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शादी के बाद अगर लड़की ना कहे तो यही समझा जाता है कि लड़की का किसी और से अफेयर चल रहा है जिस वजह से ये सेक्स को मना कर रही है।
वैसे तो इस विषय में सबकी अपनी अपनी राय है और मैं इस लेख के द्वारा अपनी राय रख रही हूँ। मैं इस इसका जवाब दो भागों में देना चाहूंगी, क्योंकि मुझे लगता है कि हर नजरिये से इस पहलू का जवाब देना जरुरी है।
हमारे समाज का ये रिवाज हैं या यूँ कहिये कि शादी के बाद पति के साथ हमबिस्तर होना जरुरी माना गया है। भले ही लड़की का मन ना हो , वो शारीरिक संबंध को लेकर घबरा रही हो, शर्म और झिझक महसूस कर रही हो। पर हमबिस्तर तो होना ही होना है। अगर लड़की ना कहे अपने पति को तो यही समझा जाता है कि लड़की का किसी और से अफेयर चल रहा है जिस वजह से ये पति को सेक्स करने के लिए मना कर रही है। यहाँ ये नहीं देखा या समझा जाता है कि शायद लड़की को कुछ समस्या होगी या शर्म-झिझक जैसा महसूस कर रही होगी।
लड़की को ये हक तो है नहीं कि वो अपने पति को हमबिस्तर होने से मना कर सके। हमारे समाज के नजरिये से पति के साथ हमबिस्तर होना जरुरी माना गया है क्योंकि मर्दों को ना सुनना पसंद नहीं है और अगर पत्नी सेक्स करने को मना कर रही है तो ऐसे में उनके मर्दानगी पर चोट लगती है।
एक लड़की अपने शादी को लेकर बहुत सारे सपने देखती है। अपने सपनों के राजकुमार को हकीकत में पाना चाहती है। प्रेम विवाह में तो काफी हद तक वो अपने मर्जी और पसंद के लड़के को चुन शादी कर लेती है पर अरेंज मैरिज में घरवालों की पसंद और मर्जी से ही शादी होती है। ऐसे में कितनी लड़कियाँ अपने होनेवाले पति को पसंद नहीं करती हैं। मजबूरीवश शादी करनी ही पड़ती है।
शादी के बाद वो चाहती हैं कि वो पहले अपने पति को अच्छे से समझें, जानें, जान-पहचान बढ़े फिर दोस्ती हो और फिर उसके बाद प्यार। और इसमें बुरा कुछ भी नहीं है। आप खुद सोचिये कि जिसे बस घंटो भर पहले शादी के मंडप में मिली उसके साथ तुरंत हमबिस्तर कैसे?
हर पति को ये समझना चाहिये कि उनकी पत्नी क्या अपने मर्जी से खुशी-खुशी उनके साथ हमबिस्तर हो रही है या फिर मजबूरीवश? अगर मजबूरीवश हो रही है तो प्लीज अपनी पत्नी की भावनाओं को समझें, उन्हें समय दें।
याद रखिये कि दैहिक प्रेम से कई गुना बड़ा भावनात्मक प्रेम का दर्जा होता है। कोशिश करिये कि आपका वैवाहिक रिश्ता सिर्फ शरीर के जरुरत के आधार पर ना टिका रहे बल्कि आपके बीच में वास्तव में प्यार हो।
चलिए मैं अब निजी ज़िंदगी और सच्ची घटना का विवरण यहा देना चाहूँगी। ये मेरी महिला मित्र को लेकर है और उन्हें व्यक्तिगत से परेशानी ना हो, या बूरा ना लगे इसके कारण मैं उनका नाम नहीं लूंगी।
बात मेरी एक खास महिला मित्र की है। अभी-अभी ही उनकी शादी हुई हैं, समझिए कि इसी साल होली के पहले। उनकी अरेंज मैरिज हुई और सगाई और शादी के बीच आपस में थोड़ी बहुत बात भी हुई। शादी के महज 10-15 दिन के बाद की बात है, मैंने बस उनसे हाल-समाचार जानने के लिए फोन घुमाया। सोचा नई-नई शादी हुई है, तो थोड़ी मस्ती-मजाक कर लूँ और ऐसी मस्ती-मजाक दोस्तों के बीच होती रहती है। जब मैंने उनसे पूछा कि उनकी वैवाहिक जिन्दगी कैसी चल रही है, तो वो मुझे कुछ इस प्रकार बताती है –
“क्या बताऊँ, पता नहीं मैंने कैसे इंसान से शादी कर ली? शादी के 10 दिन के बाद की बात है, मायके से जो भी मिला था उसे अपने कमरे में व्यवस्थित करने में सारा दिन लग गया। मैं इतना थक गयी थी कि कुछ भी करने का मन नहीं हो रहा था। रात में जब इन्होंने मुझसे सेक्स करने को बोला और मैंने मना कर दिया कि आज मन नहीं है तो ये मेरे सिने पर बैठ मेरा गला दबाने लगे, जिससे मैं बेहोश हो गई। फिर काफी शोर-हंगामा हुआ, सारे परिवार वाले भी जमा हो गए। मुझे होश में लाया गया और जब सबको पूरी बात पता चली तो सबने मुझे ही समझाया, मेरे पति को कुछ भी नहीं बोला?”
ये बिल्कुल सच है और ये मुझे हतप्रभ करने वाली एक घटना है जो मेरे ज़हन में लगातार आ जाती है। इस दुनिया में हर तरह के लोग और अजीब से किस्से होते हैं, मुझे लगता है कि औरतों को इस बारे में अपनी आवाज़ उठानी चाहिए और मर्दों को अपनी पत्नी को इस तरह प्रताड़ित करना बंद कर देना चाहिए।
बहुत से जुल्म बंद दरवाजे के पीछे और रात के अंधेरे में होते हैं, जिनका कोई विरोध नहीं किया जाता, बस बंद कमरे में वो घुटती है और तड़पती है।
सेक्स वैवाहिक जीवन के लिए जरूरी है पर सहमति के बिना ये गलत है। चाहे पति ही क्यों न हों, पत्नी का मन नहीं है और उसने ना बोला हैं तो इस “ना ” शब्द को समझा जाए। एक दूसरे की सहमति से सेक्स करना चाहिए।
मूल चित्र : rv images from Getty Images Signature, via Canva Pro
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