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कोविड रिकवरी डाइट कैसी होनी चाहिए, बताती हैं रुजुता दिवेकर

अगर आप कोरोना पॉजिटिव हैं, तो इलाज को करने के साथ अच्छी डाइट लेना ज़रूरी है। यहाँ है रुजुता दिवेकर की सुझाई कोविड रिकवरी डाइट।

अगर आप कोरोना पॉजिटिव हैं, तो इलाज को करने के साथ अच्छी डाइट लेना ज़रूरी है। यहाँ है रुजुता दिवेकर की सुझाई कोविड रिकवरी डाइट।

हमारे देश में कोविड की दूसरी लहर में हमने केसेज़ में बहुत बढ़त देखी है, कई लोग इस समय कोविड से रिकवर कर रहे हैं। यह संक्रमण आपकी शारीरिक ऊर्जा को खतम कर देता है। इसके लिए जरूरी है कि आप जल्दी स्वस्थ होने के लिए स्वस्थ आहार का पालन करें।

अच्छा पोषण कोविड-19 रोगियों और उन लोगों के लिए बहुत जरूरी है, जो धीरे-धीरे रिकवर हो रहे हैं। दरअसल, कोरोना होने पर शरीर काफी कमजोर और थका हुआ महसूस करता है, लक्षणों से उभरने के बाद भी कई दिनों तक व्यक्ति अच्छा महसूस नहीं करता। ऐसे में रोगी को उन खानों का सेवन करना चाहिए , जो मांसपेशियों में ताकत भरे और ऊर्जा का स्तर बढ़ाए।

पर वाजिब है कि लोगों के मन में कई सवाल आते है कि क्या खाना चाहिए जिससे उनकी शरीर को इस वायरस से लड़ने में मदद मिले। कैसी होनी चाहिए कोविड रिकवरी डाइट?

इसी विषय पर इन्स्टग्रैम पर हाल ही में नूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने एक 15 सेकंड के विडीओ में कोविड रोगियों के लिए यह पाँच फूड और डाइट टिप्स शेयर किए। 

अपने दिन की शुरुआत भिगोए हुए बादाम और किशमिश से करें 

बादाम विटामिन ई से भरपूर होते हैं। विटामिन ई एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। वे आपको वह ऊर्जा प्रदान करते हैं जो आपके शरीर ने खो दी होगी। 

और किशमिश विटामिन बी और सी से भरपूर होते हैं। ये विटामिन प्रतिरक्षा को मजबूत करने में मदद करते हैं और इस प्रकार, शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। किशमिश में मौजूद प्राकृतिक फ्रुक्टोज और ग्लूकोज उच्च मात्रा में ऊर्जा प्रदान करने में मदद करते हैं। 

इसे रोज़ सुबह खाने से आपको आगे के दिन कि लिए पोषण के साथ साथ ताक़त भी मिलेगी। 

सुबह के नाश्ते में रागी दोसा या दलिया खाएँ  

विशेषज्ञ कहते हैं कि रागी जैसे साबुत अनाज में कार्बोहाइड्रेट अच्छी मात्रा में होता है। यह दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। रागी अन्य अनाज और बाजरों की तुलना में प्रोटीन और खनिजों में उच्च है।

रागी में महत्वपूर्ण अमीनो एसिड होते हैं जैसे आइसोलेसीन, ल्यूसीन, मेथिओनिन और फेनिल एलेनिन जो अन्य स्टार्च युक्त भोजन में मौजूद नहीं होते हैं। इसमें कैल्शियम और पोटैशियम की मात्रा भी अधिक होती है। रागी आइअर्न का एक बड़ा स्रोत है। 

दलिया विटामिन ए का एक समृद्ध स्रोत है जो शरीर को इन्फ़ेक्शन से लड़ने में मदद कर सकता है। दलिया बीटा-ग्लूकेन में भी उच्च होता है जो वास्तव में आपकी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बेहतर बनाकर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने में मदद करता है। 

दोपहर के खाने के बाद गुड़ और घी खाएँ 

घी हमारे शरीर के लिए काफ़ी लाभदायक है क्योंकि इसमें कई विटामिन होते हैं और यह प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए फायदेमंद है।

घी के कई के फायदे हैं, वे विटामिन के जैसे महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्वों का एक स्रोत हैं। और इसमें मौजूद विटामिन ए आपकी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर सकता है।

और गुड़ मूड के लिए बहुत अच्छा है, खासकर अगर यह काजू या चना के साथ खाया जाए। गुड़ के कई फायदे बताए गए है जैसे ऊर्जा बढ़ाना, आंतों के स्वास्थ्य को बढ़ाना, प्रतिरक्षा बढ़ाना, और ख़ास कर इसका फ़्लू के लक्षण पर काम करना। 

