कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

आ अपने जीवन को जीवंत बनाने की ओर चलें…

जीवन जीने के नाम को ही कहते हैं, ज़िन्दगी में उड़ान भरो और उसको जीवंत क्र दो, क्योकि ज़िन्दगी न मिलेगी दोबारा ,तो हर पल जिओ खुशिओं के साथ। 

जीवन जीने के नाम को ही कहते हैं, ज़िन्दगी में उड़ान भरो और उसको जीवंत कर दो, क्योंकि ज़िन्दगी न मिलेगी दोबारा, तो हर पल जिओ खुशिओं के साथ।

जीवन को अपने कुछ तो,
जीवन्त बना लो,
काजल जैसी रातों के,
देखे हुए सपनों को,
चम्पई भोर की सुवासित,
किरणों से सजा लो।

ओस की नमी के स्पर्श से,
भिगो लो अपने पाँवों को,
इन्हीं पैरों से पगडंडियों पे,
कुछ निशान बना लो।

किसी परिचित की स्मित पर,
अपनी स्मित की लकीर खींच दो,
कुछ पेड़ों की शाखों,
से पहचान बना लो।

बसंती बयारों में लहरा कर,
अपने विस्तृत आँचल को,
पंछियों के कलरव से,
हर क्षण को उल्लास बना लो।

सांवली सी साँझ में,
सजा लो अपने नीड़ को,
सूरज की तपिश से,
अपने चाँद को चमका लो।

जीवन को अपने कुछ तो,
जीवन्त बना लो।

मूल चित्र : Unsplash

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

3 Posts | 4,200 Views
All Categories