कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
Founder-Life Of A Mother (Blog). Just spreading some positive vibes around. https://ektashah27.com
मैं समझती हूँ, गलती करने वाला और गलती को सहने वाला दोनों ही ज़िम्मेदार होते हैं, और सिर्फ एक आवाज़ चाहिए इसको शांत करने के लिए।
"सांवला होना कोई अपराध नहीं और ना ही अभिशाप। आइये, अब हम भी यह मान लें कि ख़ूबसूरती रंग-रूप की नहीं, बल्कि आप कैसे व्यक्ति हैं उससे झलकती है।"
जहाँ एक और हम महिला सशक्तिकरण की बातें करते हैं, वहीं दूसरी ओर पितृसत्तात्मक सोच आज भी हर औरत की सच्चाई है। इसका सिर्फ एक ही जवाब है, हर लड़की को यह सिखाया जाए की आत्म-निर्भता ज़रूरी है। और सिर्फ आत्म-निर्भता ही क्यों आर्थिक आत्मा-निर्भता भी।
अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!
Please enter your email address