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पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग होने के कारण गंभीर हो सकते हैं। इस स्थिति को मेनोरेजिया कहते हैं। इनके बारे में जानकारी होना ज़रूरी है।
पीरियड्स के दौरान सामान्य से अधिक ब्लीडिंग होना असामान्य है। लेकिन अगर ये कभी-कभार होती है तो गंभीर नहीं है। अगर हर बार आपको ये समस्या हो रही है तो ये घातक बीमारियों का कारण बन सकती हैं। इनमें से एक स्थिति को मेनोरेजिया कहते हैं।
महिलाओं को पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होने का आसानी से पता चल जाता है। सामान्यतः पीरियड्स के 4-5 दिनों में 30 से 40 मिली लीटर तक रक्तस्त्राव होता है लेकिन अगर 80 मिली लीटर या इस से ज़्यादा हो तो इसे पीरियड में ज्यादा ब्लीडिंग होना कहते हैं।
पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होने के क्या कारण अभी स्पष्ट नहीं हैं। लेकिन इसका समय पर इलाज़ ज़रूरी है। तो क्या हैं पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होने के कारण, लक्षण, उपाय और इससे होने वाली समस्याएं? (periods mein zyada bleeding hone ke karan)
पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग होने के कुछ कारण इस प्रकार है :
ये कुछ घरेलू उपाय भी मासिक धर्म में बार-बार हो रही हैवी ब्लीडिंग को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं। लेकिन इसे नजरअंदाज न करें और सबसे पहले तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाएं।
इसके अलावा आइस बैग या हॉट वॉटर बैग भी पेट के नीचे वाले हिस्से पर रखें। इससे हैवी ब्लीडिंग से होने वाले दर्द में आराम मिलता है। सबसे ज़रूरी है कि अपने डॉक्टर को दिखाने में देरी ना करें क्योंकि पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग होने के कारण महिलाओं के लिए खतरनाक भी हो सकते हैं।(periods mein zyada bleeding hone ke karan)
डिस्कलेमर : विमेंस वेब आप तक कई समस्याओं से जुड़े लेख लाता है, इसे सामान्य जानकारी समझें और ज़रुरत पड़ने पर एक एक्सपर्ट की प्रोफेशनल राय लेना न भुलें।
मूल चित्र : Still from the Short Film, I am Pregnant, Content Ka Keeda/YouTube
A strong feminist who believes in the art of weaving words. When she finds the time, she argues with patriarchal people. Her day completes with her me-time journaling and is incomplete without writing 1000 read more...
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