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आइये एक नए प्रकार का दीप जलाते हैं, राम के मात्र नाम को नहीं उनके व्यवहार को भी अपनाते हैं, ईर्ष्या के बदले खुद को सक्षम कर बुलंदी की राह पर चलाते हैं।
आओ इस दिवाली एक नए प्रकार का दीप जलाते हैं,
उड़ाने और ऊँची एवं सपनों को नया आकार दिलाते हैं..
पटाखों के शोर से ऊपर ख़ुशी के ठहाकों की आवाज़ गुंजवाते हैं,
सोशल मीडिया पर कम, प्रियेजनों के साथ ज़्यादा वक़्त बिताते हैं।
जितना भी हो सके थोड़ा थोड़ा जोड़ कर दान का भाव बढ़ाते हैं,
हर निर्धन एवं दरिद्र के घर उम्मीद का दिया जलाते हैं।
सिर्फ़ अपने घर में ही नहीं, आसपास गली नुक्कड़ में भी सफ़ाई रखते हैं,
इस सुनहरी चिड़िया कहलाये देश का विश्व में नाम चमकाते हैं।
ऊँच नीच धर्म जात के नाम पर अधर्म ना होने की क़सम खाते हैं,
राम के मात्र नाम को नहीं उनके व्यवहार को भी अपनाते हैं।
ईर्ष्या के बदले खुद को सक्षम कर बुलंदी की राह पर चलाते हैं,
स्पष्ट वाणी और शिष्ट विचार की धारणा मन में रखते हैं।
बच्चों को बड़ों की सेवा और संतुष्टि का पाठ सिखाते हैं,
सबसे प्यार, सद्भावना और समान का ही भाव रखते हैं।
इस प्यारी कुदरत और क़ीमती देह को स्वस्थ रखते हैं,
आओ इस दिवाली एक नए प्रकार का दीप जलाते हैं।
मूल चित्र : Pixabay
A Creative Writer by choice and an IT person by profession, Shruti likes to make use of her writings to reach more and more people & help make a difference to the way society has been read more...
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