कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
Life tries you as much as you can endure.....never give up !!!
“यार औरतें अपना ध्यान नहीं रखतीं।” सच कहा, मैं रखूँगी अपना ध्यान, क्योंकि कोई और नहीं रखता, क्योंकि मैं तुमसे शादी करना चाहती हूँ, घर से नहीं।
आप ही डिसाइड कर लें कि मेरा राशन के लिए पैसे देना ज़रूरी है या खाना पकाना? अगर काम ना करूँ तो पकाने के लिए खाना ही नहीं होगा।
अपनी आँखों के सपने तकिये पे सूखाकर, सबके लिए वो बनने की कोशिश करते हूँ जो मैं नहीं...और तुम्हें बस मेरा शरीर दिखता है, मेरा मन नहीं...
अभी वो दिन ले कर भी तो आना है, वो दिन नाना नानी, मामा से ना मिल पाएगा, ना समाज देगा, ना सरकार! वो तुम लाओगी माँ, तुम उठो!
जहां मेरे देर से आने को जिम्मेदारी समझा जाये, मौज नहीं और जहां मुझे भी थकने पर अदरक वाली चाय मिले, नसीहत नहीं...
अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!
Please enter your email address