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नज़मा आपी हो या कंगन रन-आउट, सलोनी गौड़ के पास हैं देश भर की खबरें ठहाकों के साथ…

नज़मा आपी उर्फ़ सलोनी गौड़ अपने वीडियोज़ के जरिये ये दिखाती हैं कि एक आम परिवार में एक मम्मी, बगल वाली मौसी, गंभीर मुद्दों पर कैसे प्रतिक्रिया देती हैं।

नज़मा आपी उर्फ़ सलोनी गौड़ अपने वीडियोज़ के जरिये ये दिखाती हैं कि एक आम परिवार में एक मम्मी, बगल वाली मौसी, गंभीर मुद्दों पर कैसे प्रतिक्रिया देती हैं।

व्यंग करना और अनजाने में हंसी तथा आपको लोट-पोट कर देने वाली बातें कर देना, ये दो गुण हम भारतवासियों के रक्त में बहते हैं। इन गुणों की मास्टर हैं भारतीय महिलाएँ। हमारी माताओं से लेकर हमारी मोहल्ले की मौसी तक, भारतीय महिलाओं में अनजाने में व्यंग द्वारा हँसाने की एक ऐसी कला है जिसे वो तक नहीं जानती। लेकिन 20 वर्षीय सलोनी गौड़ उर्फ ​​नज़मा आपी यह सुनिश्चित कर रही हैं कि यह व्यंग्य की कला कॉमेडी के रूप में हर घर तक पहुंचे।

नज़मा आपी एक ऑनलाइन किरदार है

यदि आपने अभी तक एक हिजाब पहनने वाली महिला, पुरानी दिल्ली की बोली में राजनीति से लेकर घर की पंचायत तक के मुद्दों पर बात करते हुए नहीं देखा है, तो आप कौन से संत हैं यह हम पता करना चाहेंगे! पर अगर आपने ये वायरल वीडियोज़ देखी हैं तो आपको पता होगा कि यह नवीनतम इंटरनेट सनसनी नज़मा आपी है। लेकिन अगर आप अभी भी नहीं जानते हैं, तो नज़मा आपी एक ऑनलाइन किरदार है जो दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा सलोनी गौर की रचना है।

नज़मा आपी सलोनी द्वारा बनाए गए कई किरदारों में से एक है। अब आप सब बेताब होंगे सलोनी के बारे में और जानने के लिए! तो अपनी इस कॉमेडी की जर्नी के बारे में बात करने के लिए खुद सलोनी से बेहतर कौन होगा? मेरे साथ एक मजेदार टेलीफोनिक बातचीत में, सलोनी ने एक आम घर की लड़की से 88k से भी अधिक फोल्लोवेर्स के साथ एक सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर बनने तक के अपने सफर को साझा किया।

सोशल मीडिया स्टार बनने तक का सफर

20 वर्षीय सलोनी का जन्म एक औसत भारतीय परिवार में बुलंदशहर में हुआ था और वर्तमान में वह दिल्ली विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में बी.ए की पढ़ाई कर रही है। उन्होंने 2017 में किरदार पिंकी डोगरा के साथ अपनी पहली सोशल मीडिया कॉमिक वीडियो दुनिया के साथ साझा की। इसमें उनके सबसे पहले फ़ोन का काफी बड़ा योगदान था।

“जब मैं 2017 में दिल्ली आई तो मुझे एक फोन मिला। उसकी वजह से मुझे सोशल मीडिया की दुनिया के दर्शन हुए और फिर मैंने मल्लिका दुआ और अन्य कंटेंट क्रिएटर्स के वीडियो देखना शुरू किया और मुझे लगा कि यार में भी ऐसा कुछ कर सकती हूँ, मतलब ट्राई करने में क्या हर्ज़ है। फिर मैंने इंस्टाग्राम पर अपना पहला वीडियो अपलोड किया, और मेरी पहली करैक्टर थी के पिंकी डोगरा जो उसके आस पास जो भी हो रहा होता है, उसपे रैंट (शिकायत) करती है। मेरे चेहरे पर फ़िल्टर लगा के मैंने यह करैक्टर बनाया था और पहले वीडियो व्हाट्सएप स्टोरीज़ पर एक रैंट था।  फिर उसके बाद से आइडियाज़ आते रहे, और अब नए करेक्टर्स बनते जा रहे हैं जो लोगों को पसंद आते जा रहे हैं।”

