कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

मैंने ‘अब बस’ कह दिया, अब आप किस इंतज़ार में हैं?

कभी-कभी मन होता कि सब कुछ छोड़ कर ज़ोर से चिलाऊँ! 'अब बस! अब और नहीं!' क्या आप अपनी 'अब बस' कहानी साझा करने को तैयार हैं?

Tags:

कभी-कभी मन होता कि सब कुछ छोड़ कर ज़ोर से चिलाऊँ! ‘अब बस! अब और नहीं!’ क्या आप अपनी ‘अब बस’ कहानी साझा करने को तैयार हैं?

कभी-कभी मन होता कि सब कुछ छोड़ कर ज़ोर से चिलाऊँ ‘अब बस! अब और नहीं!’ लेकिन आवाज़ गले से निकलती ही नहीं थी…लेकिन एक दिन! लेकिन एक दिन, मेरे में न जाने कहाँ से इतनी ताकत आ गयी कि मैं बिना किसी और का इंतज़ार किया अपने लिए खड़ी हो गयी।

परी कथाओं में आपने भी सुना होगा कि एक बहादुर राजकुमार आया और राजकुमारी को राक्षस के चंगुल से बचा कर ले गया। मैं भी ऐसी ही राजकुमारियों की कहानियां सुनते सुनते बड़ी हुई।

जब भी मेरे साथ कुछ गलत होता, तो मैं चुपचाप सह लेती। आखिर माँ ने ही तो सिखाया था, “बेटा, सहना एक औरत की सबसे बड़ी ताकत है!”

और मैं ठहरी एक आज्ञाकारी बेटी, कैसे उनकी बात ना मानती?

मेरे साथ गलत होता रहा, मैं सहती रही! आवाज़ उठाना किसी ने सिखाया नहीं और मैंने सीखने की कोशिश भी नहीं की! लेकिन जब अपनी बेटी को सीखाने का वक़्त आया तो मैंने उसे सिखाया, “गलत कभी सहना नहीं और गलत के ख़िलाफ आवाज़ ज़रूर उठाना!”

इतना कहना आसान था लेकिन अब वही नन्हीं आँखें अपनी माँ को चुपचाप सब सहते देखतीं! और कुछ सालों बाद एक दिन उसने पूछ ही लिया, “माँ, आप सहना कब बंद करोगे?”

उसके सवाल का जवाब देना ज़रूरी था! मेरे मुँह से निकला, “अभी से!”

शायद ये मेरी आत्मा की पुकार थी, खुद के लिए कुछ करने की! इस चक्र को ख़त्म करने की।

एक वो दिन था और एक आज का दिन है… आगे आप समझ ही गए होंगे!

तो बात ये है कि ऐसा मंज़र कई परिवारों में दिखता है। हम आसानी से दूसरों को तो कह देते हैं, “चुपचाप गलत बात सहना और भी गलत है!” लेकिन जब खुद पर आती है तो…

खैर!

25 नवंबर International Day for the Elimination of Violence against Women है। इस बार UNESCO ने इस दिन के लिए को 25 नवंबर से 10 दिसंबर 2021 तक, जो कि ह्यूमन राइट्स डे के तौर पर मनाया जाता है, एक कम्पैन चलाया है 16 Days of Activism against Gender-Based Violence Campaign – जिसकी थीम है “Orange the world: End violence against women now!”

#abbas अब बस के बारे में

इस मुहीम को सपोर्ट करने के लिए हम भी शामिल हो रहे हैं, आपके साथ #abbas के ज़रिये!

#abbas एक प्रयास है विमेंस वेब का, आपके साथ मिलकर महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ आवाज़ उठाने का, उसे रोकने का।

हमारा मानना है कि जब एक आवाज़ के साथ कई आवाज़ें मिल जाती हैं, तो उनकी ताक़त के सामने कोई नहीं टिक पाता। तो अपनी आवाज़ उठाइये, अपनी कहानी, अपने व्यक्तिगत अनुभव को एक दूसरे के साथ साझा करिये।

क्या पता आपकी आवाज़ बाकी आवाज़ों के साथ मिल कर आपकी और दूसरों की ज़िन्दगी बदल दे, हमेशा-हमेशा के लिए!

