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बाहर लोगों ने उस औरत के रोने की आवाज़ सुनी तो लोग बोलने लगे कि वो पिशाच उस औरत पर आ गया उसे ख़त्म कर देना पड़ेगा।
एक स्त्री की उदारता का मोल पुरुष कभी चुका नहीं पायेगा क्यूँकि वो इसे समझ नहीं सकता, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वो स्त्री का अस्तित्व भूल जाए!
"जा बेटा! तू भी कुछ अपनी चोट पर दवाई लगा ले। तेरी चोट तो, छोटू से भी ज्यादा है।" ये सुनने के बाद, रिमी को अपने दर्द का एहसास हुआ और मीरा जी को, रिमी की चोट का!
बैंगल स्टैंड के बग़ल में रखी लाल रंग की लिपस्टिक इतरा रही थी कि 'मैं ही हूं वो जो किसी भी औरत के चेहरे को बदल सकती हूं।' वो आंटी की पसंदीदा लिपस्टिक थी।
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