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बुढ़ापे में बहु ही साथ देगी

"हाँ! मीनल तू सही कह रही है पर हमने भी तो अपने जमाने में बहुत काम किए हैं । आजकल की लड़कियां तो कुछ करना ही नहीं चाहती हैं । "

“हाँ! मीनल तू सही कह रही है पर हमने भी तो अपने जमाने में बहुत काम किए हैं। आजकल की लड़कियां तो कुछ करना ही नहीं चाहती हैं।”

माही अपने काम में हमेशा व्यस्त रहती थी। घर का काम बहुत दिल से किया करती थी, कभी भी नाक-मुँह नहीं सिकोड़ती थी। उसके  घर में एक ननद और एक देवर थे ।

माही अकेले ही सारा काम करती थी क्योंकि उसकी ननद पढ़ाई कर रही थी और देवर नौकरी कर रहा था ।

कुछ दिनों के बाद, उसकी  ननद सीमा के लिए रिश्ता देखा जाने लगा।  अच्छा रिश्ता देख कर ननद सीमा की शादी एक अच्छे घर में हो गई और देवर की नौकरी शहर में लग गई ।  सीमा की शादी लोकल में ही हुई थी तो आना-जाना हमेशा लगा रहता था । सीमा माही को कभी अपने घर नहीं बुलाती थी। एक दिन माही सीमा के घर अचानक पहुंच गई तो सीमा को बहुत गुस्सा आया और सीमा ने माही को खाने के लिए भी नहीं पूछा।

 माही चुपचाप घर आ गई और उसने  इस बात का जिक्र घर में किसी से भी नहीं किया फिर एक दिन सीमा अपनी माँ के पास बैठी हुई थी और अपने घर के लोगों और अपनी  सास के बारे में उन्हें  बता रही थी। माही ने सुना कि उसकी सास सुषमा भी सीमा के साथ उसकी बुराई कर रहीं हैं पर माही ने उनसे कुछ नहीं कहा।

 फिर एक दिन उसकी सास की सहेली उनसे मिलने उनके घर आई और  माही उनके आदर सत्कार में लगी रही ।। सुषमा की सहेली मीनल कहने लगीं, ” तेरी बहू तो हीरा है! हीरा ! “

सुषमा  ने मीनल से तुरंत कहा,” तुझे क्या पता , मैं कितना सह रही हूँ। मेरी बहू मुझे कैसे रखती है तुझे क्या बताऊँ? घर के सारे काम तो मैं ही कर लेती हूँ। बेटा राशन और घर का सामान लाकर रख देता है।  फिर ,बहू  क्या काम करती है?”

मीनल , “अरे!  मेरी बहू तो जॉब करती है, सुबह उठकर सिर्फ अपना और अपने पति का खाना बनाती हैं और ऑफिस चली जाती है ।  तेरी तुझे हाथों में खाना देती है , फिर  सुषमा तू क्यों दुखी है?  सुषमा!  मेरी बहू मेरा कुछ काम नहीं करती है फिर भी मैं दुखी नहीं हूँ।  मैं कभी उससे काम के लिए नहीं कहती हूँ क्योंकि उसे समय ही नहीं रहता और जब तक हमारे हाँथ-पैर चल रहे हैं तब तक तो हम कर ही सकते हैं ना ?  वह भी दूसरे घर से आई है किसी की बेटी है।  फिर हम क्यों उससे ज्यादा उम्मीद लगाए हैं? “

सुषमा,” हाँ!  मीनल तू सही कह रही है पर हमने भी तो अपने जमाने में बहुत काम किए हैं  । आजकल की लड़कियां तो कुछ करना ही नहीं चाहती हैं । “

मीनल,” ठीक है सुषमा तू ज्यादा दुःखी मत हो।  तेरी बहू तो बहुत अच्छी है जो घर की सारी जिम्मेदारियां निभा रही है । मेरी बहू भी अच्छी है वह भी अपनी सारी जिम्मेदारियां निभा रही है।” 

सुषमा, ” हाँ मीनल तू सच कह रही है।  बुढ़ापे में बहू ही साथ देगी। आज  तूने मुझे जगा दिया है मैंने कभी यह सोचा ही नहीं था।”

इमेज सोर्स – YouTube | Hindsight | What If | Life Tak

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