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मेरे साथ कुछ गलत होता है तो गलत होने की सुई मुझ पर ही आकर टिकती है और दुनिया के बुद्धिजीवी, हाथ में मेरा चरित्र प्रमाणपत्र थमा देते हैं।
सुमित ये सुन कर खुशी से उछल पड़ा लेकिन अचानक ही उसके हाव भाव बदल गए और रिया से बोला, "तुम पक्का हो ना? ये हमारा ही है ना?"
क्यूँ आप अपनी बेटी में ये नहीं भरते कि वह अपनी आर्थिक आज़ादी का ख्याल हमेशा रखे? समझिये कि लड़कियों की आर्थिक आज़ादी ज़रूरी है।
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