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मन के विचार और भावों को लिखने की कोशिश
"हाँ, ये पैसे हम जिया के नाम से फिक्स कर देंगे, ताकि कल को जब उसके ससुराल वाले हमसे अपनी बहू का हिस्सा मांगे तो हम भी दे पायें।"
"रूपेश ऐसा मौका बार-बार नहीं आता और घूमने बाद में भी जा सकते हैं। ऐसा मौका तुम्हें मिलता तो तुम छोड़ देते?" धैर्य खोते हुए सेजल बोली।
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