कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
जैसी तुम रहती हो, वैसा हम रहने की कोशिश करते हैं। तुम जिंदगी भर दोस्त रहने का वादा भी करती हो, हम भी तुम्हारे दोस्त रहने का वादा करते हैं।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2021 पर मेरी काबिल दोस्त, मेरी प्रिय सहेली को समर्पित कविता…
हे! मेरी वूमनिया,तुम पढ़ो-लिखो,फिर मनचाहा ख्वाब पूरा करो।
खूब मौज करो,जीवन में जो मन करे वो काम करो,पर आलस को अभी से दूर करो,क्यूंकि आराम हराम है।
अनोखे काम से हमारा नाम है,जिंदगी में काम करो ऐसा,कि हर कोई बनना चाहे तुम्हारे जैसा।
तुम साहसी हो,हां तुम साहसी हो,तुम सोच से आधुनिकता वाली हो,तुम बेहद प्रतिभाशाली हो।
तुम हमारा संग हर वक्त देती हो,पढ़ने के लिए भोर चार बजे से जगाती हो,लेकिन हमें जगाकर खुद सो जाती हो,कभी-कभी साथ पढ़-लिख भी लेती हो।
तुम हम पर बहुत भरोसा करती हो,हमारी हर बात पे अमल भी करती हो,तुम जो कहती हो, वही हम भी करते हैं।
जैसी तुम रहती हो,वैसा हम रहने की कोशिश करते हैं।तुम जिंदगी भर दोस्त रहने का वादा भी करती होहम भी तुम्हारे दोस्त रहने का वादा करते हैं।
तुम अभी जैसी हो वैसे ही रहनाविमेंस डे पर यही है मेरा कहना…ओ! मेरी वूमनिया!
मूल चित्र : Madhu Ramanan via Pexels
read more...
Please enter your email address