गुड़ से शरीर में गर्मी पैदा होती है, यही वजह है कि आमतौर पर लोग सर्दियों में इसका सेवन करते हैं। गुड़ में वार्मिंग प्रभाव होता है, जो सर्दी और फ्लू का इलाज कर सकता है।

और सबसे बढ़िया खाना जो में भी बचपन से खाती आयी हूँ और जो जिसकी रुजुता दिवेकर भी सलाह देती हैं, वो है रोटी और गुड़ और घी।

रात के खाने में खिचड़ी खाएँ  

खिचड़ी सबसे स्वस्थ लेकिन स्वादिष्ट भोजन है जिसे कुछ ही मिनटों में बिना किसी प्रयास के बनाया जा सकता है। विभिन्न सामग्रियों से बनने वाली खिचड़ी स्वादिष्ट होने के साथ-साथ आपके सेहत के लिए बेहद फ़ायदेमंद है। दाल, चावल, सब्ज‍ियों और मसालों से बनी खिचड़ी पोषण से भरपूर होती है।

ख़ास कर ऐसे समय जहां बहुत प्रकार की चीजों की व्यवस्था नहीं हो पा रही है खिचड़ी को साधारण पेंट्री स्टेपल, सब्जियों और कुछ मसालों का उपयोग करके बनाया जा सकता हैं। पोषक रूप से, यह एक संपूर्ण भोजन है।  

और साथ ही अगर पाचन क्षमता कमजोर है इसके बावजूद भी यह आहार आसानी से पच जाता है। साथ ही पाचन क्रिया को बिल्कुल सही रखता है, इसलिए मरीजों को खिचड़ी खिलाया जाता है, क्योंकि उस वक्त मरीज की पाचन शक्ति कमजोर होती है।

खूब पानी पिए और हायड्रेटड रहे 

इस समय हाइड्रेटेड रहना बहुत महत्वपूर्ण है। जितना हो सके उतने तरल पदार्थों का सेवन करें। इस वायरस से लड़ने पर आपका शरीर तरल पदार्थों से वंचित हो जाता है। तरल पदार्थ वापस पाने के लिए आपको घर के बने फलों के रस, सब्जियों के रस या छाछ का सेवन करना चाहिए।

ख़ास कर नींबू या संतरे के रस का क्यूँकि उन से विटामिन C मिलता है जो की इस वायरस से लड़ने के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। विटामिन सी एंटीबॉडी के निर्माण में मदद करता है और ठीक होने की प्रक्रिया को गति देता है। यह आपके इम्यून सिस्टम के लिए बेहद फायदेमंद है और आपको ऊर्जा प्रदान करता है।

प्रतिदिन तीन से साढ़े तीन लीटर पानी पीयें।

इस वायरस से लड़ने के लिए ज़रूरी है अपने शरीर का ध्यान रखना

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए केवल वैक्सीन ही काफी नहीं है, बल्कि इसके लिए हेल्दी डाइट भी लेनी होती है। ऐसा माना जा रहा है कि संक्रमण का खतरा कमजोर इम्युनिटी वालों को ज्यादा है। इसलिए जो लोग संक्रमित हो रहे हैं, उन्हें स्वस्थ आहार का विकल्प अपनाना चाहिए। कोराना में नियमित शारीरिक गतिविधि और सांस लेने वाले कुछ व्यायामों को करने की भी सलाह दी जाती है।

कोविड आपके स्वाद और गंध को प्रभावित कर सकता है, और यह आपको भोजन से दूर कर सकता है। संक्रमण पर काबू पाने से आपको सुरक्षा का अहसास भी हो सकता है और आपको अपने पसंदीदा खाद्य पदार्थों का स्वाद लेने का मन हो सकता है। पर, आपकी सुरक्षा और रिकव्री अब आपकी एकमात्र प्राथमिकता होनी चाहिए, इसलिए ताजा, सरल, घर पर पकाया जाने वाला भोजन जो कि सैनिटरी परिस्थितियों में तैयार किया जाता है वही खाए।

और साथ ही जंक फ़ूड, तला हुआ खाना और बहुत ज़्यादा मीठे और तीखे खानों से परहेज़ करें। इनसे आपकी रिकवरी धीमी हो सकती है।

और जो लोग या जिनके परिवार वाले इस संक्रमण को झेल रहे हैं, वो इस डाइयट का पालन करें, अपने और अपने घर वालों के लिए। इस महामारी के समय में अपने शरीर और अपना ध्यान रखना सबसे महत्वपूर्ण है। क्योंकि यही आपकी मदद करेगा इस लड़ाई को जितने में। स्वस्थ रहें, स्वस्थ खाना खाएं, जिससे आपका शरीर और मन दोनो ही इस वायरस से लड़ने के क़ाबिल बने। 

डिस्क्लेमर : यहां दिए गए टिप्स फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी एक्सपर्ट की राय अवश्य लें

मूल चित्र: via ndtv.food and recipes.timesofindia

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Mrigya Rai

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