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हल्दी में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इफलेपेटरी गुण पाया जाता है और इनकी वजह से हम बीमारियों से बचते हैं। आइये जानें हल्दी के कुछ और फायदे...
हल्दी में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इफलेपेटरी गुण पाया जाता है। हल्दी के इन्हीं गुणों की वजह से हम बीमारियों से बचते हैं। आइये जानें हल्दी के कुछ और फायदे…
हल्दी एक बहुत उपयोगी औषधि है। हल्दी का प्रयोग रसोई घर से लेकर मांगलिक कार्यों में भी किया जाता है। यह हमारे रसोई की रानी है सभी मसालों की महारानी। यह हमारे पकवानों को अपनी पीली रंग से सुंदर बनाती है, साथ ही हमारी त्वचा का भी ख्याल रखती है।
हल्दी के अंदर एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इफलेपेटरी गुण भी पाया जाता है। हल्दी के इन्हीं गुणों की वजह से हम बीमारियों से बचते हैं। अपनी इन्हीं गुणों की वजह से हल्दी बहुत अधिक प्रसिद्ध है। दादी नानी से हल्दी के बहुत से फायदे सुने हैं सारे मर्ज की दवा एक चुटकी हल्दी है। यह हमारे शरीर के अंदर, बाहर दोनों जगह फायदा करती है। रसोई में रहने वाली हल्दी सेहत के लिए कई रूपों से गुणकारी होती है। इसका प्रयोग हम अपने भोजन में रोज किसी न किसी रूप में करते हैं। हमारे स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों के लिए बहुत लाभदायक है।
तो आइए इसके कुछ फायद के बारे में बताते हैं।
हल्दी खाने से हमारा इम्यूनिटी बढ़ती है। हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक रहती है और बीमारियों से बचे रहते हैं। हल्दी में वात-कफ दूर करने वाला गुण होता है। हल्दी के सेवन से हमारे शरीर में खून बढ़ने में मदद मिलती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए हल्दी बहुत उपयोगी है। आइए हम आपको बताते हैं, हल्दी के सेवन से किन किन बीमारियों में आराम मिलता है और इसको किस तरह प्रयोग में लाना चाहिए।
हल्दी की तासीर गर्म होने के कारण सर्दी जुखाम में इसका प्रयोग किया जाता है। हल्दी के धुएं को रात में सूंघने से जुखाम जल्दी ठीक होता है। इसके सूंघने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए।
सुबह-शाम सरसों के तेल में हल्दी मिलाकर दांतों और मसूड़ों की मालिश तथा गर्म पानी से कुल्ला करना चाहिए। हल्दी पायरिया के रोग में बहुत फायदेमंद है।
हल्दी को भूनकर चूर्ण बना लें। 1- 2 ग्राम हल्दी, शहद और घी के साथ खाने से खांसी में आराम मिलता है।
जब भी पेट में दर्द हो 10 ग्राम हल्दी, को 250ml पानी में उबाल लें। उसमें गुड़ मिलाकर थोड़ा थोड़ा सा पिए पेट दर्द में तुरंत आराम मिलेगा।
पीलिया एक ऐसी बीमारी है जिसका सही समय पर इलाज ना हो तो वह जानलेवा साबित होती है। हल्दी में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो पीलिया में फायदा करता है। पीलिया होने पर 6 ग्राम हल्दी को मट्ठे में मिलाकर दिन में दो बार पीने से चार-पांच दिन में पीलिया से आराम मिल जाता है।
डायबिटीज के मरीजों को 2 से 5 ग्राम हल्दी में आंवला का रस और शहद मिलाकर सुबह-शाम खाने से उसमें फायदा मिलता है।
स्तन में गांठ या लालिमा होने पर हल्दी का उपयोग बहुत फायदेमंद होता है। हल्दी और लूथरा का पानी का स्तन पर लेप लगाने से आराम मिलता हैं।
