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क्या सच में मेरे सारे ‘एडल्ट ग्रुप’ बंद हो जायेंगे?

कल रात जो सेक्सुअल मीम कॉपी/पेस्ट किए थे, वो अश्लील गाना जो डाउनलोड किया था, अपने एडल्ट ग्रुप में आप कैसे पहुंचा पाएंगे? कहाँ पोस्ट करेंगे?

कल रात जो सेक्सुअल मीम कॉपी/पेस्ट किए थे, वो अश्लील गाना जो डाउनलोड किया था, अपने एडल्ट ग्रुप में आप कैसे पहुंचा पाएंगे? कहाँ पोस्ट करेंगे?

सन 2021,26/27 मई आप सुबह सुबह उठे और आपकी पूरी दुनिया काली हो चुकी है। आपने सुबह उठते के साथ ही जैसे ही मोबाइल स्क्रीन ऑन कर के अपनी सोशल मीडिया अकाउंट में “व्हाट इज इन युर माइंड” में सुबह-सुबह मोटिवेशन क्वोट्स डालने की कोशिश की तो देखा आपका सोशल मीडिया अकाउंट बंद हो चुका है। आप घबरा कर दूसरे सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफार्म के अकाउंट पर जाते हैं पर सब जगह काला…

हे भगवान!!! क्या आपकी आंखें सही देख रही हैं?

दिल की धड़कन बढ़ जाती है, आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है, कुछ समझ नहीं आ रहा कि क्या हो रहा है?

घबराकर आप अपने मोबाइल एप्लीकेशन पर न्यूज़ लगाते हैं और तब आपको पता चलता है कि सोशल मीडिया की दुनिया में हाहाकार मच चुका है, सभी बड़े सोशल मीडिया को इंडिया में बैन कर दिया गया है!

अब?

अब आप को समझ ही नहीं आ रहा है कि क्या करना है? जिंदगी लग रही है कि थम चुकी है। कल रात जो सेक्सुअल मीम कॉपी/पेस्ट किए थे, वो अश्लील गाना जो डाउनलोड किया था, वो? आप अपने एडल्ट ग्रुप में आप कैसे पहुंचा पाएंगे? कहां पोस्ट करेंगे?

अपनी पोस्ट में अब लोगों को कैसे टैग करके, लाइक और कमेंट का मज़ा लेंगे?

अब किसके इनबॉक्स में जाकर “हाय! हेलो! मैडम, क्यूट डीपी” लिखेंगे?

किसका प्रोफाइल पिक्चर ज़ूम करेंगे?

नेटवर्किंग के नाम पर किसी को भी फ्रेंड रिक्वेस्ट कैसे भेजेंगे?

जीवनसाथी होने के बावजूद भी गैर लोगों से रोमांटिक/अश्लील बात कैसे करेंगे?

किसी के साथ प्यार की पींगे बढ़ा कर उसे घोस्टिंग करके किसी दूसरे के प्रोफाइल में जाकर मजा कैसे लेंगे?

सिर्फ लाइक और कमेंट के लालच में हर एक एक 1 घंटे के बाद कुछ भी, जी हाँ बिलकुल ‘कुछ भी’ अपने प्रोफाइल में पोस्ट कैसे करेंगे?

किसी भी ग्रुप का एडमिन होने का गुरुर क्या अब खत्म हो जाएगा? किसी की भी पोस्ट को अप्रूव करने की (काल्पनिक) सत्ता क्या अब आपके हाथ से निकल जाएगी?

राजनीतिक और धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले कमेंट्स अब कहां देंगे?

हिंसा को बढ़ावा देने वाले, मानवता को तार-तार करने वाले कमेंट अब किस को सुनाएंगे?

दोस्त होकर भी केवल अपनी विचारधारा अलग अलग होने के कारण दोस्ती कैसे खोयेंगे?

अब क्या सच में घूमने जाना पड़ेगा? क्या केवल पिक्चर अपलोड करने से नहीं चलेगा?

एक भी दोस्त का फोन नंबर या बर्थडे तो याद ही नहीं है? सोशल मीडिया की ऐसी आदत लगी…

अब क्या फोन उठाकर लोगों को बर्थडे, शादी की सालगिरह, दिवाली, दशहरा, होली, गुरु नानक जयंती, ईद, क्रिसमस, महिला दिवस, पुरुष दिवस की सच में शुभकामनाएं देनी पड़ेंगी?

अब किसी को सिर्फ ऑनलाइन देख कर चिढ़ महसूस नहीं होगी?

और सबसे बड़ा सवाल अब टाइम पास कैसे होगा? क्योंकि इतने सालों में सोशल मीडिया एक नशे की तरह इस तरह से सब के खून में मिल चुका है कि अपने पास बैठे हुए परिवार या दोस्तों से बात करना तो हम लगभग भूल ही चुके हैं

जैसे ज्ञानी लोग कह कर गए हैं अति किसी चीज की भी बुरी वही हाल है हम सब लोगों का। अब आप चाहे उसे लॉकडाउन पर दोष दें, पर आप अच्छे से जानते हैं लाइक, कमेंट, नए लोगों से बातचीत, आपके निजी जीवन मे फैल चुकी नीरसता के कारण, आप खुद भी सोशल मीडिया का मोह छोड़ पाते?

ये चेतावनी है हम सबके लिए।

हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। उसी तरह सोशल मीडिया का केवल नुकसान ही नहीं, बहुत फायदा भी है।

यहां कितने ही महिला या पुरुष लघु उद्योग कर रहे हैं। दूर बैठे लोग मित्र बन रहे हैं।

एक दूसरे को बुरी परिस्थितियों में सहायता प्रदान की जा रही है। एनजीओ और कई सामाजिक संगठनों को पहचान मिल रही हैं।

कई ट्रैवेलिंग ग्रुप्स नई-२ विश्व में अद्भुत जगह की जानकारी दे रहे हैं, ग्रुप के माध्यम से एक जैसी सोच रखने वाले लोग संगठित हो पा रहे हैं।

हर किसी को अपनी बात कहने की स्वतंत्रता है ब्लॉग, कविताएं, ग्रुप ,पर्सनल अकाउंट पोस्ट के माध्यम से कई लोगों की आवाज जागरूकता भी ला रही है।

कितनों को नए नए शिक्षा से जुड़े कोर्स/जॉब की जानकारी प्राप्त हो रही है। कई महिला और पुरुष के प्रेम संबंध शादी तक भी पहुंच रहे हैं। सरकारी और गैर सरकारी संगठनों से जुड़ी जानकारी आसानी से आम आदमी को प्राप्त हो रही है।

लॉकडाउन और इस महामारी की विकट परिस्थितियों में कई लोग एक दूसरे का सोशल मीडिय के माध्यम से मदद कर पा रहे हैं।

कीजिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कीजिए लेकिन अगर 26/27 मई के बाद हम फिर मिलेंगे तो याद रखिएगा इंसानी पहलू छूटना नहीं चाहिए, परिवार दोस्त ही नहीं सोशल मीडिया के दोस्त भी, समय बताइए, फोन पर बात कीजिए, हो सके तो जाकर मिलिए।

अपनी जिंदगी और सोशल मीडिया के बीच में थोड़ा संतुलन बनाना सीखिए। दोस्तों की जिंदगी के सुख-दुख का हिस्सा बनें, केवल एक कीपैड वारियर नहीं! सोशल मीडिया आपका नशा नहीं, ताकत होनी चाहिए!

हम सबका रील लाइफ से रियल लाइफ की तरफ बढ़ने का समय आ गया है।

मूल चित्र : Still from short film #Mobile_Addiction/4 Steps, YouTube

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