कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

सितारों की महफिल में वो चाँद मेरा गुम है…

ना हम रूठेंगे उनसे, ना वो हमें मनाएंगे। इश्क़ मेरा है यारा, भला वो क्यों निभाएंगे। ना हम जाएंगे पास, ना वो मुझे अपनाएंगे।

ना हम रूठेंगे उनसे, ना वो हमें मनाएंगे। इश्क़ मेरा है यारा, भला वो क्यों निभाएंगे। ना हम जाएंगे पास, ना वो मुझे अपनाएंगे।

ना हम रूठेंगे उनसे, ना वो हमें मनाएंगे।
इश्क़ मेरा है यारा, भला वो क्यों निभाएंगे।

ना हम जाएंगे पास, ना वो मुझे अपनाएंगे।
वो बात और है, उसके थे उसी के रह जाएंगे।

सितारों की महफिल में वो चाँद मेरा गुम है,
वो रोशन रहे मेरे खुदा, हम खुद को बुझाएंगे।

उसकी फितरत है, वो गया तो फिर लौटता नहीं,
हम आशिक ऐसे हैं यारा मोहब्बत फिर दोराहेंगे।

मूल चित्र : Srinivas JD via Unsplash 

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

15 Posts | 15,146 Views
All Categories