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मैं तुम्हारा नहीं सच का साथ दूंगी…

रोहन ने रजनी से  कहा, "रजनी बिना सबूत कुछ साबित नहीं कर पाओगी? क्यों समाज में अपने परिवार और रीना का नाम बदनाम कर रही हो?"

“चेहरा सब कुछ व्यक्त कर देता है। सही बात है। रीना झूठ बोल रही है। क्या इतने सालों के संबंध के बाद भी तुम्हें मुझ पर भरोसा नहीं है? तुम क्या किसी मामले में रीना से कम हो? क्या मैं एक नौकरानी को गलत नजर से देखूंगा? उसे गलत इरादे से छुऊंगा? तुमने भरोसा कैसे कर लिया?
रजनी मुझे नहीं लगता था कि तुम्हें मेरे ऊपर यकीन नहीं होगा।” रोहन अपनी बातों को  बेहतर तरीके से रख रहा था, रजनी के सामने।

लेकिन रजनी की नजर रसोई-घर में सहमी सी खड़ी रीना पर टिकी थी। वह रीना के चेहरे को पढ़ने की कोशिश कर रही थी। रीना 5 सालों से उसके यहां काम कर रही थी। वह बहुत ईमानदार और कर्तव्यशील महिला है। दो बच्चों की मां रीना के पति हमेशा बीमार रहते हैं। अपने बच्चों और अपने परिवार का पेट भरने के लिए रीना रजनी के घर के अलावा भी कुछ घरों में काम करती है। लगभग रजनी की उम्र की ही होगी रीना। लेकिन रजनी को दीदी कहती है। रजनी अपने सारे सीक्रेट, सारी बातें भी रीना से शेयर करती है।

उसे रीना के रूप में एक दोस्त मिल गया था। रजनी को रीना पर पूर्ण भरोसा है। तो वहीं  रजनी के शादी के दस साल हो चुके हैं। 10 सालों से रोहन के साथ रजनी का संबंध है। थोड़ी बहुत नोकझोंक, और घरेलू लड़ाई के अलावा रोहन से ज्यादा कोई लड़ाई रजनी की कभी हुई  नहीं है। रोहन ने भी किसी प्रकार बड़ी शिकायत का मौका नहीं दिया था।

रजनी को पैर में हमेशा दर्द रहता है और वह पार्ट टाइम कुछ काम भी करती है तो उसे कामवाली रखने की जरूरत पड़ गई। जबकि रोहन के ऑफिस का कोई निश्चित टाइम नहीं है। कभी वह 1 सप्ताह तक लगातार ऑफिस नहीं जाता तो कभी 12-14 घंटा लगातार या 1 सप्ताह भी ऑफिस टूर पर बाहर रहता। रजनी और रोहन के भी दो बच्चे हैं।

रजनी पढ़ी-लिखी समझदार महिला है। परिवार, रिश्ते समाज सभी में सामंजस्य बैठाकर चलती है लेकिन आज अचानक यह किरदार सामने आया तो रजनी कुछ फैसला नहीं कर पा रही है।

उसने रोहन से बस इतना ही कहा, “रोहन रीना झूठ तो नहीं बोलेगी ना? आखिर वह इतने दिनों से हमारे यहां काम कर रही है, आज अचानक से  इतना बड़ा झूठ क्यों बोलेगी?”

रोहन ने कहा, “यह तो रीना ही बता सकती है न?”

रजनी ने रीना से भी कहा, “रीना, क्या आज पहली बार ऐसा हुआ?”

“नहीं दीदी, साहब की नजर मुझे पहले से ही गलत लगती थी पर आपका विश्वास और मेरी अपनी काम की जरूरत ने, मुझे ज्यादा कुछ बोलने से रोक दिया। लेकिन आज जब रोहन भैया किचन मे पानी लेने आए तो मेरे शरीर पर गलत तरीके से हाथ रखे तो मुझसे बर्दाश्त नहीं हो पाया और दीदी जी मैंने आपको आवाज लगाया कि रोहन भैया मेरे साथ क्या कर रहे हैं?” रजनी ने देखा रीना आंखें मिलाकर रजनी को सारी बातें बता रही है। जबकि रोहन की बातों में बनावट थी।

रजनी रीना को लेकर पुलिस स्टेशन जाने लगी। रोहन ने रजनी से  कहा, “रजनी बिना सबूत का कुछ साबित नहीं कर पाओगी? क्यों समाज में अपने परिवार, रीना को नाम बदनाम कर रही हो?”

रजनी ने कहा, “मैं मां, बहन, पत्नी, और समाज का हिस्सा होने से पहले, एक महिला हूं और एक महिला की अस्मिता की रक्षा करना  मेरी पहली प्राथमिकता है रही बात कि  तुम्हारे चेहरे से ही नजर आता है कि तुमने क्या किया है। पुलिस वाले तो चेहरा पढ़ने की ही पढ़ाई पढ़ते हैं। तुम्हारी गलती उन्हें पता चल जाएगी। रोहन कुछ नहीं बोल पाया उसे।

रजनी रीना का हाथ पकड़ पुलिस स्टेशन के लिए निकल गई। रीना ने आंखों ही आंखों से रजनी को धन्यवाद कहा और गले लग गई।

“दीदी आपने अपने पति से पहले मुझ पर भरोसा किया। मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि मुझे आप जैसी दीदी मिली है।”

रजनी ने कहा, “रीना, मैंने तुम पर नहीं तुम्हारे चेहरे के भावों पर यकीन किया। हम लाख छुपाएँ पर चेहरे हमारी असलियत बता ही देते हैं। यह बात  भी सच है मैंने रोहन पर यकीन किया था लेकिन आज मैंने उसका चेहरा पढ़ा। वह अपनी गलतियां छुपाने की कोशिश कर रहा था। और तुम अपनी सच्चाई बताने की।”

आज रजनी भी खुश थी, कि वह सच का साथ दे रही है।उसके चेहरे पर आत्मविश्वास साफ झलक रहा था।

इमेज सोर्स : Hindsight|What If|Life Tak|Youtube

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