कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

यो यो हनी सिंह के ‘मखना’ और ‘लोका’ पर आप थिरक तो रहे हैं, लेकिन क्या आप इन्हें सुन भी रहे हैं?

हनी सिंह जैसे कलाकारों को हमें एहसास कराने की ज़रूरत है कि वे कोई भी भद्दा गाना बनाकर हमें अपनी धुनों पर नचा नहीं सकते। क्या ऐसा करने के किये तैयार हैं आप?

हनी सिंह जैसे कलाकारों को हमें एहसास कराने की ज़रूरत है कि वे कोई भी भद्दा गाना बनाकर हमें अपनी धुनों पर नचा नहीं सकते। क्या ऐसा करने के किये तैयार हैं आप?

तस्वीर देखकर जान तो गए ही होंगे कि हम किसकी बात करने वाले हैं। हनी सिंह द रैपर की जिनकी म्यूज़िक की दुनिया में पहले धीरे-धीरे और फिर 2013 में धमाकेदार एंट्री हुई थी। इनके गाने पूरे देश में धूम मचा रहे थे। बॉलीवुड का हर दूसरा गाना हनी सिंह के बिना अधूरा था। हमने और आपने भी यो यो हनी सिंह कहकर बड़े ठुमके लगाए थे और कई के लिरिक्स मुंह ज़ुबानी याद कर लिए थे, पर शायद कभी ये नहीं सोचा की इन गानों में किस तरह से औरतों के बारे में कहा गया है।

ये पढ़कर देखेंगे तो ख़ुद समझ आ जाएगा

एक बार कुछ गाने दोबारा सुन लीजिए….थोड़ा याद ताज़ा हो जाएगी।

इन गानों में से कुछ से दो के लिरिक्स में यहां लिख रही हूं, पढ़कर देखेंगे तो ख़ुद समझ आ जाएगा कि मैं क्या कहना चाहती हूं।

‘अंग्रेज़ी बीट गाना- मुंडया नू चरदी ठारी-ठारी (ठंड) ओदी हीट ते….
मरजानी (लड़की के लिए) पौंदी भगड़ा अंग्रेज़ी बीट ते….
ओदे सिल्की-सिल्की बाल, नस्ल दी गोरी आ
क्यों है इतनी डेस्पिरेट, सानू दस दे कि ऐ रेट’

और

‘ब्लू आइज़ हिप्नोटाइज़ तेरी करदी ए मेंनू, आई स्वियर छोटी ड्रेस में बॉम्ब लगदी मैंनू
सीधी बात करूं, ना करूं तोलमोल के, टू नाइट आई गोटा होल्ड यू टाइट’

महिलाओं के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल

इसके अलावा भी हनी सिंह के कई ऐसे गाने हैं जिनके लिरिक्स में लड़कियों के लिए तरह-तरह की बातें कही गई हैं। साल 2014 में हनी सिंह कुछ वक्त के लिए गायब भी हो गया पता चला कि उन्हें अचानक ड्रग्स और नशे की आदत हो गई थी और वो रिहैब में थे। लेकिन इन सब ख़बरों को खारिज करते हुए इनी सिंह ने कहा कि उन्हें बायपोलर डिसऑर्डर था और घर ही में डॉक्टर की देख-रेख में उनकी जांच हो रही थी। 2016 में फिर से वो वापस आ गए और गाने और फिल्में करने लगे। पिछले साल उनका एक गाना आया था ‘मखना’ जिसके बाद वो एक बार फिर से विवादों में आ गए। उनके ख़िलाफ़ पंजाब महिला आयोग ने शिकायत दर्ज कराई कि इस गाने में उन्होंने महिलाओं के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल किए हैं।

