कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

लेडीज़ पेंटी पर सफ़ेद दाग क्यों पड़ जाते हैं?

लेडीज़ पेंटी पर सफ़ेद दाग क्यों पड़ जाते हैं? क्या है वाइट डिस्चार्ज जिसके कारण पेंटी इतनी ब्लीच हो जाती है कि आप उसको छिपा देना चाहते हैं?

लेडीज़ पेंटी पर सफ़ेद दाग क्यों पड़ जाते हैं? क्या है वाइट डिस्चार्ज जिसके कारण पेंटी इतनी ब्लीच हो जाती है कि आप उसको छिपा देना चाहते हैं?

आपने कई बार घर के मर्दों से छिपा-छिपाकर चुन्नी या तौलिए के नीचे अपने अंडरगारमेंट्स को सुखा दिया होगा। इसका एक कारण है पेंटी पर पड़े सफेद दाग से कई लेडीज़ शर्मिंदा महसूस करती हैं। लेकिन वो शायद ये नहीं जानती कि ये निशान सामान्य होते हैं।

पीरियड्स की तरह आपकी योनि एक और प्रक्रिया करती है जिसे व्हाइट डिस्चार्ज या सफेद पानी कहा जाता है। जैसे पीरियड्स में किसी को कम तो किसी तो ज़्यादा दर्ज होता है वैसे ही व्हाइट डिस्चार्ज में भी अलग-अलग कारणों से अंतर हो सकता है।

क्या होता है व्हाइट डिस्चार्ज जिसके कारण लेडीज़ पेंटी पर सफ़ेद दाग पड़ जाते हैं?( what is white discharge – white marks on panties)

व्हाइट डिस्चार्ज या सफेद पानी सामान्यतौर पर महिलाओं को पीरियड्स के पहले या बाद में होता है। सेक्स और ओव्यूलेशन  के दौरान भी आपने व्हाइट डिस्चार्ज को महसूस किया होगा।

यह आपकी योनी को साफ, सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए शरीर द्वारा की जाने वाली एक साधारण प्रक्रिया है। इसलिए आपको अपने शरीर के इस हिस्से में साबुन लगाने की ज़रूरत भी नहीं है क्योंकि यह अपने आप को साफ करती रहती है।

आपकी योनि में मौजूद गुड बैक्टीरिया इसे स्किन का पीएच बनाए रखने के लिए ये एसिडिक प्रक्रिया करते हैं जिसके कारण जब आप पेंटी पहनते हैं तो इस स्त्राव से आपकी पेंटीज़ ब्लीच हो जाती है। ये डिस्चार्ज इतना असरदार होता है कि आपकी किसी भी रंग की पेंटीज़ का रंग हटा देता है तो सोचिए कितनी आसानी से ये बैक्टीरिया को मार सकता है।

जब आप अपनी पेंटीज़ धो के सुखा देती है तो कई बार आपको उनका रंग भी बदला हुआ नज़र आता होगा। ऐसा इसलिए होता है कि हवा के संपर्क में आने के कारण इस डिस्चार्ज का रंग थोड़ा बदल जाता है।

आपकी वज़ाइनल डिस्चार्ज का pH लेवल यानि पावर ऑफ हाइड्रोज़न 3.5 से लेकर 7 तक हो सकता है जो कई तरह के कारणों पर निर्भर करता है जैसे कि आपके हॉर्मोन, आपकी सेक्स लाइफ, आपका खानपान, आपके मासिक धर्म (menstrual cycle), आपका स्ट्रेस लेवल वगैरह।

वजाइनल डिस्चार्ज का असामान्य रूप समझें

महिलाओं में होने वाले वजाइनल डिस्चार्ज का रूप और गाढ़ापन अलग-अलग हो सकता है। हां, ये सामान्य है लेकिन ऐसा संभव है कि आपको सामान्य लगने वाला व्हाइट डिस्चार्ज असामान्य हो। कई स्थितियों में व्हाइट डिस्चार्ज कम या ज़्यादा हो सकता है और साथ ही इसके रंग में बदलाव और स्मेल आ सकती है।

सफेद डिस्चार्ज

आपके पीरियड्स के शुरुआती दिनों और आख़िर के दिन में गाढ़ा सफेद डिस्चार्ज सामान्य होता है। इसकी स्मेल भी नॉर्मल होती है लेकिन अगर आपको इचिंग या खुजली होती है तो यह यीस्ट संक्रमण का संकेत हो सकता है।

पीला या भूरा डिस्चार्ज

अगर आपके वजाइनल डिस्चार्ज गाढ़े पीले या भूरे रंग का है और इसकी दुर्गंध आए तो हो सकता है कि आपकी योनी में कोई इंफेक्शन है जिसपर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि यह आपके वजाइना से जुड़ी किसी इंफेक्शन का का लक्षण हो सकता है।

बात क्यों नहीं करते हम?

औरतें अपनी सेहत के बारे में खुलकर बात नहीं करती हैं। कुछ औरतें तो ये भी नहीं जानती कि ये सफेद निशान पड़ते क्यों है। कई औरतों को इतनी शर्म आती है कि वो किसी से पूछती भी नहीं हैं  कि ये सामान्य है भी या नहीं।

लेकिन सोचिए अगर हमें यही नहीं पता होगा कि हमारे शरीर में कुछ असामान्य हो रहा है तो हम उसका उपाय कैसे ढूंढेगे?

व्हाइट डिस्चार्ज इसलिए होता है ताकि हमें बैक्टिरियल इंफेक्शन ना हो लेकिन पेंटी के निशानों को अनदेखा बिल्कुल मत कीजिएगा। कभी भी आपको व्हाइट डिस्चार्ज के गाढ़ेपन, रंग या स्मेल में बदलाव नज़र आए तो अपने डॉक्टर या गायनाकॉलोजिस्ट से ज़रूर बात करें।

आप बेख़बर रहेंगी तो किसी प्रोडक्ट के जाल में फंसेगी

बाज़ार में आजकल कई ऐसे ब्रांड और प्रोडक्ट मौजूद हैं जो महिलाओं की योनि को साफ और सुगंधित रखने का दावा करते हैं। इसलिए यह ज़रूरी है कि उन्हें इस्तेमाल करने से पहले आप अपने शरीर को अच्छे से समझ लें। आपकी बेखबरी आपके लिए ख़तरनाक हो सकती है।

आपकी योनि से होने वाले व्हाइट डिस्चार्ज से जो स्मेल आती है वो सामान्य होती है। यह प्रक्रिया दिन भर होती है और रोज़ कम से कम 4 मिलीग्राम व्हाइट डिस्चार्ज होता है। ऐसे कई प्रोडक्ट महिलाओं को इसलिए टारगेट करते हैं क्योंकि औरतें इस बारे में खुलकर बात नहीं करती हैं।

योनि आपका सबसे संवेदनशील अंग है जिसका ख्याल भी आपको उतनी ही संवेदनशीलता से रखना पड़ेगा। अगली बार अपने अंडरवियर पर पड़े सफेद निशानों के लिए देखकर शर्मिंदा ना हों क्योंकि ये हर दूसरी बायलॉजिकल क्रिया की तरह ही सामान्य हैं। हमें अपने शरीर में होने वाली हर बात को समझ ज़रूरी है क्योंकि हम समझेंगे नहीं तो बात कैसे करेंगे?

मूल चित्र : paolaroid from Gretty Images via Canva Pro

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

133 Posts | 493,194 Views
All Categories