कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

निर्भया के दरिन्दों को फाँसी तक पहुंचाने वाली वकील हैं सीमा समृद्धि कुशवाहा

सीमा समृद्धि कुशवाहा चट्टान की भाँति निर्भया के लिए खड़ी रहीं और कितने ही तूफानों को पार करती हुई वह बस आगे बढ़ती गईं।

सीमा समृद्धि कुशवाहा चट्टान की भाँति निर्भया के लिए खड़ी रहीं और कितने ही तूफानों को पार करती हुई वह बस आगे बढ़ती गईं।

सत्यमेव जयते। सत्य हमेशा जीतता है। सत्य को हराने वाला और मिटाने वाला सृष्टि ने नहीं रचा। झूठ, छल, कपट, बईमानी इन सब की उम्र ज़्यादा नहीं होती। यह बहुत कम दिन तक चलते हैं। ईश्वर ने ब्रह्मांड बनाया जिसका आधार सत्य ही है।

आज सुबह कानून ने साबित कर दिया कि वो अंधा नहीं है। सारे कामों को सत्यता और विनम्रता से करता है। निर्भया केस की ज्योति सिंह, जिसका कुछ लोगों ने भयावह तरीके से बलात्कार किया, वह केवल बलात्कार नहीं था। उसमें शरीर के साथ साथ आत्मा को भी छिन्न-भिन्न करने की ताकत थी। आज उन दरिंदों को फाँसी तक पहुंचाने के लिए ना जाने कितने लोगों की दुआएं, कोशिशें और कितनी ही सहनशीलता काम आई।

इनमें सबसे महत्वपूर्ण चेहरा रहीं निर्भया की वकील सीमा समृद्धि कुशवाहा, जो चट्टान की भाँति किसी महिला के लिए अपने पैरों पर खड़ीं रहीं और कितने ही तूफानों को पार करती हुई वह बस आगे बढ़ती गईं।

सीमा निडरता से पुरुषों के सामने खड़ी रहीं और उनका मुक़ाबला एक महिला से भी रहा, जानी मानी वकील वृंदा ग्रोवर, जो मुकेश नाम के दरिंदे के सपोर्ट में उसका केस लड़ रहीं थीं।

इस बात के विपरीत अगर हम बात करें सीमा समृद्धि कुशवाहा की, जो निर्भया केस में ढाल बन कर खड़ी रहीं और अंत तक इंसाफ दिलाने के लिए ज़रा भी अपने क़दम पीछे नहीं हटाए। इस महिला ने सात साल और तीन महीने खुद को कमज़ोर नहीं पड़ने दिया और दुश्मनों के आगे खड़ी रहीं। सीमा समृद्धि कुशवाहा निर्भया ज्योति ट्रस्ट की लिगेल एडवाइजरी भी हैं। वर्ष 2014 में वह सुप्रीम कोर्ट की वकील बनीं और 2014 में ही उन्होंने निर्भया ज्योति ट्रस्ट में कानूनी सलाहकार रहीं। इटावा की रहने वाली यह कर्मठ महिला IAS बनना चाहती हैं और उसकी तैयारी भी कर रहीं हैं।

व्यक्तिगत तौर पर मेरा समाज से अनुरोध है कि आप सभी लोग ऐसी महिलाओं को समर्थन दें, उनको हौसला दें आगे बढ़ने का जिससे उनका मनोबल और बढ़ेगा। यह अंत इस बात का गवाह है कि महिला कुछ भी कर सकती है। महिला अगर चट्टान है तो वह आग भी है और प्यार की बौछार भी। मेरा भारत की केंद्रीय सरकार से नर्म निवेदन है कि सीमा समृद्धि कुशवाहा को पुरस्कार देकर अलंकृत किया जाए। मैं अपने लेख से उन लोगों को जागने के लिए हमेशा से तत्पर रहा हूँ जो सो रहे हैं और असमानता की सीढ़ियों पर बैठे हुए हैं।

सीमा समृद्धि कुशवाहा को मेरा और पूरे भारत के साथ साथ पूरे विश्व का एक बार और सलाम है। पूरे विश्व की महिलाओं के लिए एक सीख बनकर उभरना आपको और आपके जीवन के आसमान को सितारों से भर देगा।

जय हिंद
सत्यमेव जयते

मूल चित्र : YouTube 

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

96 Posts | 1,403,817 Views
All Categories