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अगली बार मुझे लाल, हरा, भगवा, नीले रंग का परचम बना देना, अक्सर लोगों के खून में उबाल आ जाता है, पड़े किसी की भी इन पर गलती से भी जो निगाह मैली!
देख अगली बार मुझे किसी के माथे का तिलक बना देना,सुन अगली बार मुझे किसी के सर की जालीदार टोपी।हो सके अगर मुझे बना देना किसी के सर की पग,चाहे तू बना देना मुझे किसी के हाथ की माला।
अगली बार मुझे लाल, हरा, भगवा, नीले रंग का परचम बना देना,अक्सर लोगों के खून में उबाल आ जाता है,पड़े किसी की भी इन पर गलती से भी जो निगाह मैली!शोर शराबा, कर देते सड़कें चक्का जाम, निकालते हैं बहुत ही भव्य रैली!
जन्म लिया जो मैंने लड़की बन तो पाया क्या?अस्मत इज्जत के नाम पर मैंने अपना वर्चस्व भी गँवाया क्या?तेरे इस शाहकार की कोई भी कीमत नहीं है, खुद के बनाए छाप तिलक देख ये इंसान इतराया क्या?
जन्म के बाद ही मिलती है सबको अपनी अपनी पहचान,मुझे तो तूने खुद है बनाया, रौंद कर मेरा शरीर,मेरी आत्मा बना लिया खुद के लिए जीते जी नर्क धरती पर,कभी ये मर्द को समझ आया क्या?
पूजा पाठ करते, नमाज अदा, गाते गुरबाणी और पढ़ते तेरी आयतेरुला के मुझे खून के आंसू सच बता,मरने के बाद खुदा तेरे दर पर आज तक कोई बंदा पहुंच पाया क्या?सिसकियां मेरी मरने के बाद भी पीछा छोड़ेंगी नहीं,तूने कभी इन सब को बताया क्या?
मौन क्यों है? बता क्यों नहीं देता तू इनको?मंदिर मस्जिद चर्च या गुरुद्वारे में नहीं मिलता तू किसी को!इंसान को इंसान जब कोई समझे,तू खुद दौड़कर चला आता है उसके दर पर सवाली बन के,मुर्शीद रास्ता दिखा दे इनकोमैं तेरा कितना अजीज हूं कभी तूने इन्हें समझाया क्या?
देख अगली बार मुझे किसी के माथे का तिलक बना देना…सुन अगली बार मुझे किसी के सर की जालीदार टोपी!
इमेज सोर्स: Image Source from Photo Images via Canva Pro
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