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अपनी न्याय पूर्ण तथा सही पत्रकारिकता के जरिये फाये डिसूज़ा ना ही सिर्फ लोगों में जागरूकता फैला रहीं हैं बल्कि आशा की एक नई किरण भी जगा रहीं हैं।
कोरोना के समय ने हमारे समाज को बहुत साडी चीज़ें दिखाई है। समाज की विपदाओं के साथ साथ हमे हमारी मीडिया की कमियों के बारें में भी काफी जानकारी मिली हैं। इस समय जब हमारा वातावरण फेक न्यूज़ से भरा पड़ा हैं , तब कुछ पत्रकार ऐसे भी है जो बेबाक सही न्यूज़ लोगो तक पहुँचा रहे हैं। इसी जागरूक सोच को कोरोना के समय आगे बढ़ा रही है बेबाक पत्रकार फाये डिसूज़ा।
मीडिया जगत में फाये डिसूज़ा काफी बड़ा तथा जाना माना नाम है। इन्होने मिरर नाओ की एग्जीक्यूटिव एडिटर के तौर पर अपनी बेबाक पत्रकारिकता के लिए काफ़ी नाम कमाया था। हालाँकि मीडिया के गिरते स्तर की वजह से इन्होने ये पद त्याग दिया और स्वतंत्र पत्रिकारिकता के तरफ अपने कदम बढ़ा लिए।
इस चीज़ को मदे नज़र रखते हुए हाल ही में अपने सोशल मीडिया के माध्यम से पत्रकारिकता करनी शुरू की। गंभीर मुद्दे जैसे दिल्ली चुनाव,निर्भया हत्या कांड और CAA प्रोटेस्ट्स के ऊपर Faye ने इंस्टाग्राम , फेसबुक और यूट्यूब पर वीडियोस बनानी शुरू की। उनके बेबाक अंदाज़ और ख़बरों को सही तथा न्यायसंगत तरीके से पेश करने की खूबी ने उनके वीडियोस को लोगो में काफी प्रचलित किया।
लॉकडाउन और कोरोना भी फाये डिसूज़ा के सही खबरें लोगों तक पहुंचाने के जज़्बे को कम ना कर पाया। और फिर मीडिया में फैली बुरी खबरों से लोगों के बीच बढ़ती हुई नेगेटिविटी को काम करने के लिए, उन्होंने लॉकडाउन के समय अप्रैल में गुड न्यूज़ टुनाइट की शुरुआत की। इन न्यूज़ वीडियोस के जरिये उन्होंने लोगों तक इस बुरे समय में अच्छी तथा खुश करने वाली खबरे बता के प्रोत्साहन तथा अच्छे समय की उम्मीद जगाने का प्रयतन किया।
गुड न्यूज़ के पहले एपिसोड में उन्होंने कहा, ‘समाज में काफी लोग हैं जो बुरी खबरें बता रहे है, अख़बार खोल लीजिये या फिर टीवी बुरी खबरों की कमी कहीं हैं। तो ऐसे समय पे लोगों का प्रोत्साहन बढ़ाना तथा उम्मीद दिलाना की सब कुछ इस दुनिया में सिर्फ बुरा नहीं है, बहुत ज़रूरी हैं। इसीलिए मैंने गुड न्यूज़ की शुरुआत की!’
कोरोना के समय जब बुरी खबरें तथा फेक खबरों का जामेड़ा लगा हुआ हैं तब फाये डिसूज़ा ने गुड न्यूज़ के साथ साथ लोगों को जागरूक करने के लिए गंभीर मुद्दों पर न्यूज़ वीडियोस बनानी भी शुरू की। अभी तक उन्होंने प्रवासी मजदूरों की दिक्ततें, प्रशासन की गलतियां, डॉक्टर्स के साथ हो रहे दुशव्यहवार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पे वीडियोस बनाई।
इन्ही वीडियोस के बीच उनकी एक सीरीज ‘What’s Cooking’ भी काफी प्रचलित हो रही हैं। इसमें वह ‘न्यूज़ ऑन द गो ‘ के जरिये हाल फिलहाल में चर्चा किए जा रहे मुद्दों के बारें में बात करती हैं।
इसके साथ साथ होने रेगुलर न्यूज़ वीडियोस डिसकसिंग टुनाइट के जरिये फाये डिसूज़ा हर हाल में लोगों को सच से रूबरू करनी की कोशिश भी बड़ी बखूबी से करती हैं। हाल ही में जनता के जन प्रतिनिधयों से सवाल करने के लिए नहीं ‘लाइव’ फीचर का इस्तेमाल कर के डिसकसिंग टुनाइट में फाये डिसूज़ा ने यूट्यूब पे लाइव डिबेट्स स्ट्रीम करनी भी शुरू की हैं। इनमें वह जाने माने विशेषाज्ञों तथा जन प्रतिनिधयों के साथ अहम मुद्दों पर बहस करती हैं।
इस शो में वह प्रशासन तथा जनता से गंभी मुद्दों के बारें में सवाल करती हैं। डिस्कसिंग टुनाइट के जरिये से फाये डिसूज़ा अभी तक साइक्लोन अम्फान, प्रवासी मजदूरों की दिक्कतें तथा भारत की गिरती इकॉनमी जैसे मुद्दों पे डिस्कशन कर चुकी हैं।
इन सब महत्वपूर्ण वीडियोस के साथ साथ फाये डिसूज़ा ने हाल ही में ग्राउंड रिपोर्टिंग करनी भी शुरू की है। उन्होंने और उनकी टीम कोरोना के समय भी सड़कों पे उत्तर कर हॉस्पिटल्स की बुरी हालत, डॉक्टर्स की दिक्कतें, प्रशासन की अनदेखी, तथा आम जनता की दिकक्तों के बारें में लगातार रिपोर्ट कर रहे हैं, और समाज को असली मुद्दों के बारें में मुद्दों की जड़ में जेक जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
ऐसे समय में जब मेनस्ट्रीम मीडिया प्रशासन से सही सवाल करने से कतराती हैं, न्याय पूर्ण तरीके से खबरें दिखने से घबराती है तथा अजेंडे के जरिये फेक न्यूज़ और सांप्रदायिक घृणा फैलाने की पुरजोर कोशिश करती है। ऐसे समय में फाये डिसूज़ा जैसे पत्रकार बेबाक न्यूज़ देकर और प्रशासन से सही सवाल पूछ कर पत्रकार होने का सही फ़र्ज़ निभाते हैं। हमें गर्व है इन पर!
मूल चित्र : Instagram/YouTube
I read, I write, I dream and search for the silver lining in my life. Being a student of mass communication with literature and political science I love writing about things that bother me. Follow read more...
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