कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
बदलाओ कार्यकर्त्ता। लेखक । सचिव प्रत्याशी : हंसराज कॉलेज छात्र संघ (2019-20), दिल्ली विश्वविद्यालय । झाँसी बुन्देलखण्ड के निवासी । जन्मतिथि : 30 जून 1999 । दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी०ए० हिन्दी ऑनर्स । बीकेडी कॉलेज, बुन्देलखंड यूनिवर्सिटी झाँसी से एल० एल० बी०।
ये प्रेम भी बेइंतहा करती है, ध्यान तुम रखो कि तुम तैयार हो, कभी उसके स्वाभिमान को ठेस न पहुंचाने को और न उसकी आजादी पर अंकुश लगाने को...
जैसी तुम रहती हो, वैसा हम रहने की कोशिश करते हैं। तुम जिंदगी भर दोस्त रहने का वादा भी करती हो, हम भी तुम्हारे दोस्त रहने का वादा करते हैं।
कल झाँसी में हुए बीकेडी गोलीकाण्ड ने मुझे गंभीर रूप से परेशान किया और मैं इन बातों पर विचार करने पर मजबूर हो गया...
मेरा कोई कन्यादान ना करे, मेरे लिए कोई दहेज ना दे, मेरी कोई भ्रूण हत्या ना करे, मेरा कोई यौन-शोषण ना करे, ना ही कोई मेरा बलात्कार करे।
पुरुष को भी विवाह के बाद साज-सिंगार करने और विशेष पहनावे को लेकर कानून बनना चाहिए, या फिर स्त्री को भी इन सब से आजादी मिलनी चाहिए।
अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!
Please enter your email address