कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
रोज यही होता घर आने के बाद सारा काम मेरे सिर पर। मैं तीन प्रकार की सब्जी बनाती, रोटी, बर्तन, शाम की चाय। मैं परेशान होने लगी।
जब मेरे रिश्ते की बात हुई तो घरवालों को बताया गया कि इसने घर का काम ज्यादा नहीं किया। पहले पढ़ाई पूरी करी फिर नौकरी शुरू करी तो ज्यादा काम किया नहीं।
तब मेरी सास ने बताया कि मेरी जेठानी को भी कोई काम नहीं आता था, उसने भी अभी ही थोड़ा बहुत काम करना ही शुरू किया। जबकि शादी को 10 साल हो चुके हैं तो आप फिकर ना करें, “हम संभाल लेंगे।”
शादी के तुरंत बाद ही मैंने नौकरी दुबारा ज्वाइन कर ली। क्योंकि नौकरी का ठिकाना दूर था तो सुबह जल्दी निकलती और शाम को लेट घर पहुंचती।
शादी के बाद वो पहला रविवार आया। उस दिन सफाई वाली ने छुट्टी करी हुई थी। सुबह मेरे कमरे का गेट खड़का खोल कर देखा तो मेरी सास और मेरी बड़ी ननद जो कि एक दिन के लिए आई थी झाड़ू और पोछा लेकर खड़ी थीं, “आज तुम सफाई करोगी।”
मैंने उनसे झाड़ू-पोंछा पकड़ा और सफाई शुरू कर दी। क्योंकि शादी से पहले घर के काम की आदत न थी तो मैं काफी थक गई।
अभी झाड़ू-पोंछा रख ही रही थी तो मेरी ननद की आवाज आई, “ऊपर भी सफाई करनी है।”
मेरे पति ने पूछा, “यह सब क्या है?”
तो जवाब आया, “फिर वो बोलेगी।” वो से मतलब मेरी जेठानी का था।
नई शादी में आप एडजस्ट करने की कोशिश कर रहे होते हो तो सब ठीक ही लगता है और कुछ समझ नहीं आता।
मैंने तब समझा कि शायद मुझे आज छुट्टी है इसलिए। पीछे से तो दोनों को ही काम करना पड़ता है। पर ऐसा नहीं था। सारा काम मेरी सास करती थीं और जेठानी मुझे नीचा दिखाने की तरकीब ढूंढती रहतीं।
रोज यही होता घर आने के बाद सारा काम मेरे सिर पर। मैं तीन प्रकार की सब्जी बनाती, रोटी, बर्तन, शाम की चाय। घर आ कर चाय बनाती तो मेरी सास बोलतीं, “जेठानी से पूछ।”
पहले तो मैं रोज पूछती जबकि वो कॉफ़ी पीती थीं फिर भी मैं रोज़ पूछती।
मुझे कुछ भी सिस्टम समझ नहीं आ रहा था। इतना सफ़र और ऊपर से घर का काम जिससे मेरी तबीयत बिगड़ गई। आवाज बिल्कुल चली गई लेकिन किसी ने भी हाल ना पूछा। दवाई भी मेरी मम्मी ने भेजी।
एक दिन ननदोई जी आए उन्होंने कहा, “काफी तबियत खराब लग रही है?”
तो मेरे जेठ ने कहा, “ना करे नोकरी। कौन सा घर पे रोटी नहीं बन रही? घर का काम तो करना ही पड़ेगा।”
मतलब तुम्हारी बीवी जो नौकरी नहीं करती, उसका घर का काम किए बिना चल सकता पर मेरा नहीं चल सकता क्योंकि मैं नौकरी कर रही हूँ? और यह करने दे रहे हैं तो बहुत बड़ा एहसान कर रहे हैं?
मूल चित्र : Screenshot from Biba ad, YouTube
read more...
Please enter your email address