कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
चलते रहना थकना मत, इस काली रात की सुबह भी बहुत शानदार होगी, जिंदगी किसने कहा कि आसान होगी।
ज़िन्दगी किसने कहा कि आसान होगी, माथे पर होगा पसीना फिर भी मेरे चेहरे पर मुस्कान होगी। ज़िंदगी किसने कहा कि आसान होगी।
कोई जिंदगी भर का साथ निभाने का वादा कर कर भी राह में छोड़ जाएगा, कोई अजनबी तुम्हारे टूटे हुए दिल को फिर से जोड़ जाएगा। कोई दोस्त होकर भी दोस्ती निभाना भूल जाएगा, कोई अनजाना उसी दोस्ती के मायने तुम्हें फिर से सीखा जाएगा। जिंदगी किसने कहा कि आसान होगी।
कोई बंद कर देगा हर दरवाजे तुम्हारे लिए, कोई खिड़की से भी रोशनी तुम्हारी रूह तक पहुंचाएगा। नए पुराने रिश्तो के इस खेल में दुनिया और दुनियादारी की इस भंवर में, डूब कर भी जो पार हो जाएगा, जिंदगी का हर खेल उसके लिए आसान हो जाएगा।
आएंगी अड़चनें बेहिसाब लेकिन, उनसे पार कराने वाला भी, कोई ना कोई मिल ही जाएगा। छोड़ता नहीं है वो रब किसी को भी अकेला, जिंदगी और उसके उतार-चढ़ाव का ही तो है ये मेला।
प्यार के दो मीठे बोल, और बस थोड़ी सी रखना दिल में इंसानियत। जिंदगी हां! यही जिंदगी, तब फूलों का ताज होगी, तभी मेरे दोस्त तेरी-मेरी जिंदगी आसान होगी।
मूल चित्र : via unsplash
read more...
Please enter your email address