कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
“हम असहाय हैं, ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी, लोग घबरा रहे हैं!” अपना दर्द बयान करती हुई डॉक्टर बताती हैं करोना से बचने के लिए क्या करें।
“हम असहाय हैं, ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी, लोग घबरा रहे हैं!” अपना दर्द बयान करती हुई डॉक्टर बताती हैं करोना से बचने के लिए क्या करें।कोरोना की सेकंड वेव ने पूरे देश को झंझोर कर रख दिया है। जहां रोज हजारों की तादाद में केसेज़ बढ़ रहे हैं। जायज़ सी बात है कि इतने साँस के लिए तड़पते हुए मरीज़ों को रोज देख डाक्टर्ज़ भी मानसिक तौर से परेशान हो रहे हैं, थक रहे हैं।
मुंबई की इंफेक्शियस डिजीज फिजिशियन डॉक्टर तृप्ति गिलाडा का इंस्टाग्राम पर एक वीडियो मैंने देखा। इस विडियो में रोती हुई डॉक्टर कहती हैं, “हम असहाय हैं…ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी।..लोग घबरा रहे हैं…”
इस 5 मिनट की पूरी वीडियो की स्टार्ट में वह कहती हैं, “मैंने कभी ऐसा कुछ नहीं देखा है। हम बहुत असहाय हैं। कई डॉक्टरों की तरह मैं भी परेशान हूं। मुझे नहीं पता कि मुझे क्या करना है, मैं दिल से टूट गयी हूं। शायद अगर मैं आपको बताऊं कि क्या चिंता है, अगर मैं आपको समझने में मदद कर सकूँ, तो मैं शायद थोड़ी शांति पा सकूँ।”
रोते हुए डॉक्टर गिलाडा बताती हैं, “आप में से कोई भी इस स्थिति में नहीं होना चाहता। हम यंग लोगों को देख रहे है। एक 35 साल का पेशंट वेंटिलेटर पर है। और हम अब लोगों की मदद तक नहीं कर पा रहे हैं।”
आसूँ पोछते हुए डॉक्टर गिलाडा लोगों से अनुरोध करते हुए 3 चीजों का पालन करने को कहती हैं, ताकि हम इस कोरोना की जंग में डट के लड़ सकें।
“पहला, कृपया सुरक्षित रहें। यदि आपको अभी तक कोविड नहीं हुआ है या आपको हुआ था, लेकिन फिर आप ठीक हो गए हैं, इसका मतलब ये ना सोचें कि आप सुपर हीरो हैं या आपकी इम्युनिटी बहुत ज़्यादा है और आपको ये नहीं हो सकता। हम देख रहे हैं कि बहुत से युवा संक्रमित हो रहे हैं और हम उनकी मदद नहीं कर पा रहे।”
“दूसरा, कोविड हर जगह है। यदि आप घर से निकलते हैं, चाहे जिस भी कारण से, चाहे फॅमिली और फ्रेंड्स से मिलने के लिए, आप अपने मास्क को पहने रहें। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप बाहर क्यों जा रहे हैं, लेकिन आपको मास्क पहनने होंगे, और सुनिश्चित करें कि आपकी नाक पूरी तरह से ढकी हुई है।”
“तीसरा, यदि आप अस्वस्थ हो जाते हैं, या अगर आप अस्वस्थ महसूस करते हैं तो घबराएं नहीं और ज़बरदस्ती हॉस्पिटल में भर्ती होने की कोशिश न करें। किसी भी अस्पताल में जगह नहीं है और हमारे पास कुछ ही बेड हैं जिसकी हमें गंभीर रूप से बीमार रोगियों के लिए आवश्यकता है। पहले खुद को अलग करें, और अपने डॉक्टर से संपर्क करें, हमें फैसला करने दें”
“हमें इतने सारे रोगियों का प्रबंधन करना है, गंभीर रूप से बीमार रोगियों का इलाज घर पर किया जा रहा है क्योंकि वहाँ कोई बिस्तर नहीं हैं। हमें यह बिलकुल अच्छा नहीं लग रहा है”, कहते हुए वह रो पड़ती हैं।
हम आज ऐसे क्षण में है जहां हर एक इंसान इस निराशाजनक समय में झूज रहा है। रोज़ न्यूज़ में हम बढ़ते केसेज़ देख रहे और हॉस्पिटल के बहार लोगों के लाचार दृश्य देख रहे। लेकिन हेल्थ लाइन वर्कर्स, जो रोज़ वह दृश्य अपनी आँखों के सामने देख रहे, अब वो भी थक रहे। रोज़ रोज़ कौन ही ऐसे दुखदायी द्र्श्य से घीरे हुए है।
डॉक्टर लाचार है, रोज़ का रोज़ वो इसी दिल दहलाने वाले माहौल में जी रहे हैं, लोगों की जान बचाने में लगे हुए हैं। लेकिन ऑक्सिजन, रेमसिविर, बेड्ज़ इन सबकी कमी के कारण वो भी असहाय हैं। उनके पास संसाधन कम पड़ रहे हैं। उम्मीद की किरण बनने वाले डॉक्टर आज खूद निराश बेठे हैं।
इस जंग से लड़ने का सिर्फ एक तरीका है, एहतियात बरतें, गाइडलाइन का पालन करें, और घर पर ही रहें, सुरक्षित रहें। जंग लम्बी ज़रूर है, और मंज़िल में काफ़ी दर्दनाक स्थितियों से गुजरना पड़ रहा है लेकिन जंग अब बीच में छोड़ी नहीं जा सकती, इससे लड़ना है, सुरक्षित रहना है और दूसरों को सुरक्षित रखना है।
इस वीडियो को आप देख सकते हैं यहां
View this post on Instagram A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani)
A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani)
मूल चित्र: Instagram
A student with a passion for languages and writing. read more...
Please enter your email address