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रैपर एग्ज़ी के इस रैप को सुनते हुए रोम-रोम खड़ा होता है और सोचने पर मजबुर करता है कि अब वो समय आ चुका है जब इस भेदभाव के खिलाफ आवाज़ उठाना जरूरी हो चला है।
यह शीर्षक कुछ अजीब सा लग रहा होगा। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि ये कोई कहानी नहीं बल्कि एक गायिका और कवयित्री हैं। जी हां! सही समझे आप! Agsy या एग्ज़ी या ‘आग सी’एक लड़की है।
२२ वर्षिय अग्रिता धवन फरीदाबाद, हरियाणा की रहने वाली हैं। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने बार्कलेज़ बैंक में नौकरी की। नौकरी करते हुए उनके अंदर की गायिका अपने आप को रोक नहीं पाई और वो पहुंची MTV चैनल के रियलिटी शो में जिसका नाम है MTV Hussle अर्थात MTV हसल।
भारतीय शास्त्रीय संगीत में कुछ प्रशिक्षण लेने के बाद अग्रीता ने अपनी संगीत की रुचि को लड़कपन के दौर में जगाए रखा। उन्होंने रैपर निकी मिनाज को सुनना शुरू किया। उन्हें सुनते वक़्त वह सोचती कि कोई इतने रफ्तार से सुर में कैसे गा सकती है। अग्रिता ने भी रैप गाना शुरू किया और २०१७ में YouTube पर अपना पहला रैप एल्बम साझा किया जिसका नाम था Wasted Love या वेस्टेड लव
संगीत की दुनिया के माध्यम से भारतीय रैपर एग्ज़ी अब नारी के साथ होने वाली सामाजिक समस्या और शोषण पर भी लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाह रही थी। अग्रिता के साथ बचपन में हुआ यौन शोषण उसे अंदर से झकझोर रहा था। अपने अंदर की ज्वाला को वह समाज के सामने लाना चाह रही थी। साथ ही रैप और हिप-हॉप की दुनिया में से पुरुषों की बपौती को हटाना चाह रही थी। नारी सशक्तिकरण और जागरूकता के लिए उसने MTV का मंच चुना।
MTV पर एक नया रियलिटी शो आया MTV Hussle, अग्रीता ने उस शो में अपना स्थान प्रतिस्पर्धा के उच्च श्रेणी में रखा और वह पहले १५ में चुन ली गई। इस शो में वह एग्ज़ी बनी। इसका मतलब है ‘आग सी’। अब एग्ज़ी आग बनकर अपने रैप को सुनाने लगी। सितम्बर २०१९ वाले एपिसोड में एग्ज़ी ने एक रैप गाया जिसका शीर्षक था ‘औरत उठाने का’
इस प्रस्तुति में एग्ज़ी ने बताया कि औरत किसी भी तरह पुरुषप्रधान समाज में ना तो कम है ना ही छोटी। इस रैप की कुछ पंक्तियों में उसने कहा ‘औरत ये जात मुझे मां ने दी’ ‘क्यों इस गृहस्थी में मुझे परवाना और भाई को इजाज़त थी?’ ‘ज्वाला सी सीने में’
रैपर एग्ज़ी के इस रैप को सुनते हुए हर एक रोम खड़ा होता है और सोचने पर मजबुर करता है कि अब वो समय आ चुका है जब इस भेदभाव के खिलाफ आवाज़ उठाना जरूरी हो चला है। अब वाकई में वक़्त आ गया है औरत उठाने का!
इस रैप एक प्रस्तुति करते हुए मालूम पड़ता है एग्ज़ी का आत्मविश्वास, नारी के प्रति सम्मान और खुद के लिए आवाज़ उठाने का जज्बा।
इस शो में तीन परीक्षक हैं जिसमें रैपर रफ्तार, डीजे न्यूक्लीय और रैपर राजा कुमारी हैं । तीनों ही जजेज़ को एग्ज़ी की प्रस्तुति इतनी पसंद आई कि उन्होंने ना सिर्फ उसे पहले १५ में स्थान दिया बल्कि रफ्तार ने उसे अपनी कैप पहनाई। इस के बाद के एपीसोड को YouTubeपर नाम दिया गया इमोशनल एग्ज़ी. इस रैप को गाते वक़्त एग्ज़ी ही नहीं जजेज़ और दर्शक भी रो पड़े। इस रैप का शीर्षक है बरसात में आंसू बहे, इस रैप की कुछ पंक्तियां अंदर से हिला देती हैं।
वो पंक्तियां हैं, ‘वो जानती थी हो रहा है कुछ गलत’ ‘पर क्यों ना बोला माँ कि सिर्फ बचाना सिर्फ गैरों से ना क्यूंकि खेलते तो अपनों संग ही होली हैं’
इस रैप को शुरू करने से पहले एग्ज़ी ने बताया की यह रैप हर उस लड़की और लड़के के लिए है जो इस से खुद को जुड़ा हुआ महसूस करे। इस रैप में दिल छू लेने वाली पंक्ति है ‘बरसात में आंसू बहे, ना तुम अकेले‘
इस रैप में अग्रिता ने समाज की सबसे बड़ी कमजोरी और विडंबना पर उंगली उठाई है। विकासशील कहे जाने वाले हमारे देश में जहां लड़कियां एक ओर आसमान छू रही हैं वहीं अब भी रोज़ाना हजारों की तादाद में बालिकाएं यौन शोषण का शिकार बनती जा रही हैं।
इस मुद्दे पर संगीत के माध्यम से उंगली उठाकर एग्ज़ी ने जांबाजी का काम किया है। MTV जैसे चैनल के माध्यम से उसने अपने रैप के अंत में कहा कि जिसके साथ भी यह हो रहा है, वो सामने आए और बताएं क्योंकि तुम्हें डरने और सहने की ज़रूरत नहीं है, तुमने कुछ भी ग़लत नहीं किया है। इतने बड़े माध्यम से कहीं गई बात अवश्य ही कुछ बदलाव ज़रूर लाएगी यह मेरा विश्वास है।
यह रैप सुनकर जजेज़ भी खुद को रोक नहीं पाए और इस नेक काम के लिए एग्ज़ी को सराहा और जनता से निवेदन किया कि अब वे आवाज़ उठाएं।
इसी तरह नारी सशक्तिकरण की ओर बढ़ते हुए एग्ज़ी ने ‘जनानी रोग है‘ और ‘लाहौर‘ जैसी खूबसूरत प्रस्तुतियां की।
एग्ज़ी वाकई में आग सी है इस बात सी सहमत हूं। एग्ज़ी को मैं बहुत बहुत धन्यवाद देती हूं। मेरे इस लेख को पढ़ने वाले सभी वाचकों से में अनुरोध करती हूं कि एग्ज़ी की तरह कोई आग अंदर जलाएं और समाज के प्रति अपना दायित्व निभायें।
अब वक़्त है – औरत उठाने का !
मूल चित्र : YouTube
I am Pragati Jitendra Bachhawat from Mumbai. Homemaker and an Indian classical vocalist. Would love to explore a new Pragati inside through words and women's web. read more...
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