कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
एक कामकाजी महिला हूँ | निजी जीवन और आसपास के वातावरण से प्राप्त किए अनुभवों को लिखने का एक छोटा सा प्रयास... कुछ जज़्बातों को कहना मुश्किल होता है पर लफ़्ज़ों में पिरोकर लिखना आसान... #दिल से दिल तक#
प्रिया माँ को देखती रही, "माँ, मैं कमा कर बच्चे पाल लूँगी, बस आप इस छत के नीचे थोड़ी जगह दे दो।" पर माँ बेटी को दुनियादारी समझाती रही।
अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!
Please enter your email address