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एक बात बताओ जब यही सब कुछ तुम्हारे भाई की शादी के बाद तुम्हारी भाभी के आने के बाद हो रहा है तो तुम्हें बुरा क्यों लग रहा है?
वहाँ मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है, मेरे चरित्र पर उंगली उठी है और मुझ पर उंगली उठाने वाला कोई और कोई नहीं मेरा ही जीवन साथी है।
हर कोई अगर ऐसा ही सोचता रहा कि हम तो केवल अपने रिश्तेदारों के घर जा रहे हैं और हमें तो वैसे भी कोरोना नहीं है, तो फिर यह कड़ियां कैसे टूटेंगी?
आजकल की लड़कियों के बड़े नखरे हैं, यह नहीं सोचती कि अगर बड़े कुछ कह रहे हैं तो भले के लिए ही कह रहे हैं। इन्हें तो बस अपनी ज़िद प्यारी है।
माही वॉशरूम में थी लेकिन उसका फोन वाइब्रेशन मोड पर बज रहा था। कोई अननोन नंबर था इसलिए कुमुद ने भी कॉल रिसीव नहीं किया।
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