता है कि आप इस रिश्ते से बाहर नहीं जा सकतीं
-आपको आत्महत्या की धमकी देता है
-आपको साथ बिठा कर असुरक्षित गाड़ी चलाता है
-आप पर चीज़ें फेंकता है
-पालतू पशुओं पर क्रूरता दिखाता है आप से गुस्सा ज़ाहिर करने के लिए
-आपका गला घोंटता है, थप्पड़ मारना, धक्का देना, ये उसके लिए आम है
यदि इन में से एक भी बात आपके रिश्ते के लिए सही है तो आपका साथी एब्यूसर है।
यदि आपको लगे आपकी जान को उसके साथ खतरा है तो किसी प्रकार के बहादुरी के भ्रम में न रहकर, सोच समझ कर फैसला लें कि इस रिश्ते से आप कैसे निकल सकती हैं, अपनी और, अगर आपके साथ बच्चा/बच्चे हैं तो, उनकी सुरक्षा को सर्वोपरि रखें, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, स्वरक्षा की कोई न कोई तकनीक अवश्य सीखें तथा किसी भी रिश्ते में मानसिक प्रताड़ना झेलने की की हद तक भावनात्मक रूप से निर्भर या आसक्त न हों।
अंतरंग रिश्तों में हो रही हिंसा को और बेहतर समझने के लिए तथा ऐसे में स्वयं की मदद कैसे करें, इसके लिए निम्न लिंक पर और जानकारी प्राप्त करें
मूल चित्र: सीक्रेट सुपरस्टार फिल्म से
Pooja Priyamvada is an author, columnist, translator, online content & Social Media consultant, and poet. An awarded bi-lingual blogger she is a trained psychological/mental health first aider, mindfulness & grief facilitator, emotional wellness read more...
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