सलोनी ने बताया कि उनका बचपन काफी साधारण था। उनका परिवार भी किसी भी आम भारतीय फैमिली की तरह बिलकुल सामान्य पर फिर भी अलग था। हर किसी आम भारतीय फैमिली की तरह उनके घर में भी एक दादी हैं, जो जाने अनजाने दुनिया के बेस्ट वन-लाइनर्स मारती हैं। और उनकी दादी ही कॉमेडी करने की उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं।

“मैं और मेरा भाई बचपन में बहुत बड़े टेलीविज़न प्रेमी थे और इस टीवी देखने की आदत ने हमारी दिलचस्पी कॉमेडी में काफ़ी बढ़ा दी। इसके ऊपर से मेरी दादी सबसे अच्छा एक-लाइनर देती हैं और मुझे लगता है कि किसी तरह कॉमेडी और व्यंग्य हमारे जींज़ में है।”

मिमिक्री करना बचपन से ही सलोनी गौर की आदत और एक उम्दा खूबी रही है। अपने स्कूल में मनोरंजन के लिए वो अपने अध्यापकों की मिमिक्री किया करती थी। “मैं सभी शिक्षकों की मिमिक्री किया करती थी, और तब एक शिक्षक को पता चला तो उन्होंने मुझसे अपनी कक्षा में सभी शिक्षकों की हर बार मिमिक्री करने के लिए कहा, और फिर उनके प्रोत्साहन पे मैंने भी अपने प्रधानाचार्य की मिमिक्री करनी भी शुरू कर दी। ऐसे ही सराहना के बाद आत्मविश्वास भी बढ़ गया और मैं कॉमेडी करने को लेकर और अधिक आश्वस्त हो गई।”

तबसे अपनी पहले वीडियो के बाद से सलोनी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनकी यात्रा में उनका सबसे बड़ा सहारा उनके दोस्त और परिवार के लोग रहे हैं।

“मेरे परिवार ने मेरा हमेशा बहुत समर्थन किया है। मेरे पेरेंट्स ने हमेशा मुझसे एक ही चीज़ कही है कि बेटा पढाई के साथ-साथ जो भी करना है कर लो बस पढ़ाई नहीं छोड़नी। उन्होंने हमेशा मेरी कॉमेडी करने की रूचि का समर्थन किया है। मेरे पेरेंट्स के बाद मेरा भाई एक कंटेंट क्रिएटर होने के नाते खुद बहुत सहयोगी रहा है, और मेरे सबसे अच्छे दोस्तों ने हमेशा अधिक कंटेंट बनाने के लिए मुझे काफ़ी प्रेरित किया है।”

नज़मा आपी कौन है और क्यों वो सबको इतनी पसंद आती हैं?

चाहे इंस्टाग्राम या ट्विटर या व्हाट्सएप के माध्यम से, अभी तक आप नज़मा आपी से परिचित तो हो ही चुके होंगे।

हाँ, वह हर जगह हैं! नाज़मा आपी जितनी मजाकिया हैं, उतनी ही अनोखी भी हैं। हिजाब पहनकर और पुरानी दिल्ली के लहजे में सलौनी, नज़मा आपी के रूप में प्रदूषण से लेकर (वीडियो जिसने उन्हें वायरल किया है) CAA, दिल्ली चुनाव, कोरोना और लेटेस्ट लॉकडाउन के ऊपर एक आम घरेलु महिला के विचार लोगों तक काफी मज़ाकिया अंदाज़ में पेश करती हैं। नज़मा आपी इतनी मशहूर हो गई हैं कि महज एक महीने में सलोनी के इंस्टाग्राम फॉलोअर्स 50k से 89k तक पहुंच गए।

नज़मा आपी लोगों को इतनी पसंद क्यों आती हैं?

