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आईपीएस डी रूपा मौदगिल बनेंगी कर्नाटका की पहली महिला गृह सचिव

कर्नाटका की पहली महिला IPS अधिकारी डी रूपा मौदगिल के 20 साल के करियर में अब तक 41 बार तबादला हो चुका है, जिसमें इन्होंने कई भ्रष्टाचार नेताओं की पोल खोली।

कर्नाटका की पहली महिला IPS अधिकारी डी रूपा मौदगिल के 20 साल के करियर में अब तक 41 बार तबादला हो चुका है, जिसमें इन्होंने कई भ्रष्टाचार नेताओं की पोल खोली।

कर्नाटका की पहली महिला IPS अधिकारी डी रूपा मौदगिल को कर्नाटक सरकार के गृह सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। यह उपलब्धि हासिल करने वाली ये पहली महिला अधिकारी बनीं। डी रूपा 2000 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जो अभी पुलिस महानिरीक्षक (IGP), रेलवे, बेंगलुरु के पद पर हैं। वह राज्य में गृह सचिव के रूप में कार्यरत 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी उमेश कुमार की जगह लेंगी। 

डी रूपा मौदगिल ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी देते हुए कहा, “मैंने गृह सचिव, कर्नाटक सरकार के रूप में पदभार ग्रहण किया है। संयोग से, मुझे पता चला कि मैं उस पद पर पहली महिला हूं। आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।”  

— D Roopa IPS (@D_Roopa_IPS) August 4, 2020

आईपीएस डी रूपा मौदगिल का नेताओं में भी ख़ौफ़ है

कर्नाटका की 2000 बैच की आईपीएस डी रूपा मौदगिल का नेताओं में भी ख़ौफ़ है। ये वही आईपीएस अधिकारी हैं जो 2004 में एक वारंट के लिए कर्नाटक से उमा भारती को गिरफ्तार करने एमपी के लिए निकल पड़ीं थी, वो भी जब उमा भारती मुख्यमंत्री थीं। दरअसल,  जब 2003 के चुनाव में उमा भारती मुख्यमंत्री बनीं तो उनके खिलाफ दस साल पुराने मामले में गैर ज़मानती गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था और यह मामला कर्नाटका के हुबली से जुड़ा था। ऐसे ही कई साहसी कार्यों के लिए जाने जाने वाली डी रूपा सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रीय रहती हैं और लगातार जनता से उनकी राय जानती रहती हैं। 

डी रूपा को 2017 में कर्नाटका सरकार द्वारा राष्ट्रपति पदक से नवाज़ा गया

डी रूपा के 20 साल के करियर में उनका अब तक 41 बार तबादला हो चुका है। लेकिन वो भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ रहीं हैं। 2017 में इन्हें अपने साहसी कार्य के लिए कर्नाटका सरकार द्वारा राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था। तब इन्होंने बेंगलुरु के सेंट्रल जेल में हो रहे अनियमिताओं को एक्सपोज़ किया था। उस समय रूपा ने आरोप लगाया था कि AIADMK की प्रमुख शशिकला को जेल में स्पेशल ट्रीटमेंट मिल रहा है। और तब भी ये कई दिनों तक सुर्ख़ियों में रही थीं। 

इससे पहले भी कई बार ले चुकी हैं सिस्टम से टक्कर

अपने बेबाक और तेज़तर्रार तेवर के चलते रूपा ने इससे पहले भी कई बार सिस्टम को करारा ज़वाब दिया है। हाल ही में बीजेपी सांसद प्रताप सिन्हा ने एक आर्टिकल को ट्विटर पर टैग किया कि ऐसे कई अफसर हैं जिन्होंने अपनी मनचाही जगह पर ट्रांसफर न मिलने पर अपना राज्य ही बदल लिया।  इन अफसरों में रूपा का भी नाम था। रूपा ने फौरन सांसद महोदय को जवाब दिया, “ब्यूरोक्रेसी को राजनीति से मुक्त रहने दीजिए जनाब। अफसरों को राजनीति में मत घसीटिए, क्योंकि आने वाले समय में इससे सिस्टम और समाज दोनों को ही कोई फायदा नहीं होगा।” इस जवाब ने कई भ्रष्टाचार नेताओं को चुप कर दिया था। 

महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए डी रूपा मौदगिल के विचार

हरस्टोरी के वीमेन ऑन अ मिशन समिट Women On A Mission Summit 2019 के एक इवेंट में डी रूपा मौदगिल ने कहा था कि यदि आप इतिहास बनाना चाहते हैं, तो वो अच्छी लड़की नहीं बनें। लड़कियों को बताया गया है कि शर्मीली, कामुक,और दुसरो के सामने झुकना ही स्त्री से संबंधित है। लेकिन आप अपने लिए आवाज़ उठाएं । महिलाओं को धरती माता की तरह बताया गया है, जिन्हें हर बात को सहन करना चाहिए और उनके साथ हुए अन्याय के खिलाफ कभी नहीं बोलना चाहिए। अब हमें इसे बदलना होगा।”

“यदि हमारा कोई सपना है तो हमें इसके लिए लगातार काम करना होगा। और इसकी शुरुवात सबसे पहले घर से करनी होगी। हमें समाज के द्वारा थोपे गए जेंडर रोल्स जैसे की लड़कियों को घर में माँ की किचन में मदद करनी है जबकि लड़कों को अपने पिता की बाज़ार के कामों में मदद करनी है – अब इन्हें छोड़कर आगे बढ़ना होगा।”

यें एक कुशल भरतनाट्यम डाँसर भी हैं और इन्होंने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में प्रशिक्षण लिया है। और ये ऐसे ही हमेशा से महिलाओं के लिए आवाज़ बनती आयी हैं। डी रूपा मौदगिल ने 2018 में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन अपना एक गाना भी रिलीज़ किया है जिसके एक एक बोल में शक्ति है। आप सभी ज़रूर सुनें। 

खाकी को लेकर अपने प्यार को डी रूपा मौदगिल ने साबित भी कर दिखाया

डी रूपा मौदगिल का खाकी को लेकर बचपन से प्यार ही उन्हें आज इस मुक़ाम पर ले आया है। उन्होंने पहली बार में सिविल सर्विसेज़ की परीक्षा में आल इंडिया रैंक 43 हासिल करी थी और आईपीएस अफसर बनने का निर्णय लिया और कर्नाटका की पहली महिला पुलिस अधिकारी बनीं। ये कहती हैं कि इन्हे ट्रेनिंग के दौरान हमेशा बताया जाता था कि ये एक अफसर पहले हैं और फिर महिला। और इस बात को इन्होंने साबित भी कर दिखाया। डी रूपा मौदगिल ने अपने करियर में कई भ्रष्टाचार नेताओं की पोल खोली और देश की बागडोर अपने हाथों में लेकर अपने हिस्से का पूरा योगदान दे रहीं हैं। 

सच में! अगर देश को बचाना है तो हमें ऐसे ही अफ़सरों की ज़रूरत है जो सही मायने में अपना फ़र्ज़ अदा कर रहें हैं। हम सभी को आप पर बहुत गर्व है और आप देश की कई महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है। आपको इस पद के लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं। 

मूल चित्र : Outlook India, PTI File Photo

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Shagun Mangal

A strong feminist who believes in the art of weaving words. When she finds the time, she argues with patriarchal people. Her day completes with her me-time journaling and is incomplete without writing 1000 read more...

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