ल्यूकोरिया के मरीज को 1-2 ग्राम हल्दी मे 100ml दूध में उबालकर उसमें गुड मिला लें। दिन में दो बार इसका सेवन करें लुकोरिया के मरीजों को फायदा मिलेगा।
त्वचा पर कहीं दाद और खुजली हो जाए तो हल्दी के साथ नीम की पत्तियों का लेप लगाने से इसमें फायदा मिलता है।
शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन आ जाए तो हल्दी का उपयोग करने से फायदा मिलता है। हल्दी, पीपली, पाठा, छोटी कटेरी, चित्रकला, पीपली, जीरा और मेथी को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें। इसको एक चलनी से चाल ले। इस जून को 2-2 ग्राम गुनगुने पानी में ले। शरीर की सूजन खत्म हो जाएगी, और आराम मिलेगा।
हल्दी में घाव भरने और बैक्टीरिया से लड़ने का गुण होता है। हल्दी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण पाया जाता है जो कि घाव को भरने में सहायता करते हैं। खून ना रुक रहा हो तो उस घाव पर हल्दी छिड़क देने से तुरंत खून बहना बंद हो जाता है। आधा चम्मच हल्दी और अलसी का तेल का लेप लगाने से घाव जल्दी भर जाता है और सूजन भी खत्म हो जाती है।
मुंह में छाला होना यानी पाचन तंत्र खराब होना। हल्दी में उष्ण गुण होने के कारण हमारे पाचन तंत्र को ठीक करता और मजबूत बनाने में मदद करती है। आधा चम्मच हल्दी, एक गिलास पानी में उबाल लीजिए। गुनगुना हो जाने पर दिन में दो बार कुल्ला की जाए। इससे छाले में आराम मिलता है।
मासिक धर्म के समय महिलाओं के लिए पेट में दर्द और ऐठन का सामना करना पड़ता है। हल्दी के सेवन से इन तकलीफों से बच सकते हैं। मासिक धर्म के समय हल्दी और दूध पीने से इन दिनों में फायदा मिलता है।
बदलते मौसम में हल्दी का दूध हम सबके लिए बहुत फायदेमंद है। हल्दी में एंटीबायोटिक गुण पाया जाता है और दूध में कैलशियम इन दोनों को मिलने के कारण हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। इससे हम बीमारियों और संक्रमण से बचे रहते हैं। हल्दी और दूध की तासीर गर्म होती है। हल्दी का दूध हमारे शरीर को गर्मी देता है।
हल्दी के दूध बनाने की सामग्री
हल्दी वाला दूध बनाने की विधि
खूबसूरत और चमकदार चेहरा पाने के लिए हल्दी बहुत ही उपयोगी है। हल्दी के फेस पैक से स्किन खिली खिली और मुलायम बन जाती है। चेहरे पर हर्बल फेस पैक लगाने से हमारी त्वचा को विटामिन प्रोटीन और मिनरल मिलता है। हर्बल फेस पैक से हमार त्वचा को सारे पोषक तत्व मिल जाते हैं। हमारी त्वचा पर निखार आ जाता है और झुर्रियां नहीं पड़ती।
सर्दियों में फेस पैक हमारी त्वचा को प्राकृतिक रूप से नमी देता है और चमकदार बनाता है। त्वचा में कसाव आता है, त्वचा खिली खिली दिखाई देती है।
क्रीम और हल्दी के फेस पैक की सामग्री
विधि
बादाम और हल्दी का फेस पैक ड्राई स्किन को इससे फायदा मिलता है। दूध में अली एजिंग की समस्या से राहत मिलती है। बादाम का पाउडर त्वचा को नमी देता है।
दूध, बादाम और हल्दी के फेस पैक की सामग्री
अब तो आप जान ही गए होंगे कि पाउडर के रूप में दिखने वाली हल्दी हमारे स्वास्थ्य और संदर्भ में को कितना फायदा देती है। इसको आप अपने डाइट में शामिल कीजिए। अपने स्वास्थ्य और जीवन को सुंदर बनाइए।
इमेज सोर्स: sommail from Getty Images Pro via Canva Pro
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