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क्या आज भी शादी मतलब बॉलीवुड करियर का फुल स्टॉप या बदल रही है तस्वीर?

बॉलीवुड में पहले जहां शादी और बच्चों को एक एक्ट्रेस के करियर का अंत मान लिया जाता था, क्या अब शादी के बाद की बदल रही है तस्वीर?

बॉलीवुड में पहले जहां शादी और बच्चों को एक एक्ट्रेस के करियर का अंत मान लिया जाता था, क्या अब शादी के बाद की बदल रही है तस्वीर?

शादी करना और माँ बनना हर लड़की का सपना होता है ,लेकिन जब बात बॉलीवुड की करें और ख़ास कर बॉलीवुड अभिनेत्रियों की, तो इन अभिनेत्रियों के लिये शादी करना और माँ बनने का निर्णय थोड़ा मुश्किल होता है। बॉलीवुड, जिसे ग्लैमर इंडस्ट्री भी कहा जाता है, वहाँ कई बार इन अभिनेत्रियों का सफर लम्बे समय का नहीं माना जाता। कई ग्लैमरस और खूबसूरत अभिनेत्रियों के सफल करियर पर शादी करते ही स्टॉप लग जाता है।

बॉलीवुड में कई ऐसी अभिनेत्रियां आयी जिन्होंने अपने अभिनय से लाखों दर्शकों का दिल जीता लेकिन शादी करते ही फ़िल्मी दुनियां से गुमनाम सी हो गईं क्यूंकि शादी करते ही इनको फिल्मों में काम मिलना बंद हो गया। फ़िल्म इंडस्ट्री की ये आम धारणा है कि शादीशुदा अभिनेत्री को दर्शक पसंद नहीं करेंगे जिससे इन्हें काम मिलना बंद हो गया और फिर इन्हें अपने परिवार और बच्चों में बिज़ी हो अपने करियर को गुडबाय करने की सिवा कोई चारा नहीं रह गया। कुछ ने मज़बूरी तो कुछ ने स्वेच्छा से भी फ़िल्म इंडस्ट्री को छोड़ा।

‘शादी मतलब करियर को फुल स्टॉप’ बरसों से चली आ रही ऐसी मानसिकता के बावजूद आज के दौर में कई ऐसी अभिनेत्रियां हैं जिन्होंने ना सिर्फ शादी और बच्चों से पहले सुपरहिट फ़िल्में दीं  बल्कि शादी और बच्चों के बाद भी सिल्वर स्क्रीन पर अपनी धाक जमाये हुए हैं। साथ ही आम दर्शकों के बीच इनकी प्रसिद्धि भी बढ़ी है।

अब तक तो आप समझ ही गए होंगे की आज मैं आपसे किस मुद्दे पे चर्चा करने जा रही हूँ। जी हां, आज यहाँ मैं कुछ ऐसी ही अभिनेत्रियों की बात करुँगी जो शादी और बच्चों के बाद भी फिल्मों में लीड एक्ट्रेस के तौर पर अपने अभिनय का लोहा मनवा रही हैं और आगे भी अपने सशक्त अभिनय से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाती रहेंगी।

एक्ट्रेस जिन्होंने पुरानी विचारधारा को तोड़ा

आइये देखें कौन-कौन सी वो एक्ट्रेस हैं जिन्होंने ना सिर्फ उस पुरानी विचारधारा को तोड़ा जिसमें शादी और बच्चे एक एक्ट्रेस के करियर का अंत मान लिया जाता था बल्कि एक ट्रेंड भी सेट किया है कि शादी करियर का अंत नहीं बस जिंदगी का एक खूबसूरत मोड़ भर है। यहां मैं अपनी फेवरेट अभिनेत्रयों का नाम ले रही हूँ, नहीं तो मानें आज लिस्ट लम्बी है जिसमें ऐश्वर्या राय बच्चन, अनुष्का शर्मा, दीपिका पादुकोण, इलीना डी क्रूज़, इत्यादि के नाम शामिल हैं।

काजोल

जब बात ऐसी अभिनेत्री की हो जिन्होंने शादी के बाद भी सफलता पायी है तो सबसे पहले जो नाम मेरे ज़हन में आता है वो काजोल का है। काजोल 90 की दशक की सुपरहिट अभिनेत्री रही हैं। काजोल ने ‘बेखुदी’ फ़िल्म से बॉलीवुड में कदम रखा और जल्दी ही ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे’, ‘करण अर्जुन’, ‘बाजीगर’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम कर फ़िल्म इंडस्ट्री की सुपरस्टार बन गईं। अपने करियर की चोटी पर सबको चौंका कर अजय देवगन से शादी और दो बच्चों की माँ बन कर भी काजोल घर नहीं बैठी हैं बल्कि कई सुपरहिट फिल्मों में काम करती नज़र आयी हैं। हाल ही में काजोल ने ‘त्रिभंग’ फ़िल्म से ओ टी टी प्लेटफार्म पर डिजिटल डेब्यू किया है।

माधुरी दीक्षित

इस कड़ी में मैं अगला नाम लूँगी माधुरी दीक्षित का। ‘धक-धक गर्ल’ के नाम से मशहूर माधुरी ने एक समय लाखों दिलों पर अपनी अदाकारी के दम पे राज किया है। माधुरी दीक्षित ने हिन्दी सिनेमा में एक ऐसा मुकाम तय किया जिसे आज की अभिनेत्रियां अपना आदर्श मानती हैं।  80 और 90 के दशक में माधुरी ने अपने अभिनय और नृत्य का ऐसा जादू चलाया कि माधुरी देश की धड़कन बन बैठी। अपने करियर की चोटी पे माधुरी ने शादी कर अमेरिका में बसने का निर्णय ले लिया लेकिन खुद को सिल्वर स्क्रीन से दूर ना कर पाई। शादी के बाद ‘लज़्ज़ा’, ‘देवदास’, ‘गुलाबी गैंग’ जैसी फिल्मों में काम कर माधुरी ने साबित कर दिया कि एक कलाकार की कला और मेहनत को शादी या बच्चों से नहीं जोड़ा जाना चाहिये।