“नज़मा आपी मेरा बनाया हुआ एक किरदार है, लेकिन वह उन लोगों से प्रेरित है जिन्हें मैंने अपने जीवन में देखा है। मेरा भाई पढ़ाई करने के लिए दिल्ली गया था और फिर वह वहाँ के लोगों से मिला, और तब मुझे पता चला कि पुरानी दिल्ली की बोली जो अक्सर मुस्लिम औरतें इस्तेमाल करती हैं, उसे खरखण्डारी कहते हैं, और मैंने उससे यह भाषा सीखी । फिर ईद पर मैंने नज़मा आपी के द्वारा मुस्लिम महिलाओं की फ़्रस्ट्रेशन को दिखाने के एक वीडियो बनाया”, सलोनी ने चुटकी लेते हुए कहा।

नज़मा आपी के साथ सलोनी अधिक गंभीर मुद्दों पर बात करती हैं

शुरुआती वीडियो में सामान्य पारिवारिक मुद्दों के बारें में बात करने के बाद अब नाज़मा आपी के साथ सलोनी अधिक गंभीर मुद्दों पर बात करती है। लेकिन इन सब में भी नाज़मा आपी ने अपना सामान्य घरेलू व्यहवार और समानता अभी तक नहीं खोयी।

CAA पर एक कॉमिक टेक लेने के बारे में उनके एक वीडियो में, उन्होंने कहा, “लोग अगर इतनी ठण्ड में सड़क पर उतर रहे तो कोई बात तो होगी ही वरना जाड़ा इतना हो रखा है कि कोई बाथरूम बाथरूम जाने के लिए भी रज़ाई से ना निकले, हमारे बच्चे गए थे वाटर केनन से भीग के आ गए।”

सलोनी ने मुझे बताया कि यहां मजे की बात यह है कि यह CAA की वीडियो उनके घर में उनकी उनकी मम्मी के एक रिएक्शन से प्रेरित थी ।

”सीएए पर मेरे वीडियो के लिए जहां मैंने कहा कि ‘बच्चे वाटर केनन से भीग के घर आते हैं’, वो असल में मेरी मम्मी का वन-लाइनर था। जब मेरी मम्मी ने टीवी पे देखा की CAA प्रोटेस्ट के दौरान छात्रों पर वाटर केनन का का इस्तेमाल होता हैं तो उनकी पहली प्रतिक्रिया थी, अरे देखो तो बच्चे भीग गए! तो तभी मैंने सोचा कि यार एक मम्मी के दृष्टिकोण से CAA पर एक वीडियो बनानी चहिए।”

अपने लेटेस्ट वीडियो में सलोनी ने घर पर रहने और लोगों की मदद करने के बारे में एक लॉकडाउन अपडेट किया, उन्होंने कहा कि ‘घर पे रुकना ज़रूरी है, अपनी जान की न सही तो दूसरों की जान की तो फ़िक्र कर लो, अरे भइया ये सबके लिए बिना हॉलिडे-होमवर्क वाली वेकेशन नहीं है।’

सलोनी अपने वीडियोज़ के जरिये ये दिखाती हैं कि एक आम परिवार में गंभीर मुद्दों के बारे में चर्चा कैसे होती है और हमारी मम्मी, बगल वाली मौसी, गंभीर मुद्दों पर कैसे प्रतिक्रिया देती हैं। उनके वीडियोस के वायरल होने का बड़ा श्रेय उनके मजाकिया वन-लाइनर्स को जाता है, जैसे पैनिक-बाइंग पे – ‘एक्स्ट्रा सामान आँतों में जम जाएगा, और मोदी जी की कोरोना घोषणाओं पर – ‘”मोदी जी को अपने भाषणो का समय बदल देना चाइये मेरा ना 8 बजे वाला टीवी शो छूट जाता है।”

सलोनी की किरदार आखिर किसकी राय दर्शाते हैं ?

