कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

रहस्य

इक रोज स्कूल की किताब में,पढ़ी इस रहस्य की गहराई।महसूस किया यौवन के नए नए रहस्य को।कई बार झेलना भी पड़ता था,कुछ कुछ समस्याओं को।

इक रोज स्कूल की किताब में,पढ़ी इस रहस्य की गहराई।महसूस किया यौवन केनए नए रहस्य को।कई बार झेलना भी पड़ता था,कुछ कुछ समस्याओं को।

बिटिया जरा जा कर दीपक
साँझ का जला दे,
एक लोटा जल सवेरे तुलसी को
चढ़ा दे।

वो बरनी आम के अचार की रखी है,
अचार निकालना पर संभाल कर।
रहस्य लगते थे वो पांच दिन, माँ कराती
मुझ से ज़ब ये काम बोल बोल कर। 

फिर उम्र के उस पायदान पे
मेरी देह भी आखिर पहुँच गई।
माँ के संग संग मैं भी उस रहस्य की
राज़दार बन गई।

मैंने फिर महसूस किया यौवन के
नए नए रहस्य को।
कई बार झेलना भी पड़ता था,
कुछ कुछ समस्याओं को।

इक रोज स्कूल की किताब में,
पढ़ी इस रहस्य की गहराई।
स्त्री रचती है जीवन कैसे,
गौरव है ये बात समझ में आई।

 

मूल चित्र: Still from Short Film Motherhood 

 

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

15 Posts | 15,139 Views
All Categories