तो देर न करें! इस कांटेस्ट के ज़रिये इस थीम से जुड़ें और अपने व्यक्तिगत अनुभव, दृष्टिकोण लिख भेजिए हमें!

आपको क्या करना होगा

  • ऊपर दी गयी थीम को ध्यान से पढ़ें।
  • इससे जुड़े अपने अनुभव के बारे में लिखें।
  • अपनी कहानी को डैशबोर्ड* पर अपलोड करें।

ज़रूरी नोट

  • अपनी पोस्ट के टाइटल में  #abbas ज़रूर शामिल करें। इससे हमें पता चलेगा कि आपकी पोस्ट इस कैंपेन के लिए है।

अब बस की डेडलाइन

  • आप अपनी कहानी को 21 नवंबर 2021, रात 11:59 बजे तक विमेंस वेब हिंदी डैशबोर्ड* पर अपलोड कर सकते हैं।
  • टॉप तीन ओरिजिनल कहानियों को हम पब्लिश करेंगे 23 नवंबर 2021 से 25 नवंबर 2021 के बीच। प्रतिदिन एक पोस्ट! अन्य सिलेक्टेड कहानियों को भी पब्लिश किया जाएगा जिन्हें हम 10 दिसंबर 2021 तक पब्लिश करेंगे।

*इस बटन/लिंक के ज़रिये, लॉगिन करें (हिंदी भाषा चुनें) या खुद को रजिस्टर करें और अपनी पोस्ट को डैशबोर्ड पर अपलोड करें।

#abbas के कुछ खास नियम

  • अपनी कहानी को 600-1000 शब्दों में कहें। इस लिमिट से बाहर कहानियां इस कांटेस्ट के लिए अयोग्य होंगी।
  • आपकी ये कहानी आपकी अपनी या किसी अपने की आँखों देखी कहानी हो यानि आपके जीवन के निजी अनुभव। काल्पनिक कहानियां इस कांटेस्ट के लिए अयोग्य होंगी।
  • आपकी कहानी अनपब्लिश्ड हो। इसे पहली बार विमेंस वेब पर ही पब्लिश किया जाएगा। विजेता की घोषणा के बाद, आप अपनी कहानी को अन्य प्लेटफार्म पर पब्लिश कर सकते हैं।
  • विनिंग एंट्री को आप कहीं और पब्लिश नहीं कर सकते। आप चाहें तो कहानी का एक भाग पब्लिश कर सकते हैं, लेकिन सिर्फ विमेंस वेब पर प्रकाशित पूरी कहानी के लिंक के ज़रिये।  

नोट

  • अगर आप अपनी कहानी को अपने नाम से पब्लिश नहीं करना चाहते, तो हमें कम्युनिटी मेल पर अपनी एंट्री भेजें। इसे गेस्ट ब्लॉगर के नाम से पब्लिश किया जा सकता है।

अब बस की सबसे प्रासंगिक कहानी





  • सबसे प्रासंगिक 3 पोस्ट को विमेंस वेब की तरफ से 350/- रुपए का शॉपिंग वाउचर

जल्द ही अपनी कहानी को अपलोड करें। 

अंतिम तिथि : 21 नवंबर 2021, रात 11:59 बजे

तो देर किस बात की? हमें और आपके सह पाठकों इंतज़ार रहेगा आपकी कहानियों का।

इमेज सोर्स: Still from The Perfect Match, YouTube (इमेज सिर्फ प्रतिनिधित्व उद्देश्य के लिए है)

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

Pragati Adhikari

Editor at Women’s Web, Designer, Counselor & Art Therapy Practitioner. read more...

10 Posts | 32,834 Views
All Categories