गाने के बोल कुछ इस तरह थे-

‘मैं और मेरे कलाकार, सब बैठ के करें चिल
पर मैं हूँ वुमनाइज़र, मुझे अकेले में मत मिल
सिलिकॉन वाली लड़कियों को मैं पकड़ता नहीं, ब्राउन गर्ल से मेरा दिल भरता नहीं
गोरी गोरी स्किन के लिए मैं मरता नहीं, क्यूंकि मैं हूँ शेर घास चरता नहीं
तू है पतली सी नारी, पर मेरा वेट हो गया है थोड़ा भारी
तू है जानती मैं हूँ शिकारी, तुझे खा जाऊँगा सारी की सारी

इस गाने को विवादों के बाद बैन भी कर दिया गया था। हालांकि अब भी कई प्लेटफॉर्म पर ये मौजूद है। आरोपों के बावजूद भी हनी सिंह रुके नहीं हैं। वो गाने बना रहे हैं, आपत्तिजनक लिरिक्स लिख रहे हैं और हम उन्हें सुन भी रहे हैं।

अभी कुछ दिन पहले फिर से हनी सिंह का एक और गाना ‘लोका’ रिलीज़ हुआ है। हो सकता है आपने सुना हो इस गाने में लड़की को लोका कहा गया है जिसे स्पेनिश में क्रेज़ी गर्ल कहा जाता है जो शराब पीकर धुत है।

महिलाओं के चरित्र पर हमला

माना ये सारे ग्रूविंग गाने आपको पसंद हो सकते हैं लेकिन इनके लिरिक्स बेहद फूहड़ हैं जो हर तरह से महिलाओं का गलत चरित्र दर्शाते हैं। हनी सिंह के लगभग हर गाने में लड़कियां या तो शराब पी रही हैं या छोटे कपड़े पहनकर पार्टी कर रही हैं। मैं समझ नहीं पा रही कि जिस तरह से वो पूरे महिला समाज को इस फूहड़ता से दर्शा रहे हैं उसपर हम अपना एतराज़ ज़ाहिर क्यों नहीं करते।

ऐसे गानों का क्या असर होता है

आपके आस-पास या आपके समाज में जो भी चीज़ें होती हैं, जाने-अनजाने में उसका असर आप पर होता ही है। ऐसे गाने जब बनते हैं तो लाखों सुनने वालों में से अगर एक या दो इंसान भी इसे सही मानने लगें या औरतों की वैसी ही तस्वीर अपनी सोच पर चस्पां कर लें तो ये कितना ग़लत प्रभाव हो सकता है। आज ये सोचने वाले दो लोग हैं, तो कल दस भी हो सकते हैं। मुझे ऐसा लगता है कि बिना गंदे शब्दों के भी अच्छे गाने बनाए जा सकते हैं और बनते भी हैं।

हम भी देते हैं बढ़ावा ऐसे गानों को

हनी सिंह कहते हैं, “मैं लड़की के लिए अच्छी कविता लिखूंगा तो वो ज्यादा लोगों को पसंद नहीं आएगी लेकिन थोड़ा मिर्च मसाला लगाऊंगा तो सब सुनेंगे। लड़कियों को ख़ुद भी मेरे गाने पसंद आते हैं। शराब हमारी सोसाइटी में है इसलिए मैं उसपर गाने लिखता हूं। पहले वो बंद हो जाए तो मैं नहीं लिखूंगा।”

अब हनी सिंह तो अपनी ज़िम्मेदारी समझ नहीं रहे कि उन्हें कहां अपनी ग़लती ठीक करनी है तो हम तो समझ सकते हैं ना। सही तो है। हम भी तो उनके गाने हिट कराकर कहीं ना कहीं उनकी सोच को सही करार दे रहे हैं। हनी सिंह या ऐसे किसी भी सिंगर के गाने सुनने से इनकार करें जो ग़लत बातों और सोच को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे कलाकारों को एहसास कराने की ज़रूरत है कि कोई भी भद्दा गाना बनाकर ये हमें अपनी धुनों पर नचा नहीं सकते।

मूल चित्र : YouTube

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

133 Posts | 493,064 Views
All Categories