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नेहा राठौड़ 'बिहार में का बा' में बिहार में फैली बेरोज़गारी के साथ-साथ बिहार के हालात को गीत द्वारा प्रस्तुत कर रही हैं इस वायरल वीडियो में।
नेहा राठौड़ ‘बिहार में का बा’ में बिहार में फैली बेरोज़गारी के साथ-साथ बिहार के हालात को गीत द्वारा प्रस्तुत कर रही हैं इस वायरल वीडियो में।
आवाज़ उठाने की बात जब भी मन में आती है, उस वक्त बैनर, पोस्टरर्स और लोगों की नारेबाजी करती भीड़ आंखों के सामने घुमने लगती है, मगर कोरोना माहमारी ने जिस तरह से हम सबके जीवन को प्रभावित किया है, उसमें अब आवाज़ उठाने का नया तरीका भी शामिल हो गया है। ऐसे भी आवाज़ उठाने का तरीका जितना जुदा होगा लोगों का ध्यान उतना की आकर्षित करेगा।
लॉक डाउन के दौरान लोगों ने सोशल मीडिया पर काफी समय गुजारा है, जिस वजह से आज सोशल मीडिया की प्राथमिकता काफी बढ़ गई है। आजकल सोशल मीडिया में नेहा राठौड़ द्वारा गाए गए गाने बिहार में का बा की काफी धूम मची हुई है और उनके काफी इंटरव्यूज़ आ रहे हैं। लोगों की ज़ुबान पर चढ़ा यह गाना आजकल हर कहीं सुनने के लिए मिल रहा है।
नेहा अपने गाने में बिहार में फैली बेरोज़गारी के साथ-साथ बिहार के हालातों को गीत द्वारा प्रस्तुत कर रही हैं। जिसके बोल भी नेहा ने लिखे हैं और कंपोज भी उन्होंने स्वयं किया है। सोशल मीडिया पर नेहा के 3 मिलियन से ज़्यादा फॉलोवर्स हैं, जिससे लोगों के बीच उनकी पकड़ साफ झलकती है।
नेहा बिहार के ज़िले कैमूर के रामगढ़ में बसने वाले एक गांव जलदहां से ताल्लुक रखती हैं। नेहा का सबसे पहला गाना जो हिट हुआ था, उसका नाम है – ‘पटना से बैदा बुलाई दा नज़ारा गइनी गुईया, छोट की ननदिया है, बड़की सौतनिया’, नेहा इसी गाने से पोपुलर हुईं और सोशल मीडिया पर स्टार बनकर छा गईं।
नेहा ने कोरोना माहमारी के बीच कोरोना से जागरुकता के गीत भी लिखे थे, जिसे लोगों के काफी पसंद किया था। नेहा का मानना है कि सोशल मीडिया का लोग काफी गलत प्रयोग करते हैं, जबकि सोशल मीडिया अपनी बाच पहुंचाने का सबसे बेहतरीन साधन है, जिसके द्वारा करोड़ों लोगों तक अपनी बात पहुंचाई जा सकती है।
भोजपुरी भाषा और खासकर गानों को लोगों की नज़रों में अश्लील समझा जाता है क्योंकि भोजपुरी के अधिकांश गानों में महिलाओं के अंगों और सेक्स से भरे सीन्स के भरमार होती है। नेहा राठौड़ बिहार में का बा गाने से भोजपुरी को लेकर लोगों के मन में उपजी मानसिकता को हटाने का प्रयास करती हैं। इसके साथ ही बिहार को देखने के एक विभिन्न नज़रिये का विकास भी किया है।
एक समय ऐसा भी हुआ करता था, जब लोग लड़कियों का गाना गलत बात समझा करते थे क्योंकि गाने-बजाने को हमेशा गलत नज़रिये से देखा जाता था। साथ ही माना जाता था कि अच्छे घर की लड़कियां गाने समेत कोई भी एक्सट्रा एक्टिविज नहीं करती हैं, मगर बदलते वक्त के साथ लोगों की सोच पर से कुंठित मानसिकता की जमी धूल छंटनी शुरु हुई, मगर अब भी बिहार में ऐसे कई जगहें हैं, जहां लड़कियों का गाना गाना गलत समझा जाता है। ऐसे में उन सभी लड़कियों के लिए नेहा की प्रसिद्धि सकारात्मक बदलाव लाती नज़र आती है।
महिलाओं के अंदर एक आग होती है, जिससे महिलाएं हमेशा कुछ नया करने के लिए आतुर रहती हैं। बिहार में फैले चुनावी माहौल के बीच आया यह वीडियो जहां एक ओर सरकार से सवाल करता है, तो वहीं दूसरी ओर महिलाओं को सशक्त बनने का हौसला भी देता है।
मूल चित्र : YouTube
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