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अरे अभी तो शादी हुई है और अभी से ये सब सवाल, आख़िर क्यों?

शादी के बाद सबका यही सवाल रहता है, 'अरे! खुशखबरी कब दे रहे हो?' घर की औरतें, खासकर सास तो हमेशा ही बहू पर अपनी पैनी नज़र रखती हैं। 

शादी के बाद सबका यही सवाल रहता है, ‘अरे! खुशखबरी कब दे रहे हो?’ घर की औरतें, खासकर सास, तो हमेशा ही बहू पर अपनी पैनी नज़र रखती हैं। 

शादी का लड्डू, ‘जो खाए वह पछताए और जो ना खाए वो भी पछताए’, यह कहावत बिल्कुल सही है।

शादी के बाद सबका यही सवाल रहता है, ‘अरे! खुशखबरी कब दे रहे हो?’ घर की औरतें, खासकर सास, तो हमेशा ही बहू पर अपनी पैनी नज़र रखती हैं कि कब बहू को उल्टी आए और कब जी मचलाए। घर की बड़ी-बूढ़ी औरतें तो चलने के तरीके से भी बता देती हैं कि बहू के पैर भारी हैं, वह कब माँ बनने वाली है!

हमारे पड़ोस की शर्मा अंकल के बेटे रोहित की शादी को काफी समय हो गया है, और मोहल्ले की औरतों ने बातें करनी भी शुरू कर दी कि कब बनेगी माँ, कब बच्चा पैदा होगा। लेकिन, शादी के कई साल तक कोई ख़बर नहीं थी।

अब तो जिसे देखो मोहल्ले में यही बात करता मिल ही जाता है, ‘अरे बहू का कोई इलाज करवाना चाहिए’, ‘भगवान की फेरी बोल दो’ या ‘कोई डोरा ताबीज़ बनवा दो’, जितने मुंह उतनी बातें, जैसे सबको ही चिंता है इस बात की।

तभी, सुनने में आया कि मिश्रा अंकल की बहू को बच्चा हुआ है।

‘अरे यह कैसे हो गया?’

अब तो मोहल्ले की औरतों को नया, चटपटा विषय मिल गया बात करने का, ‘अरे उसकी शादी को तो अभी नौ महीने ही हुए हैं, इतनी जल्दी बच्चा पैदा कर दिया! थोड़ा सब्र नहीं ना किया? आजकल की लड़कियाँ को सब पता है, कब क्या करना, सब बहुत तेज है, अब तो ज़माना बदल गया है।’

देखिए, बच्चा जल्दी हो जाए, तब प्रॉब्लम, देर से पैदा हो तब प्रॉब्लम!

एक औरत ही दूसरी औरत के लिए मुसीबत भी है और किसी मसले का हल भी है। बच्चा कब पैदा करना है, यह बात पति-पत्नी का आपसी मसला है, लेकिन अभी तक ये औरतों ने अपना पसंदीदा काम बना रखा है।

आपकी क्या प्रतिक्रिया है इस विषय पर दोस्तों? आपके साथ भी ऐसा कोई वाकिया हुआ हो तो ज़रूर बताएँ।

मूल चित्र : YouTube 

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