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कुछ बेटियाँ कर दी जाती हैं विदा, इज्जत की खातिर। उतार देते हैं अपने ही मौत के घाट, कर दी जाती हैं विदा इस संसार से।
कुछ बेटियाँ कर दी जाती हैं विदा, इज्जत की खातिर, उतार देते हैं अपने ही मौत के घाट, कर दी जाती हैं विदा इस संसार से।
बाबुल के घर से ही विदा नहीं होती बेटियाँ, कुछ अजन्मी बेटियाँ भी विदा होती है माँ की कोख से। कर दी जाती हैं कुछ मासूम बेटियाँ इस दुनिया से भी विदा, लूट कर उनकी अस्मत छलनी कर दिया जाता है उनका जिस्म उनकी आत्मा।
कुछ बेटियाँ कर दी जाती हैं विदा, इज्जत की खातिर। उतार देते है अपने ही मौत के घाट, कर दी जाती है विदा इस संसार से। कुछ पत्नियां कर दी जाती हैं विदा अपने ही घर से। बेघर कर दी जाती हैं कुछ बहुएं बेटा न पैदा कर पाने के कारण, कर दी जाती है उनकी विदाई।
कुछ बेटियाँ कर दी जाती हैं जलाकर विदा। इस संसार से, दहेज की खातिर होती है उनकी भी विदाई। डोली की जगह अर्थी पर फूल बरसा के, कुछ माँए भी कर दी जाती हैं विदा।
अपने ही घर से किसी रेलवे स्टेशन पर छोड़ दी जाती है। कुछ अपने कर देते है माँ की विदाई, वृद्धा आश्रम में पैसों का कन्यादान कर के। कर दी जाती हैं बेटीयों की विदाई। क्योंकि बाबुल के घर से ही विदा नहीं होती बेटियाँ।
मूल चित्र: Still from Shaadi by Marriot Ad via YouTube
13 वर्ष की उम्र से लेखन में सक्रिय , समाचार पत्रों में कविताएं कहानियां लेख लिखती हूँ। एक टॉप ब्लागर मोमस्प्रेसो , प्रतिलिपी, शीरोज, स्ट्रीमिरर और पेड ब्लॉगर, कैसियो, बेबी डव, मदर स्पर्श, और न्यूट्रा लाइट जैसे ब्रांड्स के साथ स्पांसर ब्लॉग लिखती हूँ मेरी कहानियां समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए होती है रिश्तों के उतार चढ़ाव मेरे ब्लॉग की मुख्य विशेषता है read more...
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