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क्षणभंगुर जीवन, हम और सपने…

सच यही है, एक दिन सबको जाना है। फिर क्यों करते हो मेरा तेरा, सब खेल ऊपर वाले का है। एक दिन संसार से सबको, अलविदा कह जाना है...

सच यही है, एक दिन सबको जाना है। फिर क्यों करते हो मेरा तेरा, सब खेल ऊपर वाले का है। एक दिन संसार से सबको, अलविदा कह जाना है…

क्षणभंगुर है जीवन,

क्षणभंगुर है सारा संसार,

क्षणभंगुर है सारे सपने।

सपनों की इस दुनिया में,

ना तेरा कोई, ना मेरा कोई,

जो है आज है, कल ना जाने,

कौन रहे, कौन ना रहे,

क्षणभंगुर है सब।

क्यों ना मिलकर सब रहे?

क्या अपना, क्या पराया?

क्या पता कल तुम रहे ना रहे?

और हम रहे ना रहे,

क्षणभंगुर है सारा संसार।

सच यही है, एक दिन सबको जाना है।

सच यही है, एक दिन सबको मरना है।

अकेले ही आए थे हम,

अकेले ही जाना है।

फिर क्यों करते हो मेरा तेरा,

सब खेल ऊपर वाले का है।

उसकी मर्जी से आए हम,

उसकी मर्जी से जाएंगे।

सत्य यही है जीवन का,

एक दिन संसार से सबको,

अलविदा कह जाना है,

 क्षणभंगुर है सारा संसार।

मूल चित्र : Pexels

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