कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
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मुंबई पुलिस के अनुसार फिल्में समाज का सच दिखाती हैं, अपने शब्दों और एक्शन को सावधानी के साथ चुनें, वरना कानून का सामना करना पड़ सकता है।
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट क्या है? इससे जुड़ी कुछ आसान बातें संगीता वेंकटेश बताती हैं हमारी यूटूब सिरीज़ सस्टेनेबल लिविंग विद संगीता में।
हम में से कई लोग मानते हैं कि नारीवाद से जुड़े लोग यानि फेमिनिस्ट, दुनिया को नियंत्रित करना चाहते हैं और पुरुषों को नीचा दिखाना चाहते हैं।
इन 5 प्रभावशाली महिलाओं ने अपनी निडरता से इन निर्धारित स्टीरियोटाइप को चुनौती दी और स्टैंड अप महिला कॉमेडियन के लिए नए दरवाजे खोल दिए।
अंजीर जितना स्वाद में मीठा होता है उतना ही सेहत के लिए भी लाभदायक होता है। जानते हैं हमारे शरीर के लिए अंजीर खाने के फायदे ...
हर शादी का विज्ञापन लंबी, पतली सुंदर दुल्हन मांगता है, लेकिन अगर लड़की अपनी ऐसी माँगे रखे तो तो प्रश्न आता है एक महिला ऐसा कैसे कर सकती है?
अब विधवा पेंशन योजना के माध्यम से विधवा महिलाओं को अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता नीना गुप्ता अपनी आत्मकथा 'सच कहूँ तो' में अपने जीवन के बारे में सब कुछ साझा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं!
आज भी लोग अलग जाति और धर्म में शादी करने के कारण मारे जाते हैं, ऐसे में लगता है कि समलैंगिक विवाह के विचार को स्वीकार करना और भी मुश्किल है।
नागालैंड में 3 साल की बच्ची खुद डॉक्टर के पास जाती है जबकि माता-पिता काम के लिए बाहर गए थे, फोटो ने इंटरनेट पर जीता सबका दिल।
होमवर्क के बोझ पर मोदीजी से शिकायत करते हुए 6 साल की मासूम बच्ची के वीडियो ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का ध्यान खींचा।
टॉक्सिक लोग होते कौन हैं? क्या ये हमारे बीच रहते हैं? क्या है इनकी पहचान? क्या इनके साथ रहना ठीक है? और कहीं हम भी इनमें से एक तो नहीं?
मेरा ब्रेस्ट साइज़ कितना होना चाहिए और ऐसी अन्य सवालों के जवाब हैं यहां अपने ब्रेस्ट की सही देखभाल करने के लिए। आइये जानें विस्तार में...
जिस इंटर्नेट का इस्तेमाल कर माँ की फ़ोटो डाल रहे हैं, उससे आप खाना बनाना क्यूँ नहीं सीख सकते? या फिर ये हाथ सिर्फ़ पोस्ट बटन दबाने के लिए है?
कोरोना महामारी में विद्यार्थी क्या कर रहे हैं? क्लास करना, असाइनमेंट करना, रात का खाना खाना, सोना और अगले दिन फिर से यही।
मछली, अंडे से लेकर डार्क चॉकलेट तक, अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फूड की सूची में ये चीज़ें आप शामिल कर सकते हैं।
'मर्यादा का पालन' नाम की बेड़ियाँ बना औरत को बांध देना, या सिर्फ़ तब याद आना जब औरत की बात हो, ग़लत है। आपका क्या मानना है?
