कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

हर घर में एक स्त्री होती है…

हर घर में एक स्त्री होती है और हर स्त्री में एक घर भी होता है! तुम घर से स्त्री को कितनी बेरहमी से निकाल देते हो न? जानते भी हो...

हर घर में एक स्त्री होती है और हर स्त्री में एक घर भी होता है! तुम घर से स्त्री को कितनी बेरहमी से निकाल देते हो न? जानते भी हो…

हर घर में एक स्त्री होती है,
कोई खाना पकाने में निपुण,
कोई आँगन बुहारने में,
किसी को मेहमानवाजी करना पसंद होता है,
तो कोई घूमने की शौकीन होती है,
कोई रिश्ते संभालती है,
तो कोई कर्ज़ की किश्तें संभालती है!

हर घर में एक स्त्री होती है
और हर स्त्री में एक घर भी होता है!
तुम घर से स्त्री को कितनी बेरहमी से निकाल देते हो न?
जानते भी हो, उस स्त्री के भीतर से
वो घर कभी नहीं निकलता!

मूल चित्र : Sharath Kumar via Pexels

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

98 Posts | 300,895 Views
All Categories