कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

माँ सिर्फ़ प्यार नहीं करती, ममता लुटाती है माँ

कुछ भी ना पाने की उम्मीद कर, तुम सदा ख़ुश रहो, आसमान के सितारे की तरह चमको,बस यही प्रार्थना करती जाती है। माँ सिर्फ़ प्यार नहीं ममता लुटाती है।

कुछ भी ना पाने की उम्मीद कर, तुम सदा ख़ुश रहो, आसमान के सितारे की तरह चमको,बस यही प्रार्थना करती जाती है। माँ सिर्फ़ प्यार नहीं, ममता लुटाती है।

सारी चिंताओं का हल है जिसके पास,

वो माँ कहलाती है।

माँ सिर्फ़ प्यार नहीं सिर्फ़ कर्तव्य नहीं,

माँ तो ममता लुटाती है।

जो होती अनमोल,

माँ के आगे हर विपदा हो जाती है कमजोर।

कुछ भी ना पाने की उम्मीद कर, निश्छल ममता लुटाती है।

तुम सदा ख़ुश रहो, आसमान के सितारे की तरह चमको,

बस यही प्रार्थना करती जाती है।

उसका धर्म तूँ उसका कर्म तू।

हर माँ के लिए उसका बेटा कृष्ण कन्हैया,

और बेटी राधा रानी होती है।

तन मन धन सब कुछ न्योछावर है संतान पर,

संतान को इंसान बनाने को क्या क्या जतन अपनाती है।

कभी प्यार तो कभी फटकार भी लगाती है,

कटते फटते रिश्तों पर रफू वो कर जाती है।

घर में ख़ुशहाली लाने को वो खुद को भी खोती जाती है,

नया जीवन दुनिया में लाने जो खुद को मिटाती है।

दर्द भरे पलों में भी मुस्कुराहट को ही सजाती है,

अपने बच्चों की ख़ुशियों के लिए जो वृद्धाश्रम भी चली जाती है।

फिर भी तुम सदा ख़ुश रहना ही दुआ वो बच्चों को दे जाती है,

क्योंकि माँ सिर्फ़ प्यार कर्तव्य नहीं निभाती,

वो तो ममता लुटाती है। 

मूल चित्र: A’live Bench/ Youtube 

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

45 Posts | 242,380 Views
All Categories