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अभी भी कितनी जगह हमारे साथ अन्याय, शोषण, अत्याचार किया जाता है, जब तक हमारे देश में एक भी महिला असुरक्षित है, तब तक हमें ये जंग लड़नी होगी।
आज मैं आप सबको महिलाओं के जीवन मे आये बदलाव के बारे में बताऊँ कि कैसे प्रत्येक औरत ने अपना जीवन इस प्रकार से बदल लिया है कि आज पूरा विश्व हमारी जय जय कार कर रहा है।
इतिहास गवाह है कि पहले हमें सिर्फ घर से जोड़कर देखा जाता था और हम पुरूषों के कदमों तक सीमित थे। हमें सिर्फ बच्चा पैदा करने की मशीन समझा जाता था। उस कठिन समय में भी कितनी औरतों ने अपने वजूद को कायम रखा और अपने समाज को दिखाया कि हम भी पुरुषों से कम नहीं हैं। हममें भी काबिलयत है और इन महिलायों के नाम इतिहास के पन्नो में दर्ज हैं। यदि मैं प्रत्येक का नाम लिखने बैठी तो पता नहीं कितनी होंगी। शायद मेरा ब्लॉग ही कम पड़ जाए।
आज इस धरती पर हर जगह से हम महिलाओं की कीर्ति का बखान किया जा रहा है, चाहे कोई गावं हो या महानगर, सब जगह हमारी सोच को आगे बढ़ा दिया है। अब हम घर तक सीमित नहीं हैं। हमारे बंधे हुए पंखों को उर्जावान गति मिल गयी है और इनका थमना अब संम्भव नहीं है।
बदलाव हमारे जीवन का हिस्सा है, यह कभी सकारात्मक और कभी नकारात्मक हो सकता है। बदलाव चाहे बाहरी हो या आंतरिक इसका प्रभाव हमारे जीवन पर देखा जा सकता है। महिलाओं के बदलते रूप को हमारे पुरूष प्रधान समाज ने भी अब स्वीकार करना शुरू कर दिया है।
लेकिन अभी हमारी मंजिल नहीं मिली है। अभी भी कितनी जगह हमारे साथ अन्याय, शोषण, अत्याचार किया जाता है। जब तक हमारे देश में एक भी महिला असुरक्षित है, तब तक हम सबको एक साथ मिलकर इसका कोई न कोई हल निकालना होगा। इसके लिए हमारे समाज, देश को कड़े कानून बनाने होंगे और उनका कठोरता से पालन करना होगा।
आप और मैं मिलकर यह प्रतिज्ञा करते हैं कि आज से ही अपने आस पास रहने वाली किसी भी महिला के साथ कोई दुर्व्यवहार सहन नही करेंगें।
आप सब के क्या विचार है इस बदलाव को लेकर?
मूल चित्र : Canva
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