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खाने को हज़म करने वाली यह राजस्थानी छाछ राबड़ी में गर्मियों का देसी ठंडा है। इसको बनाने में बहुत कम मेहनत करनी पड़ती है और यह पौष्टिक भी है।
छाछ राबड़ी, जिसे किसी भी समय पी सकते हैं। चाहे सुबह हो या शाम। खाने को हज़म करने वाली यह राबड़ी राजस्थान में गर्मियों का देसी ठंडा है। जो ग्रामीण क्षेत्रों में खासकर इस मौसम में बनाया जाता है। जो बच्चों, बुजुर्गों और हम सबको भी गर्म हवाओं और लू से बचाने का काम करता है। इसको बनाने में बहुत कम मेहनत करनी पड़ती है और यह पौष्टिक भी है। आप भी एक बार इसे जरूर बनाना, आपको यह पसंद आएगी।
दो कप ताज़ी छाछ
एक बड़ा चम्मच बाजरे का आटा
आधा छोटा चम्मच साबुत जीरा
नमक स्वादानुसार
एक छोटा चम्मच भुना जीरा
और पुदीना के पत्ते 4-5
सबसे पहले बाजरे के आटे को अच्छे से छान लें। फिर एक बड़े बर्तन में छाछ डालकर इसमें थोड़ा थोड़ा कर बाजरे का आटा डालें। यह ध्यान देना कि गुठली न रह जाए। अब इसमें जीरे को हाथ से थोड़ा मसलकर, नमक और ज़रूरत के अनुसार पानी डालें।
अब आप इसे गैस पर धीमी आंच में राबड़ी वाले बर्तन को रखकर कड़छी से लगातार चलाते हुए एक उबाला आने तक पकाएं। एक उबाला आने के बाद इसे थोड़ी थोड़ी देर में चलाते हुए 10-15 मिनट तक पकाएं।
आप इसे रातभर यूं ही रख दो और अगली सुबह एक गिलास में थोड़ी सी राबड़ी और छाछ मिलाकर भुना जीरा, पुदीना पत्ता आदि डालकर सबको पिलाएं और खुद भी पिएं।
आपको यह राजस्थानी राबड़ी कैसी लगी, मुझे अवश्य बताना।
मूल चित्र : Canva
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