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क्षितिज में डूबता सूरज देख, शाम होते ही मां तेरी याद आई। अपलक निहारती रहूं तुझे मां, दिल में छटपटाहट सी आई। शाम होते मां तेरी याद आई...
क्षितिज में डूबता सूरज देख, शाम होते ही मां तेरी याद आई। अपलक निहारती रहूं तुझे मां, दिल में छटपटाहट सी आई। शाम होते मां तेरी याद आई…
क्षितिज में डूबता सूरज देख,शाम होते ही मां तेरी याद आई।अपलक निहारती रहूं तुझे मां,दिल में छटपटाहट सी आई।दूरियां शहरों में भले हो गईं,पर दिलों में आज भी तू पास आई।शाम होते मां तेरी याद आई…
मूल चित्र : Azraq Al Rezoan via Unsplash
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