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“तुमने क्यूँ जिद लगा रखी है कि नौकरी नहीं छोड़ना चाहती हूँ, वैसे भी तुम चवन्नी जितना ही कमाती हो?” अभय ने नेहा से कहा।
“हाँ अभय, अब मैंने जिद करनी शुरु कर दी है। शादी से लेकर आज तक सब आपकी ही बातें मानी। शादी के बाद मैं ही अपनी जॉब छोड़ आपके पास बैंगलोर आयी थी, आप तो दिल्ली नहीं आये। एक साल में कितने इंटरव्यू देने के बाद ये जॉब मिली थी और अब आप चाहते हो कि अब फिर आपके साथ अपनी जॉब छोड़ मुंबई चल दूँ? मुझसे अब और नहीं होता,” नेहा बोली।
नेहा की बात को अनसुना कर अभय बिना कुछ बोले घर से बाहर चला गया। पिछले तीन दिनों से अभय और नेहा की बातचीत बंद है।
आज नेहा की मम्मी का फ़ोन आया।
नेहा ने अपनी माँ से इस समस्या के बारे मे बात करते हुए बोला, “माँ, मुझे मन नहीं है अपनी जॉब छोड़ मुंबई जाने का, शादी के बाद भी मैंने ही जॉब छोड़ आयी थी बैंगलोर, अब फिर से? कभी तो अभय को भी मेरे बारे मे सोचना चाहिए, हर बार मै ही क्यूँ हर चीज़ छोड़ूँ? सारे त्याग मैं ही करूँ?”
नेहा की माँ सोचते हुए बोली, “बेटा, शादी का ये मतलब नहीं कि तुम ही हर बार त्याग करो पर तुम एक बात सोचो कि अभय के लिये ये नया जॉब कितना फायदेमंद होगा, अगर अभय तरक्की करेगा तो फायदा तो तुम्हारा भी होगा ना? अगर वो तुम्हारे कहने से नहीं गया मुंबई तो जिंदगी भर तुमको दोष देगा कि तुम्हारी वजह से उसकी तरक्की नहीं हुई। तुम सीधा सीधा जॉब छोड़ने की क्यूँ सोच रही हो? अपने ऑफिस मे ट्रांसफर की बात करो या फिर कुछ ऐसा कि तुम मुंबई मे ही रहकर यहाँ वाला काम जारी रख सको।”
नेहा को अपनी माँ के सुझाव मे एक आशा की किरण नज़र आयी। उसने माँ को धन्यवाद किया और फ़ोन रख दिया।
अभय के ऑफिस से आने पर नेहा ने उससे बात की और कहा, “अभय, मै अपने ऑफिस वालों से बात करुँगी कि मुझे मुंबई मे रहते हुए काम करने की इज़ाज़त दी जाए, और यदि नहीं मिली तो आपको कम से कम तीन महीने मुझे देने पड़ेंगे नयी जॉब ढूंढ़ने के लिये। आप भी नयी कंपनी वालों से समय लीजियेगा। एक और जरुरी बात, हो सकता है मेरी सैलरी आपसे बहुत कम हो, पर ये मेरी एक पहचान है। आप आइंदा सैलरी कम है तुम्हारी ये बोल मुझे बेइज़्ज़त नहीं करेंगे, समझे?”
अभय को नेहा की तरफ से मिलने वाली सपोर्ट सुन अच्छा लगा और उसने वादा किया कि अब नेहा की जॉब और सैलरी को लेकर उसको ताना नहीं देगा।
दोस्तों, आज के समय में जब दोनों पति-पत्नी आत्मनिर्भर होते हैं, तब सिर्फ पति के अनुसार समझौता करना आसान नहीं है। इसलिए दोनों पति और पत्नी को मिल एक दूसरे को समझते हुए आने वाली चुनौतियो का सामना करने के लिये, एक बीच के रास्ते को खोजना पड़ता है जिससे रिश्तों की मधुरता कम ना हो।
मूल चित्र : Still from Big F/MTV India,YouTube
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