अगर आप कोरोना पॉजिटिव हैं, तो इलाज को करने के साथ अच्छी डाइट लेना ज़रूरी है। यहाँ है रुजुता दिवेकर की सुझाई कोविड रिकवरी डाइट।
“हम असहाय हैं, ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी, लोग घबरा रहे हैं!” अपना दर्द बयान करती हुई डॉक्टर बताती हैं करोना से बचने के लिए क्या करें।
आजकल सब कोरियाई ड्रामा यानि के-ड्रामा की देखते हैं, आप भी कर सकते हैं अपनी शुरुआत इन 6 महिला केंद्रित कोरियन टीवी ड्रामाज़ के साथ।
आज के समय में जहां औरतें अपनी मंज़िल की ओर निडर होके आगे बढ़ रही हैं, तो फिर क्यूँ वे रात को घर से निकलने और रास्ते पर अकेले चलने से डरें?
मेरे पति अपने सहकर्मियों को मेरे बनाये सैंडविच बेचते हैं, और उन पैसों से वह रेस्ट्रॉंट से अपना लंच खरीदने जाते है। यह सुनके मैं तो दंग रह गई।
हरीश ने अपनी पत्नी नीलू की सरे बाजार हत्या करके कहा, "वह इसके लायक़ थी", क्योंकि अपने पति के मना करने के बाद भी वह नौकरी कर रही थी...
एक तरफ़ ऐसे शोज़ हैं जो औरतों का सशक्तिकरण दिखा रहे हैं, और दूसरी ओर ससुराल सिमर का जैसे शोज़ जो हमें रूढ़ियों की चौखट पे खड़ा कर देते हैं।
राष्ट्रीय स्तर की वॉलीबॉल खिलाड़ी होने से लेकर प्लंबर बनने तक, क्रिस्टी डीआस ने महिलाओं के खिलाफ बने उन सभी पूर्वाग्रहों को तोड़ा है।
रिप्पड यानि फटी हुई जींस कहने को तो एक फ़ैशन ट्रेंड है पर जब भी लड़कियाँ इससे पहनती हैं तो कुछ ना कुछ ताने सुनने को ज़रूर मिलते हैं।
शादी से पहले जोड़े को एक-दूसरे के साथ मिलने का समय सीमित होता है, और उन्हें जिस जानकारी के माध्यम से झारना चाहिए वहलगभग अनंत है।
क्या आपने अपनी इस बेटी को शादी करने के लिए पैदा किया था? क्यों मुझे हमेशा शादी के ताने सुनने पड़ते हैं? आज आपको ये जवाब देना ही होगा।
बड़े होने पर हम अपने बच्चों को गाड़ी चलाना सिखाते हैं, सड़क के ख़तरों से अवगत कराते हैं, सावधानी सिखाते हैं लेकिन जब बात हो सेफ सेक्स की तो?
मैंने तो अपनी पत्नी से दहेज़ भी नहीं लिया लेकिन वो तो ना सिन्दूर लगाना चाहती है, न मंदिर जाना चाहती है, बताइये अब मैं क्या करूँ? कहाँ जाऊँ?
क्यूँ हम अपनी बेटियों को कहते हैं कि शादी के बाद तुम ससुराल को ही अपना घर मानना? क्यूँ हम उन्हें यूँ पराया कर देते हैं?
बच्चों की वजह से मैं अपने सपनों ओर इच्छाओं की कुर्बानी दे सकती हूँ लेकिन बच्चों को किसी चीज की कमी बर्दाश्त नहीं कर सकती।
रमानी-अकबर केस में, रमानी की जीत में कोर्ट के निर्णय के यह कुछ मुख्य अवलोकन बदलते समाज की आवाज़ बनकर सुनायी दिए हैं।
रमानी-अकबर केस में आज कोर्ट का यह फ़ैसला औरतों के लिए एक उम्मीद है कि उनकी आवाज़ व्यर्थ नहीं जा रही, बदलता समाज उनकी आवाज़ सुन सकता है।
मिस इंडिया 2020 रनर्स-अप मान्या सिंह के पिता एक रिक्शा ड्राइवर हैं लेकिन उनके हालात उन्हें अपने सपनों की ओर बढ़ने से नहीं रोक सके।
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