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ऐसा नहीं है कि मैं दोबारा जन्म नहीं लेना चाहती पर इस बार मेरी अपनी कुछ शर्तें होंगी, क्या आप इन्हें मानने के लिए तैयार हैं?
मैं दोबारा जन्म लेकर इस दुनिया में आना चाहती हूं…
पर, मैं आऊं, तो कोई परिपाटी ना हो, गल्तियों की हो जगह, महानता अनिवार्य ना हो, मेरी कुछ सीमाएं हैं? मुझे पता ना हो? जब मैं आऊं, तो मेरा आना किसी को खला ना हो।
दो-दो घरों के लाज की, ज़िम्मेदारी ना हो, पल प्रति पल, झुकने का, प्रशिक्षण ना हो। मुझे बिना कारण कोई लक्ष्मी, दुर्गा ना पुकारे, ना कोई, मेरे पैर पूजे, और ना ही कोई दुत्कारे। मेरी रक्षा, मेरी स्वयं की, ज़िम्मेदारी हो। मुझ पर पिता, भाई, बेटे, पति की, ना कोई दावेदारी हो।
मूल चित्र : Unsplash
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