अब हालांकि सलोनी का कॉमेडी कंटेंट बहुत ही मनोरंजक है, लेकिन यह सवाल भी उठता है कि यह किरदार जो बोलते हैं तो वो किसकी राय का प्रतिनिधित्व करते है? इस पर सलोनी ने कहा, “मेरा कंटेंट हमेशा बहुत संतुलित होता है, मैं अपने वीडियो में अपनी पर्सनल राजनीतिक राय नहीं देती” उन्होंने मुझे बताया की वह कंटेंट सभी के लिए बनती है और इसलिए वह हर चीज के बारे में बात करती है।

नज़मा आपी के अलावा वर्तमान में सलोनी कई अन्य किरदार भी करती हैं। आशा बेहन और कुसुम बेहन किसी भी आम पड़ोस की गपशप करने वाली महिलाओं की तरह हैं, तोमर भारद्वाज टीवी सीरियल से प्रेरित एक आदर्श बहू हैं और मदर-इन-लॉ और माँ का किरदार उनकी अपनी माँ से थोड़ा प्रेरित हैं। वह कंगना रनौत जैसी मशहूर हस्तियों की नकल भी करती हैं। उनके वीडियोज़ में वह कंगना रन-आउट के नाम से प्रचलित हैं। वह अभिनेत्री सोनम कपूर की भी मिमक्री कर चुकी है और सोनम कपूर की नकल करते हुए उनके एक वीडियो को सोनम ने खुद शेयर किया था।

सलोनी कहती हैं, “जब मैंने सोनम का वीडियो इंस्टाग्राम पर डाला, तो उन्होंने मुझे मैसेज किया कि वह इस वीडियो को देखकर बहुत हँसी और उन्होंने वो वीडियो अपनी सास को भी दिखाया। सब से इतना प्रोत्साहन मिलने के बाद मेरा मानना ​​है कि जब तक मैं किसी व्यक्ति का अपमान नहीं करती हूं, तब तक नकल करना कॉमेडी का एक अच्छा रूप है जो हर किसी को काफ़ी पसंद आता है।”

सोशल मीडिया स्टार की तरह महसूस नहीं करती हूँ

हालाँकि सलोनी का किरदार नज़मा आपी अब एक घरेलू नाम है और उनके पास एक बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया फोल्लोवेर्स हैं , लेकिन अब भी उन्हें एक स्टार की तरह महसूस नहीं होता है।

“जब भी मैं बाहर जाती हूँ तो प्रदूषण और धूल के कारण मैं हमेशा मास्क पहनती हूँ, इसलिए अभी तक तो सब सामान्य है मतलब कोई बीच सड़क में फोटो खींचने की फरमाइश नहीं हुई है”, सलोनी ने हँसते हुए कहा। लेकिन सोशल मीडिया पर कमैंट्स और मेरे डीएम में जो मुझे प्यार और प्रोत्साहन मिलता है उसकी मैं बहुत प्रशंसा करती हूं। मेरे फोल्लोवेर्स मुझे और वीडियोज़ बनाने के लिए प्रेरित करते हैं!”

फिर भी, अक्सर लोग कई बार उनसे ‘नज़मा आपि लाइव डिमांड’ की काफी फरमाइशें आती हैं। कई बार लोग सलोनी से उनकी नक़ल उतरने की फरमाइश भी करते हैं, “जब मेरे कॉलेज के लोगों को पता चला कि मैं नज़मा आपी हूं, तो उनमें से कई ने मुझसे उनकी नकल करने के लिए कहा। और फिर एक बात हमेशा होती है कि यार अगर बुरा कर दिया तो लोग क्या कहेगा!”

सलोनी को कौन प्रेरित करता है?

