कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
आटे की पिन्नी या गोंद के लड्डू सर्दियों में बनाये जाते हैं। ये शरीर के लिए बहुत लाभकारी होते हैं।तो आईये बनाते हैं, पंजाब की पारंपरिक आटे की पिन्नी!
आटे की पिन्नी पंजाब में बनाई जाती है। इसका आकार ज़्यादातर बेलनाकार होता है। इसे गेहूँ के आटे, चीनी/बूरा, गोंद, मेवे, गोंद और देसी घी से बनाया जाता है। बिल्कुल इसी तरह की सामग्री से हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी लड्डू बनाये जाते हैं। वहाँ इनको गोंद के लड्डू कहते हैं।
गोंद पेड़ पौधों से मिलने वाला एक प्राकृतिक पदार्थ है। यह पेड़ों से तरल अवस्था मे निकलता है और सूख कर गोंद बन जाता है। आप किसी किसी भी किराने की दुकान से खरीद सकते हैं। आटे की पिन्नी या गोंद के लड्डू सर्दियों में बनाये जाते हैं। ये शरीर के लिए बहुत लाभकारी होते हैं।
तो आईये बनाते हैं, पंजाब की पारंपरिक आटे की पिन्नी
गोंद को भूनते समय लगातर चलाते रहें। ये फूल कर एकदम गोलाकार हो जाती है। 1 टुकड़ा उठाकर चबा कर देखें, ये दांत में चिपकनी नहीं चाहिए। अगर चिपकती है तो कुछ देर और भून लें।जब आप आटा भूने तो उसे भी लगातर चलाते रहें। नहीं तो आटा सभी तरफ से समान नहीं भुनेगा।जब आटा भुन जाए तो उसे ठंडा होने के लिए दूसरे बर्तन में निकाल लें, क्योंकिं कढ़ाई अभी गरम है और उसमें आटा छोड़ने से वो जल सकता है।
तो लीजिये आपकी आटे की पिन्नी तैयार हैं। आप इन्हें 1 महीने तक आराम से खा सकते हैं।
मूल चित्र : by Author
I am working with digital industry including SEO, SMO, and other Digital Marketing activities since 2012. I have a passion of Branding. During offline I enjoy to Boost up my Skills, Appreciating Music, Hangout with read more...
Please enter your email address