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Editor at Women’s Web, Designer, Counselor & Art Therapy Practitioner.
कभी-कभी मन होता कि सब कुछ छोड़ कर ज़ोर से चिलाऊँ! 'अब बस! अब और नहीं!' क्या आप अपनी 'अब बस' कहानी साझा करने को तैयार हैं?
20 जून, 2021 को है फादर्स डे, और ये एक मौका है 'पापा की परी' के लिए सबको बताने का कि क्या रोल रहा आपकी ज़िंदगी बनाने में आपके पापा का!
ब्रेक द चेन क्यूंकि अपने अनुभव से आपने प्रण लिया कि मैं अपने बच्चों के साथ ऐसा नहीं करुँगी! तो आइये मदर्स डे 2021 पर यही बात करें!
क्या आप मानते हैं कि हर बदलाव की शुरुआत हमें खुद से करनी होगी? तो 'ये मेरा चैलेंज है' आपकी कहानी है ऐसी एक ही शुरुआत की...
एक और स्वतंत्रता दिवस की बधाई, लेकिन अभी भी हमारी सबसे बड़ी बंदिश है, 'औरत होने की बंदिश!' आज भी कुछ ऐसा ही मानना है इस 'आधी आबादी' का...
हम मना रहे हैं विमेंस वेब के पहले दशक का जश्न और इसके उपलक्ष्य में हम आपके लिए लाये हैं हिंदी के टॉप 10 लेखक और हम सबकी पसंद के उनके लेख...
कभी आपके मन में ये ख्याल आया - 'घर से अच्छा तो ऑफिस?' या दुनिया जो भी सोचे, 'रानी हूँ मैं इस घर की!' क्या आपको कभी कोई अफ़सोस हुआ?
ये दशक विमेंस वेब के लिए कई मायनों में एक यादगार साल साबित हुआ, सबसे ज़्यादा इसलिए कि आप सब के प्यार ने हमें विमेंस वेब - हिंदी शुरू करने को प्रेरित किया।
आइए बात करें नारी-स्वतंत्रता की। क्या ये कहना उचित होगा कि आज़ादी तो मिली पर देश की अधिकाँश महिलाओं के लिए 'सम्पूर्ण आज़ादी' अभी भी एक अप्राप्य लक्ष्य है?
कभी-कभी कुछ इत्तेफ़ाक़ रूखी सी चल रही ज़िन्दगी में मीठी सी इक हलचल मचा कर जीने के मायने ही बदल देते हैं। और इस ज़िन्दगी का क्या-इन्हीं छोटे-छोटे लम्हों से इसे संवार लेना चाहिए। कौन जाने, कल हो ना हो!
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