मल्लिका दुआ के अलावा सलोनी सबसे अधिक डिजिटल कंटेंट क्रिएटर कुशा कपिला से प्रेरित हैं।

कुशा कपिला मेरी सबसे पसंदीदा क्रिएटर हैं, और जिस दिन उन्होंने मुझे मैसेज किया और मेरी तारीफ की उस दिन मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना ही नहीं था। क्रिएटर डॉली सिंह भी मुझे काफी पसंद हैं क्योंकि ये लोग जो कंटेंट बनाते हैं, वह मेरे कंटेंट के काफी समान है,” सलोनी ने बताया ।

लेकिन उनके सबसे पसंदीदा कंटेंट क्रिएटर उनके भाई हैं, “इससे पहले कि मैं किसी अन्य कंटेंट क्रिएटर के वीडियोज़ देखती थी पर फिर मैंने अपने भाई के वीडियोज़ देखने शुरू किए थे जिसने यूट्यूब के माध्यम से कॉमेडी में अपनी यात्रा शुरू की। तो उनको देख के लगा की यार जब मेरा भाई कर सकता है तो मैं भी कर सकती हूँ”, उन्होंने हंसते हुए कहा।

सभी के लिए एक छोटी सी टिप

कंटेंट बनाना और उसे सोशल मीडिया पर डालना कुछ लोगों के लिए काफी कठिन हो सकता है। ‘लोग क्या कहेंगे’ की जो सोच है वह काफी लोगों को ऑनलाइन कंटेंट डालने से पीछे कर देती है। ऑनलाइन कंटेंट डालने एक चिंता से भरा एक कदम हो सकता है लेकिन पहले से ही स्थापित कंटेंट क्रिएटर सलोनी की थोड़ी सी टिप्स आपकी मदद कर सकती है।

सलोनी ने आम लोगों के लिए ऑनलाइन कंटेंट डालते समय कैसे चिंतित ना हों, इस बारे में बात करते हुए कहा, “यदि आप शुरुआत में चिंतित हैं तो अपने अकाउंट को निजी रखें और केवल अपने दोस्तों को इसे देखने दें। यदि वह अच्छे दोस्त हैं तो वह आपको एक ईमानदार समीक्षा देंगे। साथ ही अगर लोग आपके कंटेंट को पसंद कर रहे हैं तो ज्यादा वीडियो पोस्ट करने में कोई बुराई नहीं है। जब मुझे लगभग 1000 फोल्लोवेर्स मिल गए, तो मैंने अपना अकाउंट सार्वजनिक कर दिया, और अब मैं बहुत आत्मविश्वासी हो गई हूँ, मेरी मर्ज़ी वाली चीज़ हो गई है।

वीडियो बंद नहीं होंगे

कंटेंट बनाने के अलावा, सलोनी ने स्टैंडअप कॉमेडी में भी हाथ आजमाया है, जो उन्हें बहुत पसंद है। अपने भविष्य के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ भी हो जाए वह कभी कंटेंट बनाना बंद नहीं करेंगी।

“मैं अभी और पढ़ाई आगे जारी नहीं रखना चाहती क्योंकि मैं स्टैंड-अप कॉमेडी करना चाहता हूं। बाकि आगे जो काम आता जाएगा वैसे-वैसे देखते जाएंगे लेकिन एक बात हैं कि यह वीडियोज़ बनाना कभी बंद नहीं होगा।”

तो इस लॉकडाउन समय में अगर कोई एक चीज है जिसे आपको मनोरंजन करने, शिक्षित करने और खुद को प्रेरित करने के लिए देखना चाहिए, तो यह सलोनी के वीडियो हैं। बुलंदशहर से लेकर विश्व प्रसिद्ध होने तक, सलोनी गौर ने एक बहुत लंबा सफर तय किया है। और अभी की समय में हंसना और खुश रहना काफी ज़रूरी है।

आप इंस्टाग्राम और ट्विटर पर सलोनी गौर का कंटेंट यहाँ देख सकते हैं।

मूल चित्र : Twitter 

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Nishtha Pandey

I read, I write, I dream and search for the silver lining in my life. Being a student of mass communication with literature and political science I love writing about things that bother me. Follow read more...

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