विद्या बालन

इसी श्रृंखला में एक नाम विद्या बालन का है। विद्या 2012 में प्रोड्यूसर सिद्धार्थ कपूर से शादी करने के बाद भी फिल्मों में लीड रोल निभाती रही हैं। हाल ही में आयी इनकी फ़िल्म ‘मिशन मंगल’ ने 200 करोड़ से अधिक का कलेक्शन किया है। इनकी फ़िल्म ‘तुम्हारी सुलु’ मेरी बेहद पसंदीदा फिल्मों में से एक है।

करीना कपूर

शादी करियर में रुकावट नहीं इसका एक मजबूत उदाहरण करीना कपूर भी है। फ़िल्म इंडस्ट्री में करीना अपने फिटनेस के लिये भी बहुत चर्चा में रहती हैं। सैफ अली खान से शादी हो या फिर बेटे तैमूर का जन्म, करीना आम दर्शकों की पसंदीदा अभिनेत्री बनी ही रही हैं और लीड रोल भी करती रही हैं। फिलहाल करीना अपने दूसरे बच्चे के होने का इंतजार कर रही हैं। उड़ता पंजाब, वीरे दी वेडिंग हो या गुड न्यूज़ हर फ़िल्म में करीना ने अपनी छाप छोड़ी है।

रानी मुखर्जी

साल 2014 में आदित्य चोपड़ा से शादी करने के बाद रानी मुखर्जी कम लेकिन बेहद सशक्त रोल निभाती नज़र आयी हैं। चाहे उनकी हिट फ़िल्म ‘हिचकी’ हो या फिर ‘मर्दानी’ जैसा दमदार रोल हो, हर रोल में रानी ने अपनी सशक्त अभिनय से दर्शकों को चौंकाया है।

क्या अभिनेत्रियों का करियर सिर्फ एक सिमित समय के लिये है?

एक सोच या फिर एक विचारधारा जो पुराने समय से बॉलीवुड में चली आ रही थी कि अभिनेत्रियों का करियर सिर्फ एक सीमित समय के लिये है। शादी और बच्चों के बाद इन अभिनेत्रियों का करियर खत्म समझो। इन्हें काम मिलना बंद हो जाता था चाहे फिर इनमें कितनी भी प्रतिभा रहती थी।

कई शानदार अभिनेत्रियों का सुनहरा करियर इस पिछड़ी विचारधारा को भेंट चढ़ चुका है जैसे करिश्मा कपूर, आसिन, समीरा रेड्डी, प्रीती ज़िंटा, इत्यादि। ये तो सिर्फ कुछ गिने चुने नाम हैं। ऐसी अभिनेत्रियों के नामों की लिस्ट तो बेहद लम्बी है। ये देखने के बाद मेरे मन में ये प्रश्न आता है कि क्या ये इन अभिनेत्रियों के साथ पक्षपातपूर्ण व्यवहार नहीं? क्यूंकि जब इसी फ़िल्म इंडस्ट्री में पुरुष शादी के बाद भी अपने से आधी उम्र की अभिनेत्री के साथ लीड रोल में फ़िल्म कर सकते हैं तो फिर अभिनेत्री क्यों नहीं कर सकती?

अब अभिनेत्री शादी को करियर का फुल स्टॉप नहीं मानती

समय के साथ और शिक्षा से समाज में बहुत से बदलाव देखने को मिले है ऐसे ही कुछ बदलाव हमें बॉलीवुड में भी देखने को मिल रहे हैं। अब अभिनेत्री शादी को करियर का फुल स्टॉप नहीं मानती। ऐश्वर्या, अनुष्का, सोनम, दीपिका मेरे नज़र में ये सिर्फ कुछ नाम नहीं बल्कि एक बदलाव है लोगों की सोच में. उनके दृष्टिकोण में, कि नहीं शादी और बच्चे किसी भी क्षेत्र में काम करती महिला के लिये उनके करियर में रुकावट नहीं होते ख़ास कर ग्लैमर इंडस्ट्री या फिर बॉलीवुड हो।

आज के दौर में कई ऐसी अभिनेत्रियां है जिन्हें शादी के बाद भी ना सिर्फ केंद्रीय किरदार निभाने को मिले बल्कि बॉक्स ऑफिस पर शानदार सफलता भी मिली है। शादी के बाद भी इन अभिनेत्रियों को कामयाबी की बुलंदिया छूते देख मुझे बेहद ख़ुशी होती है। आज के दौर में आम दर्शक भी इन अभिनेत्रियों को खुले दिल से स्वीकार भी करते हैं।

काश ये बदलाव कुछ समय पहले आता तो शायद कई प्रतिभावान अभिनेत्रियों को घर नहीं बैठना पड़ता और ना ही अपने रोल के साथ समझौता कर मुख्य भूमिका के बजाय माँ, भाभी या फिर बहन का रोल निभाना पड़ता। देर से ही सही लेकिन बॉलीवुड में आये इस बदलाव का मैं खुले दिल से स्वागत करती हूँ।

मूल चित्र : utsavpedia

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