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अगर हम किसी समस्या को सुलझाना चाहते हैं, तो सुनकर ही किसी हल तक पहुँच सकते हैं। सुनना बड़े ही धीरज का काम है ।
एक अच्छा इंसान होने के लिए यह बहुत ज़रूरी कि हम दूसरों की भी सुनें । कोई भी रिश्ता केवल सुनाने से ही नहीं चलता, सुनना भी जरुरी होता हैं । अगर हम किसी की बेहतरी चाहते हैं तो केवल उसको सुनाने से कुछ नहीं होगा हमें उसकी भी सुननी होगी। हमें उसे समझना भी चाहिए क्योंकि बिना समझे ,सुनने का भी कोई मतलब नहीं रह जाता ।
अपनी बात कहना अगर कला है तो सुनना भी कला है । अगर यह कला हमारे भीतर नहीं है तो हमे इसे सीखनी चाहिए । अगर हम किसी समस्या को सुलझाना चाहते हैं, तो सुनकर ही किसी हल तक पहुँच सकते हैं। सुनना बड़े ही धीरज का काम है । किसी को ध्यान से सुनने का अर्थ है कि हमारा अपने आप पर नियंत्रण है। जब अपने आप पर नियंत्रण होगा तभी हम दूसरे पर नियंत्रण कर सकेंगे।
दूसरों की बात सुनने के लिए हमें तैयार रहना चाहिए क्योंकि सामने वाला आपके समक्ष अपनी बात यह सोच कर रखता है कि आप उससे अधिक समझदार और योग्य है। उसकी बात सुनकर अपनी समझदारी व योग्यता का परिचय दें। जब हमारे अन्दर सुनने की आदत नहीं होती तो हम अपने भीतर की आवाज को भी सुन नहीं पाते और अक्सर बेहतर निर्णय नहीं ले पाते । इसलिए केवल सुनाए नहीं , सुनें भी ।
मूल चित्र: Ashwini Chaudhary via Unsplash
Samidha Naveen Varma Blogger | Writer | Translator | YouTuber • Postgraduate in English Literature. • Blogger at Women's Web- Hindi and MomPresso. • Professional Translator at Women's Web- Hindi. • I like to express my views on various topics read more...
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